NATIONAL POLITICS: सरकार फिर जेपीसी से इनकार क्यों कर रही है कांग्रेस

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पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने कटाक्ष करते हुए यह भी पूछा कि प्रस्तावित समिति हिंडनबर्ग की जांच करेगी या अडाणी की? उन्होंने ट्वीट किया, आज उच्चतम न्यायालय में सॉलिसिटर जनरल ने कहा कि अडाणी पर हिंडनबर्ग रिपोर्ट की जांच के लिए समिति बनाने पर सरकार को कोई आपत्ति नहीं है। फिर जेपीसी गठन से स्पष्ट इंकार क्यों किया गया, जिसमें भाजपा और उसके सहयोगी ही हावी रहते? रमेश ने ट्वीट किया, वैसे प्रस्तावित समिति हिंडनबर्ग की जांच करेगी या अडाणी की?’’ उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार ने हिंडनबर्ग रिपोर्ट के संदर्भ में उच्चतम न्यायालय से कहा कि नियामक तंत्र को मजबूत करने को लेकर एक विशेषज्ञ समिति बनाने के प्रस्ताव पर उसे कोई आपत्ति नहीं है। उधर, जयराम रमेश ने कांग्रेस की ‘हम अडाणी के हैं कौन’ श्रृंखला के तहत पिछले कुछ दिनों की तरह सोमवार को भी सरकार और प्रधानमंत्री से कुछ सवाल किए। उन्होंने पूछा, सेबी ने 2020 के बाद अडाणी समूह के स्टॉक में बेतहाशा बढ़ोतरी को जांच के बिना कैसे बर्दाश्त कर लिया, जबकि ऐसे मामले में गंभीरता से जांच की जरूरत होती है? उन्होंने कहा कि हाल के खुलासों से संकेत मिलता है कि दोषी करार दिए गए स्टॉक ब्रोकर केतन पारेख के अडाणी समूह के साथ रिश्ते हो सकते हैं। उसके एक करीबी रिश्तेदार ने उस ‘एलारा कैपिटल’ के साथ काम किया है, जिसके भारतीय कोष ने अडाणी के स्टॉक में 99 प्रतिशत का निवेश किया है। उन्होंने पूछा कि क्या सरकार पारेख और अडाणी के बीच ताजा गठजोड़ को लेकर आंखें मूंदे हुए है? उन्होंने अतीत में जेपीसी के गठन का हवाला देते हुए सवाल किया, ‘‘क्या आप (प्रधानमंत्री) डरे हुए हैं? क्या आपको यह डर लगता है कि स्वतंत्र जांच होने से आप अडाणी की गड़बड़ियों की जद में खुद आ जाएंगे?INDOR NEWS: कांग्रेस होलकर शासकों का ऐतिहासिक राजमहल बेचना चाहती थी:मुख्यमंत्री
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पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने कटाक्ष करते हुए यह भी पूछा कि प्रस्तावित समिति हिंडनबर्ग की जांच करेगी या अडाणी की? उन्होंने ट्वीट किया, आज उच्चतम न्यायालय में सॉलिसिटर जनरल ने कहा कि अडाणी पर हिंडनबर्ग रिपोर्ट की जांच के लिए समिति बनाने पर सरकार को कोई आपत्ति नहीं है। फिर जेपीसी गठन से स्पष्ट इंकार क्यों किया गया, जिसमें भाजपा और उसके सहयोगी ही हावी रहते? रमेश ने ट्वीट किया, वैसे प्रस्तावित समिति हिंडनबर्ग की जांच करेगी या अडाणी की?’’ उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार ने हिंडनबर्ग रिपोर्ट के संदर्भ में उच्चतम न्यायालय से कहा कि नियामक तंत्र को मजबूत करने को लेकर एक विशेषज्ञ समिति बनाने के प्रस्ताव पर उसे कोई आपत्ति नहीं है। उधर, जयराम रमेश ने कांग्रेस की ‘हम अडाणी के हैं कौन’ श्रृंखला के तहत पिछले कुछ दिनों की तरह सोमवार को भी सरकार और प्रधानमंत्री से कुछ सवाल किए। उन्होंने पूछा, सेबी ने 2020 के बाद अडाणी समूह के स्टॉक में बेतहाशा बढ़ोतरी को जांच के बिना कैसे बर्दाश्त कर लिया, जबकि ऐसे मामले में गंभीरता से जांच की जरूरत होती है? उन्होंने कहा कि हाल के खुलासों से संकेत मिलता है कि दोषी करार दिए गए स्टॉक ब्रोकर केतन पारेख के अडाणी समूह के साथ रिश्ते हो सकते हैं। उसके एक करीबी रिश्तेदार ने उस ‘एलारा कैपिटल’ के साथ काम किया है, जिसके भारतीय कोष ने अडाणी के स्टॉक में 99 प्रतिशत का निवेश किया है। उन्होंने पूछा कि क्या सरकार पारेख और अडाणी के बीच ताजा गठजोड़ को लेकर आंखें मूंदे हुए है? उन्होंने अतीत में जेपीसी के गठन का हवाला देते हुए सवाल किया, ‘‘क्या आप (प्रधानमंत्री) डरे हुए हैं? क्या आपको यह डर लगता है कि स्वतंत्र जांच होने से आप अडाणी की गड़बड़ियों की जद में खुद आ जाएंगे?INDOR NEWS: कांग्रेस होलकर शासकों का ऐतिहासिक राजमहल बेचना चाहती थी:मुख्यमंत्री
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उन्होंने वर्ष 1984 में इंदिरा गांधी की हत्या के बाद भड़के सिख विरोधी दंगों के दौरान राजबाड़ा में आगजनी की घटना की ओर इशारा करते हुए कहा, कांग्रेस की सरकार के वक्त राजबाड़ा में आग लगा दी गई थी और इस ऐतिहासिक विरासत की ऐसी दुर्गति हो रही थी कि इसमें लगी लकड़ियां सड़-सड़कर गिर रही थीं। मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा की सरकार ने राजबाड़ा का जीर्णोद्धार करके इसके गौरव को फिर से स्थापित किया है।
गौरतलब है कि राज्य सरकार ने ऐसे वक्त राजबाड़ा के जीर्णोद्धार का काम पूरा किया है, जब शहर में जी20 के कृषि कार्य समूह की बैठक हो रही है। बैठक के पहले दिन सोमवार को कई देशों के प्रतिनिधियों ने ‘‘हेरिटेज वॉक’’ के दौरान राजबाड़ा भी देखा। मुख्यमंत्री चौहान ने शहर के सुपर कॉरिडोर पर सूचना प्रौद्योगिकी कम्पनी यश टेक्नोलॉजीज के आईटी पार्क का उद्घाटन भी किया।
उन्होंने इस मौके पर कहा कि विशेष आर्थिक क्षेत्र (सेज) के रूप में विकसित इस परिसर से 12,500 लोगों को रोजगार मिलने की उम्मीद है। मुख्यमंत्री ने अपने एक दिवसीय दौरे में शहर के फूटी कोठी चौराहे पर एक फ्लाईओवर की नींव रखी और चिकित्सा क्षेत्र में अलग-अलग परियोजनाओं की शुरुआत की।