वोटर लिस्ट में बड़ा खेल! उत्तर प्रदेश से हट सकते हैं 50 लाख डुप्लीकेट नाम

वोटर लिस्ट में बड़ा खेल! उत्तर प्रदेश से हट सकते हैं 50 लाख डुप्लीकेट नाम
locationभारत
userचेतना मंच
calendar03 Nov 2025 12:27 PM
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उत्तर प्रदेश में आगामी त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव से पहले मतदाता सूची को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। उत्तर प्रदेश राज्य निर्वाचन आयोग की जांच में पता चला है कि कई जिलों में एक ही व्यक्ति का नाम दो या तीन बार दर्ज है। इस गड़बड़ी का सबसे ज्यादा असर उत्तर प्रदेश के पीलीभीत, वाराणसी, बिजनौर और हापुड़ जैसे जिलों में देखने को मिला है। आयोग ने अब इस पर सख्त रुख अपनाते हुए जिलाधिकारियों को तुरंत सुधार कार्य शुरू करने के निर्देश दिए हैं। अनुमान है कि जांच पूरी होने के बाद करीब 50 लाख डुप्लीकेट नाम सूची से हटाए जा सकते हैं।   UP News

जांच में उजागर हुई बड़ी गड़बड़ी

उत्तर प्रदेश राज्य निर्वाचन आयोग की प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि कई मतदाताओं के नाम एक ही सूची में अलग-अलग वार्डों या क्षेत्रों में दोहराए गए हैं। पीलीभीत जिले के पूरनपुर ब्लॉक में ही लगभग 97 हजार ऐसे मतदाता मिले हैं जिनके नाम एक से अधिक बार दर्ज हैं। यह न केवल प्रशासनिक चूक को उजागर करता है बल्कि चुनावी पारदर्शिता पर भी सवाल उठाता है।  UP News

आयोग चलाएगा ‘स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन’ अभियान

स्थिति की गंभीरता को देखते हुए राज्य निर्वाचन आयोग ने इसे ठीक करने के लिए गहन पुनरीक्षण अभियान (Special Intensive Revision - SIR) चलाने का फैसला किया है। ब्लॉकवार डुप्लीकेट मतदाताओं की सूची तैयार कर जिलाधिकारियों को भेज दी गई है। निर्देश दिए गए हैं कि अधिकारी घर-घर जाकर सत्यापन करें और जिनके नाम दोहराए गए हैं, उन्हें सूची से तुरंत हटाएं।

वाराणसी और जौनपुर जैसे बड़े जिलों में भारी दोहराव

आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक, प्रदेश के 826 विकास खंडों में से 108 ब्लॉक ऐसे हैं जहां 40 हजार से ज्यादा डुप्लीकेट मतदाता दर्ज हैं।

  • वाराणसी के आराजीलाइन ब्लॉक में 77,947

  • गाजीपुर के सैदपुर ब्लॉक में 71,170

  • वाराणसी के पिंडरा ब्लॉक में 70,940

  • जौनपुर के शाहगंज सोंधी ब्लॉक में 62,890 ऐसे मतदाता पाए गए हैं। इन जिलों के अधिकारियों को विशेष निगरानी में रखा गया है।

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करीब 50 लाख नाम हट सकते हैं

उत्तर प्रदेश राज्य निर्वाचन आयोग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि यदि जांच सही ढंग से की गई, तो करीब 50 लाख डुप्लीकेट नाम हटाए जा सकते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि पहले भी सुधार के प्रयास हुए थे, लेकिन इतनी व्यापक और वैज्ञानिक स्तर पर जांच पहली बार की जा रही है। लक्ष्य है कि पंचायत चुनाव से पहले मतदाता सूची पूरी तरह साफ, पारदर्शी और त्रुटिरहित हो। आयोग ने सभी जिलाधिकारियों को सख्त निर्देश जारी किए हैं कि सत्यापन कार्य निर्धारित समय सीमा में पूरा किया जाए।    UP News

ग्राम पंचायत स्तर पर विशेष टीमें गठित करने के आदेश दिए गए हैं, जो मतदाताओं की पहचान और दस्तावेजों की दोबारा जांच करेंगी। हर जिले को खंडवार रिपोर्ट बनाकर आयोग को भेजनी होगी ताकि किसी भी स्तर पर चुनावी प्रक्रिया में भ्रम या गड़बड़ी की गुंजाइश न रहे।    UP News

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उत्तर प्रदेश का यह जिला अब नहीं कहलाएगा गरीब : बनेगा इंडस्ट्रियल कॉरिडोर

उत्तर प्रदेश का यह जिला अब नहीं कहलाएगा गरीब : बनेगा इंडस्ट्रियल कॉरिडोर
locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Nov 2025 02:17 PM
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उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड क्षेत्र में औद्योगिक क्रांति की नई पटकथा लिखी जा रही है। लंबे समय से आर्थिक रूप से पिछड़े कहे जाने वाले उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में अब विकास की गाड़ी रफ्तार पकड़ने जा रही है। यूपीडा (उत्तर प्रदेश औद्योगिक विकास प्राधिकरण) यहां 576 हेक्टेयर क्षेत्र में एक विशाल औद्योगिक कॉरिडोर विकसित करने जा रहा है। इस परियोजना से न केवल उत्तर प्रदेश के जिला बांदा की तस्वीर बदलेगी बल्कि बुंदेलखंड की अर्थव्यवस्था को भी नई दिशा मिलेगी। UP News :

बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के किनारे बनेगा इंडस्ट्रियल कॉरिडोर

यह औद्योगिक गलियारा बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के किनारे बनाया जाएगा। सरकार ने इस परियोजना के लिए 138 करोड़ रुपये का बजट स्वीकृत किया है, जिसमें से 100 करोड़ रुपये पहले ही जारी किए जा चुके हैं। इस क्षेत्र में सड़क, बिजली, पानी, सुरक्षा और चहारदीवारी जैसी सभी बुनियादी सुविधाएं तैयार की जाएंगी, ताकि उद्योगपतियों को निवेश के लिए अनुकूल माहौल मिल सके।

395 किसानों की जमीन पर बनेगा विकास का आधार

कॉरिडोर निर्माण के लिए जमालपुर और महोखर ग्राम पंचायतों के 395 किसानों से कुल 576 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहीत की गई है। अब इस भूमि पर तेजी से बुनियादी ढांचा तैयार किया जा रहा है। परियोजना पूरी होने के बाद देश-विदेश के निवेशकों को आमंत्रित किया जाएगा, ताकि क्षेत्र में बड़े उद्योगों की स्थापना हो सके।

रोजगार और स्थानीय अर्थव्यवस्था को मिलेगा सहारा

इस औद्योगिक गलियारे से हजारों युवाओं को रोजगार के अवसर मिलने की उम्मीद है। साथ ही, आसपास के गांवों के लोगों को भी काम मिलेगा, जिससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था सशक्त होगी। छोटे कारोबार और सेवा क्षेत्र को भी नई ऊर्जा मिलेगी, जिससे पूरे बुंदेलखंड की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा।

बुंदेलखंड बनेगा औद्योगिक हब

नरैनी विधायक ओममणि वर्मा ने कहा कि सरकार बुंदेलखंड को औद्योगिक विकास के मार्ग पर आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है। वहीं, चित्रकूटधाम मंडल के संयुक्त अपर निदेशक सुधीर श्रीवास्तव ने बताया कि यूपीडा इस परियोजना को तेजी से आगे बढ़ा रहा है और अगले कुछ वर्षों में बांदा एक प्रमुख औद्योगिक केंद्र के रूप में उभरेगा। UP News
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सीएम योगी ने दीक्षांत समारोह में न्यायिक सुधारों को लेकर महत्वपूर्ण बयान दिया

सीएम योगी ने दीक्षांत समारोह में न्यायिक सुधारों को लेकर महत्वपूर्ण बयान दिया
locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Nov 2025 01:29 PM
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बता दे कि इस समारोह में बीए-एलएलबी ऑनर्स, एलएलएम वन इयर, पीजीडीसीएल, पीजीडीआईपीआर पाठ्यक्रमों के मेधावियों को स्वर्ण, रजत और कांस्य सहित कुल 21 पदक प्रदान किए गए। साथ ही, 309 सफल छात्रों को उपाधियां दी गईं। इस खास अवसर पर सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस सूर्यकांत भी मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद थे। दीक्षांत समारोह के दौरान विद्यार्थियों ने न्याय की राह पर चलने का संकल्प लिया। UP News

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का संबोधन

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस अवसर पर छात्रों को उपाधियां हासिल करने के लिए बधाई दी और कहा कि "देश की मजबूत न्याय व्यवस्था ही सुशासन का आधार है। एक ऐसी न्याय व्यवस्था, जिसमें किसी के साथ भेदभाव न हो और सभी को उसकी योग्यता के आधार पर अवसर मिले। यही सुशासन का मूल तत्व है और इसे एक मजबूत न्याय व्यवस्था संभव बनाती है।" योगी आदित्यनाथ ने अपने भाषण में न्याय व्यवस्था के महत्व को स्पष्ट किया और विद्यार्थियों से कहा कि वे न्याय की प्रतिष्ठा को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।

विशेष स्मृति पदक वितरण

इस दीक्षांत समारोह में पारंपरिक पदकों के साथ विशेष स्मृति पदकों का भी वितरण किया गया। इन विशेष पदकों में कराधान विधि (टैक्सेशन लॉ), आपराधिक विधि (क्रिमिनल लॉ) और संवैधानिक विधि में सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वाले छात्रों को सम्मानित किया गया। उच्चतम अंक प्राप्त करने वाले मेधावी चरणबद्ध कार्यक्रम में दर्शिका पांडेय और अभ्युदय प्रताप ने उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल की।

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दर्शिका पांडेय को मिले तीन पदक

दर्शिका पांडेय को तीन पदक मिले, जिसमें स्व. पद्मावती मोहनलाल जरीवाला स्वर्ण पदक, वीरेंद्र भाटिया स्वर्ण पदक (स्टूडेंट ऑफ द ईयर) और बीए एलएलबी (ऑनर्स) में कांस्य पदक शामिल है।अभ्युदय प्रताप को मिले दो स्वर्ण पदक अभ्युदय प्रताप को बीए एलएलबी (ऑनर्स) में स्वर्ण पदक और केके लूथरा मेमोरियल स्वर्ण पदक से सम्मानित किया गया।

दर्शिका का समाज में सुधार का उद्देश्य

बीए एलएलबी (ऑनर्स) की टॉपर छात्रा दर्शिका पांडेय ने अपनी सफलता का श्रेय अपने पिता सुधीर कुमार पांडेय को दिया। दर्शिका ने कहा कि वह भविष्य में जज बनकर देश की न्याय व्यवस्था में कुछ बदलाव लाना चाहती हैं और समाज में सकारात्मक योगदान देना चाहती हैं। उन्होंने अपने माता-पिता और गुरुजनों का आभार व्यक्त किया, जिन्होंने उन्हें इस यात्रा में मार्गदर्शन दिया। दर्शिका ने बताया कि उन्होंने अपनी शुरुआती पढ़ाई कुशीनगर से की थी, और उनके परिवार ने हमेशा उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया।

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कुलपति का संबोधन और विश्वविद्यालय की प्रगति

कार्यक्रम के दौरान कुलपति डॉ. अमरपाल सिंह ने विश्वविद्यालय की प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की, जिसमें उन्होंने विश्वविद्यालय की शैक्षिक, प्रशासनिक और शोध क्षेत्र में प्राप्त उपलब्धियों पर प्रकाश डाला।