यूपीएससी की परीक्षा देश की सबसे कठिन प्रतियोगी परीक्षाओं में से एक है। इस परीक्षा में सफलता हासिल करना कोई सामान्य बात नहीं है। इस परीक्षा से जुड़ी सबसे खास बात यह है कि इस परीक्षा को उत्तीर्ण करने के बाद देश के सबसे बड़े अधिकारी बनने का सपना पूरा हो जाता है। हर वर्ष लाखों अभ्यर्थी अपनी आंखों में आईएएस अधिकारी बनने का सपना लेकर इस परीक्षा में बैठते हैं। परंतु उनमें से चंद अभ्यर्थी ही इस परीक्षा को उत्तीर्ण करने में सफल हो पाते हैं।
इसी लिस्ट में एक नाम शामिल है, आईएएस अधिकारी राहुल संकानूर का। जिन्होंने यूपीएससी की परीक्षा में चार बार मिली असफलता से अपने मनोबल को गिरने नहीं दिया और आखिरकार पांचवी बार सफलता के परचम को लहराया। आज के इस लेख में हम राहुल संकानूर की सफलता की कहानी के बारे में पढ़ेंगे।
कर्नाटक राज्य के हुबली के रहने वाले राहुल ने इंटरमीडिएट की पढ़ाई करने के बाद इंजीनियरिंग करने का फैसला लिया। अपनी इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद राहुल ने 2 साल दिल्ली में एक प्राइवेट फर्म में नौकरी की। परंतु अभी राहुल को अपने जीवन में कुछ और भी हासिल करना था। उनका सपना एक आईएएस ऑफिसर बनने का था। और इस सपने को पूरा करने के लिए राहुल यूपीएससी की तैयारी में जुट गए। यूपीएससी की तैयारी के लिए राहुल ने कोचिंग संस्थान में एडमिशन ले लिया। साइंस के स्टूडेंट रह चुके राहुल को इतिहास और अर्थशास्त्र जैसे विषयों की तैयारी में कोचिंग से सहायता मिली।
राहुल के लिए यूपीएससी का सफर आसान नहीं था। उन्हें इस परीक्षा में लगातार चार बार असफलता का सामना करना पड़ा। लेकिन परीक्षा में मिली असफलता ने कभी भी राहुल के मनोबल को गिरने नहीं दिया। हर बार मिली असफलता के बाद वह और भी कड़ी मेहनत के साथ अगले साल की तैयारी में जुट जाया करते थे। आखिरकार उनकी मेहनत रंग लाई और पांचवें प्रयास में उन्हें यूपीएससी के परीक्षा में सफलता हासिल हो गई।
राहुल ने साल 2018 में ऑल इंडिया 17 वी रैंक के साथ यूपीएससी की परीक्षा उत्तीर्ण की। राहुल का कहना है कि परीक्षा की तैयारी के दौरान उन्हें कई लोगों से डिमोटिवेशन का सामना करना पड़ा। जितनी बार उन्हें परीक्षा में असफलता मिलती थी, लोग उनके मनोबल को गिराने में कोई कसर नहीं छोड़ते थे। लेकिन उन्होंने लोगों की बातों पर कोई ध्यान नहीं दिया और एकाग्र चित्त होकर परीक्षा की तैयारी करते रहे।
इनका कहना है कि जब आप यूपीएससी जैसी कठिन परीक्षा की तैयारी कर रहे हो, ऐसे में नकारात्मक लोगों से जितनी हो सके दूरी बनाकर रखनी चाहिए। परीक्षा की तैयारी में सकारात्मक दृष्टिकोण की अति आवश्यकता होती है। सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ ही लक्ष्य पर फोकस करने में आसानी होती है और मंजिल तक पहुंचना आसान हो जाता है।
यूपीएससी की परीक्षा की तैयारी करने वाले अभ्यर्थियों के लिए राहुल की राय है कि – पूरे समय किताबों से चिपके रहने के बजाय अभ्यर्थियों को अपने सर्वांगीण विकास पर ध्यान देना चाहिए। यूपीएससी जैसी परीक्षा में सिर्फ पढ़ाई ही मायने नहीं रखती है बल्कि इसके लिए सामाजिक जानकारी होना भी उतना ही अधिक आवश्यक है। इसके लिए आवश्यक यह है कि आप कुछ समय किताबों से निकलकर अपने आसपास हो रही घटनाओं पर भी नजर डाले। राहुल का मानना है कि यदि सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ, सभी चीजों पर फोकस करते हुए आप परीक्षा की तैयारी करते हैं, तो आपको सफल होने से कोई नहीं रोक सकता।