NATIONAL POLITICS: सरकार फिर जेपीसी से इनकार क्यों कर रही है कांग्रेस

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userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 03:36 PM
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NATIONAL POLITICS: नई दिल्ली। कांग्रेस ने अडाणी समूह के खिलाफ हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट पर उच्चतम न्यायालय में सरकार के पक्ष को लेकर सोमवार को सवाल किया कि अगर सरकार को जांच समिति को लेकर कोई आपत्ति नहीं है, तो फिर उसने संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) गठित करने से इनकार क्यों किया।

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पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने कटाक्ष करते हुए यह भी पूछा कि प्रस्तावित समिति हिंडनबर्ग की जांच करेगी या अडाणी की? उन्होंने ट्वीट किया, आज उच्चतम न्यायालय में सॉलिसिटर जनरल ने कहा कि अडाणी पर हिंडनबर्ग रिपोर्ट की जांच के लिए समिति बनाने पर सरकार को कोई आपत्ति नहीं है। फिर जेपीसी गठन से स्पष्ट इंकार क्यों किया गया, जिसमें भाजपा और उसके सहयोगी ही हावी रहते? रमेश ने ट्वीट किया, वैसे प्रस्तावित समिति हिंडनबर्ग की जांच करेगी या अडाणी की?’’ उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार ने हिंडनबर्ग रिपोर्ट के संदर्भ में उच्चतम न्यायालय से कहा कि नियामक तंत्र को मजबूत करने को लेकर एक विशेषज्ञ समिति बनाने के प्रस्ताव पर उसे कोई आपत्ति नहीं है। उधर, जयराम रमेश ने कांग्रेस की ‘हम अडाणी के हैं कौन’ श्रृंखला के तहत पिछले कुछ दिनों की तरह सोमवार को भी सरकार और प्रधानमंत्री से कुछ सवाल किए। उन्होंने पूछा, सेबी ने 2020 के बाद अडाणी समूह के स्टॉक में बेतहाशा बढ़ोतरी को जांच के बिना कैसे बर्दाश्त कर लिया, जबकि ऐसे मामले में गंभीरता से जांच की जरूरत होती है? उन्होंने कहा कि हाल के खुलासों से संकेत मिलता है कि दोषी करार दिए गए स्टॉक ब्रोकर केतन पारेख के अडाणी समूह के साथ रिश्ते हो सकते हैं। उसके एक करीबी रिश्तेदार ने उस ‘एलारा कैपिटल’ के साथ काम किया है, जिसके भारतीय कोष ने अडाणी के स्टॉक में 99 प्रतिशत का निवेश किया है। उन्होंने पूछा कि क्या सरकार पारेख और अडाणी के बीच ताजा गठजोड़ को लेकर आंखें मूंदे हुए है? उन्होंने अतीत में जेपीसी के गठन का हवाला देते हुए सवाल किया, ‘‘क्या आप (प्रधानमंत्री) डरे हुए हैं? क्या आपको यह डर लगता है कि स्वतंत्र जांच होने से आप अडाणी की गड़बड़ियों की जद में खुद आ जाएंगे?

INDOR NEWS: कांग्रेस होलकर शासकों का ऐतिहासिक राजमहल बेचना चाहती थी:मुख्यमंत्री

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INDOR NEWS: कांग्रेस होलकर शासकों का ऐतिहासिक राजमहल बेचना चाहती थी:मुख्यमंत्री

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locationभारत
userचेतना मंच
calendar29 Nov 2025 08:11 PM
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INDOR NEWS: इंदौर। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को कांग्रेस पर हमला बोला और आरोप लगाया कि सूबे में लम्बे समय तक राज करने वाली इस पार्टी की सरकार इंदौर के पूर्व होलकर शासकों का ऐतिहासिक राजमहल राजबाड़ा बेच देना चाहती थी।

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चौहान ने शहर के बीचों-बीच स्थित राजबाड़ा के जीर्णोद्धार का काम पूरा होने पर आयोजित कार्यक्रम में कहा, कई लोगों को पता ही नहीं है कि जब राज्य में एक जमाने में कांग्रेस की सरकार थी, तो उसने राजबाड़ा बेचने का फैसला कर लिया था। इसके खिलाफ स्थानीय लोगों ने आंदोलन किया था। [caption id="attachment_67297" align="aligncenter" width="800"]INDOR NEWS INDOR NEWS[/caption] उन्होंने वर्ष 1984 में इंदिरा गांधी की हत्या के बाद भड़के सिख विरोधी दंगों के दौरान राजबाड़ा में आगजनी की घटना की ओर इशारा करते हुए कहा, कांग्रेस की सरकार के वक्त राजबाड़ा में आग लगा दी गई थी और इस ऐतिहासिक विरासत की ऐसी दुर्गति हो रही थी कि इसमें लगी लकड़ियां सड़-सड़कर गिर रही थीं। मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा की सरकार ने राजबाड़ा का जीर्णोद्धार करके इसके गौरव को फिर से स्थापित किया है। गौरतलब है कि राज्य सरकार ने ऐसे वक्त राजबाड़ा के जीर्णोद्धार का काम पूरा किया है, जब शहर में जी20 के कृषि कार्य समूह की बैठक हो रही है। बैठक के पहले दिन सोमवार को कई देशों के प्रतिनिधियों ने ‘‘हेरिटेज वॉक’’ के दौरान राजबाड़ा भी देखा। मुख्यमंत्री चौहान ने शहर के सुपर कॉरिडोर पर सूचना प्रौद्योगिकी कम्पनी यश टेक्नोलॉजीज के आईटी पार्क का उद्घाटन भी किया। उन्होंने इस मौके पर कहा कि विशेष आर्थिक क्षेत्र (सेज) के रूप में विकसित इस परिसर से 12,500 लोगों को रोजगार मिलने की उम्मीद है। मुख्यमंत्री ने अपने एक दिवसीय दौरे में शहर के फूटी कोठी चौराहे पर एक फ्लाईओवर की नींव रखी और चिकित्सा क्षेत्र में अलग-अलग परियोजनाओं की शुरुआत की।

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Online Medicine : अब छोटे शहरों में भी ऑनलाइन चिकित्सा परामर्श ले रहे मरीज

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locationभारत
userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 04:25 PM
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Online Medicine : नई दिल्ली। पिछले दो वर्षों में ऑनलाइन दवा बिक्री की बढ़ती लोकप्रियता के साथ ही डिजिटल माध्यम से चिकित्सा परामर्श में भी तेजी से वृद्धि हुई है। पिछले साल यानी 2022 में जयपुर, अहमदाबाद और लखनऊ जैसे शहरों में ऑनलाइन चिकित्सा परामर्श में 87 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।

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स्वास्थ्य सेवा देने वाली कंपनी प्रिस्टीन केयर की अनुषंगी डिजिटल स्वास्थ्य मंच लाइब्रेट के अध्ययन से यह जानकारी मिली है। कंपनी ने अध्ययन के हवाले से सोमवार को एक बयान में कहा, ‘‘दूसरी और तीसरी श्रेणी (टियर दो और टियर तीन) के शहरों मसलन जयपुर, अहमदाबाद, लखनऊ में ऑनलाइन डॉक्टर परामर्श में 87 प्रतिशत की वृद्धि हुई है जबकि महानगरों में इस अवधि के दौरान 75 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई।’’ सर्वे के अनुसार, अधिक महिलाएं अब ऑनलाइन परामर्श का विकल्प चुन रही हैं। 2021 की तुलना में 2022 में महिलाओं की तरफ से डॉक्टर ‘ऑनलाइन एप्वांइटमेंट’ में 65 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हुई। कंपनी के अनुसार ये आंकड़े उपयोगकर्ताओं और डॉक्टरों के बीच लाइब्रेट मंच पर हुई बातचीत के आधार पर प्राप्त किये गये। प्रिस्टीन केयर के सह-संस्थापक हरसिमरबीर सिंह ने निष्कर्षों पर कहा, 'कोविड महामारी ने मरीजों के व्यवहार में भारी बदलाव लाया है। लोग अपने स्वास्थ्य को लेकर ज्यादा सजग हैं। न केवल डिजिटल माध्यम से बल्कि ‘ऑफलाइन’ परामर्श को लेकर मांग में पिछले एक साल में दोगुना से अधिक की वृद्धि हुई है।'

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