विश्व फार्मासिस्ट दिवस – आज यानी 25 सितंबर को पूरे विश्व में फार्मासिस्ट दिवस (Pharmacist Day) मनाया जा रहा है। फार्मासिस्ट दिवस मनाना अंतर्राष्ट्रीय फार्मास्युटिकल फेडरेशन (FIP) की एक पहल की, उन फार्मासिस्ट को सम्मान दिलाने की जो दिन रात मरीजों की सेवा में लगे रहते हैं। फार्मासिस्ट का हमारी जिंदगी में बेहद अहम रोल है। आज जब पूरा विश्व कोरोना जैसी भयानक महामारी से जूझ रहा है, ऐसे में डॉक्टर व फार्मासिस्ट दिन रात इस बीमारी से लड़ने में लोगों की मदद कर रहे हैं। फार्मासिस्ट को आम भाषा में केमिस्ट के रूप में भी जाना जाता है। दुनिया में ऐसा कोई भी शख्स नहीं है, जिसे कभी ना कभी किसी केमिस्ट की जरूरत न पड़ी हो।
छोटी या बड़ी कोई भी बीमारी हो बिना फार्मासिस्ट की मदद के हम उस बीमारी से राहत नहीं पा सकते। फार्मासिस्ट का हमारी जिंदगी में क्या महत्व है यह बताने की आवश्यकता नहीं है। इन्हीं फार्मासिस्ट को ध्यान में रखते हुए फार्मासिस्ट दिवस (Pharmacist Day) मनाने की शुरुवात हुई।
कब हुई फार्मासिस्ट दिवस मनाने की शुरुआत –
25 सितंबर सन 1912 में फार्मासिस्ट और दवा वैज्ञानिक के राष्ट्रीय संघ के ग्लोबल ऑर्गनाइजेशन इंटरनेशनल फार्मास्युटिकल फेडरेशन (FIP) की स्थापना हुई। इसके बाद साल 2009 में इंटरनेशनल फार्मास्युटिकल फेडरेशन (FIP) ने फार्मेसी क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए फार्मासिस्ट दिवस (Pharmacist Day) मनाने की सलाह दी। इसके बाद ही यह फैसला लिया गया कि प्रतिवर्ष 25 सितंबर को विश्व फार्मासिस्ट दिवस मनाया जाएगा। 25 सितंबर का दिन इसलिए चुना गया, क्योंकि इसी दिन इंटरनेशनल फार्मास्यूटिकल फेडरेशन की स्थापना हुई थी।
क्या है इंटरनेशनल फार्मास्यूटिकल फेडरेशन (FIP)- FIP एक अंतर्राष्ट्रीय निकाय है जिसकी स्थापना फार्मास्यूटिकल विज्ञान और शिक्षा का प्रतिनिधित्व करने हेतु किया गया। इस संघ के अन्तर्गत लाखों फार्मासिस्ट, फार्मास्युटिकल शिक्षक व फार्मास्युटिकल वैज्ञानिक 144 राष्ट्रीय संगठनों, शैक्षणिक संस्थानों के सदस्यों का प्रतिनिधित्व करते हैं।