India-China Faceoff: भारत एवं चीन झड़प पर संसद में बयान देंगे राजनाथ

06 12
Big Breaking
locationभारत
userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 11:54 PM
bookmark
India-China Faceoff: नयी दिल्ली। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में भारतीय एवं चीनी बलों के बीच हुई झड़प को लेकर मंगलवार को संसद के दोनों सदनों में एक बयान देंगे। सरकारी सूत्रों ने यह जानकारी दी।

India-China Faceoff

सूत्रों ने बताया कि मंत्री संभवत: दोपहर 12 बजे लोकसभा और अपराह्न करीब दो बजे राज्यसभा में इस मामले पर बयान देंगे। भारतीय सेना ने सोमवार को बताया था कि भारतीय और चीनी सैनिकों की तवांग सेक्टर में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के निकट एक स्थान पर नौ दिसंबर को झड़प हुई, जिसमें ‘‘दोनों पक्षों के कुछ जवान मामूली रूप से घायल हो गए।’’ पूर्वी लद्दाख में दोनों पक्षों के बीच 30 महीने से अधिक समय से जारी सीमा गतिरोध के बीच पिछले शुक्रवार को संवेदनशील सेक्टर में एलएसी पर यांग्त्से के पास झड़प हुई। कांग्रेस के कई सांसदों ने चीन के साथ लगती सीमा पर हालात को लेकर संसद के दोनों सदनों में चर्चा की मांग करते हुए मंगलवार को कार्यस्थगन प्रस्ताव के नोटिस दिए थे। पार्टी सांसद मनीष तिवारी ने लोकसभा में नोटिस देकर मांग की है कि प्रश्नकाल, शून्यकाल और अन्य विधायी कार्यों को रोककर इस विषय पर चर्चा कराई जाए, जबकि कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला और सैयद नासिर हुसैन ने राज्यसभा में इसी प्रक्रार के नोटिस दिए।

India-China Faceoff: कांग्रेस ने मोदी सरकार को सुनाई खरी-खोटी

देश-दुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें।
अगली खबर पढ़ें

India-China Faceoff: कांग्रेस ने मोदी सरकार को सुनाई खरी-खोटी

05 13
India-China Faceoff
locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Dec 2025 02:14 AM
bookmark

India-China Faceoff: अरुणाचल प्रदेश के तवांग इलाके में भारतीय सैनिकों की चीनी सैनिकों से हुई भिड़ंत की खबर पर पूरा देश स्तब्ध है कि घटना नौ तारीख को हुई और इसके बारे में 12 तारीख को पता चला है। इस घटना में करीब 30 भारतीय सैनिक घायल हुए हैं। इसे लेकर विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने केंद्र की मोदी सरकार पर सवाल उठाए हैं तो वहीं असदुद्दीन ओवैसी ने कहा है कि चीन को करारा जवाब देना चाहिए।

India-China Faceoff

इस मुद्दे पर कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपनी छवि बचाने के लिए देश को खतरे में डाल रहे हैं। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने ट्वीट किया, ‘एक बार फिर हमारे सैनिकों को चीन ने उकसाया है। हमारे सैनिकों ने बहादुरी से मुकाबला किया और कुछ जवान घायल भी हुए. हम राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर राष्ट्र के रूप में एक हैं और इसका राजनीतिकरण नहीं करेंगे, लेकिन मोदी सरकार को एलएसी (लाइन ऑफ एक्जुअल कंट्रोल) पर चीन की आक्रामकता और अप्रैल 2020 से हो रहे निर्माण कार्य को लेकर ईमानदार होना चाहिए।’

वहीं, कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ट्वीट किया है, ‘भारतीय सेना के शौर्य पर हमें गर्व है। सीमा पर चीन की हरकतें पूरी तरह से अस्वीकार्य हैं। पिछले दो साल से हम बार-बार सरकार को जगाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन मोदी सरकार केवल अपनी राजनीतिक छवि को बचाने के लिए इस मामले को दबाने में लगी है। इससे चीन का दुस्साहस बढ़ता जा रहा है।’

रमेश ने आरोप लगाया, ‘‘देश से बड़ा कोई नहीं है, लेकिन मोदी जी अपनी छवि को बचाने के लिए देश को ख़तरे में डाल रहे हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘उत्तरी लद्दाख़ में घुसपैठ स्थायी करने की कोशिश में चीन ने डेपसांग में एलएसी की सीमा में 15-18 किलोमीटर अंदर 200 स्थायी शेल्टर बना दिए, पर सरकार चुप रही। अब यह नया चिंताजनक मामला सामने आया है।’’

कांग्रेस ने गलवान झड़प के बाद प्रधानमंत्री मोदी द्वारा दिए गए भाषण का वीडियो भी ट्वीट किया है जिसमें वह कह रहे हैं कि ‘‘किसी ने हमारी जमीन पर कब्जा नहीं किया है और कोई भारत में नहीं घुसा है और न ही हमारे किसी पोस्ट (चौकी) पर किसी अन्य ने कब्जा किया है।’’ कांग्रेस ने प्रधानमंत्री के उक्त भाषण का संदर्भ देते हुए कहा, ‘‘अगर यह गलती नहीं की गई होती। अगर चीन का नाम लिया गया होता, वह भारत की ओर आंख उठाकर देखने की हिम्मत नहीं करता… अभी भी वक्त है… डरें नहीं।’’

कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट किया है, ‘‘हमारे 20 बहादुर सैनिकों की शहादत के बाद भी चीन को दो टूक जवाब देने की बजाय.. प्रधानमंत्री ने “कोई नहीं घुस आया…” का बयान देकर देश की सुरक्षा और संप्रभुता से ज्यादा, अपनी “आभासी छवि” बनाए रखने में सारा ध्यान न लगाया होता, तो चीन बार बार यह दुस्साहस कभी नहीं करता!’’

ओवैसी ने का कि चीन गश्त नहीं करने दे रहा है, झड़पें हो रही हैं लेकिन मोदी सरकार चुप है। झड़पें 9 दिसंबर को हुईं लेकिन संसद के चलने के बावजूद हमें 12 दिसंबर को इसके बारे में पता चला। यह पीएम मोदी का कमजोर राजनीतिक नेतृत्व है, वह चीन का नाम लेने से डरते हैं। सरकार को संसद को सूचित करना चाहिए था.हमें भारतीय सेना पर पूरा भरोसा है। गलवान के दौरान पीएम मोदी ने कहा था ‘न कोई घुसा, न कोई आएगा।’ क्या वह अब भी यही कहेंगे? करारा जवाब क्यों नहीं दिया जा रहा है?

ओवैसी ने कहा-हमारे पास व्यापार असंतुलन है और चीन उसके पक्ष में है, बावजूद इसके हमारे सैनिक घायल हो रहे हैं। हमें संसद में सरकार से जवाब चाहिए और स्थगन प्रस्ताव लाएंगे। हमें उम्मीद है कि सरकार इस मुद्दे से नहीं भागेगी।

आपको बता दें कि उल्लेखनीय है कि भारतीय और चीनी सैनिकों की अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के निकट एक स्थान पर नौ दिसंबर को झड़प हुई, जिससे दोनों पक्षों के कुछ जवान मामूली रूप से घायल हो गये। सैन्य सूत्रों ने सोमवार को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि भारतीय सैनिकों ने चीनी पीएलए सैनिकों का डटकर मुकाबला किया।

देश-दुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें।
अगली खबर पढ़ें

Pakistan की इन वेबसाइट और ऐप को सरकार ने किया प्रतिबंधित

04 12
Pakistan
locationभारत
userचेतना मंच
calendar27 Nov 2025 06:23 PM
bookmark

Pakistan: भारत सरकार ने पाकिस्तान की एक वेबसाइट, दो मोबाइल ऐप और चार सोशल मीडिया एकाउंट को प्रतिबंधित कर दिया है आईटी अधिनियम 2021 के तहत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए सरकार ने इन्हें ब्लॉक करने का निर्देश दिया है। बताया जाता है कि वेबसाइट और मोबाइल एप्लिेकेशन भारत विरोधी प्रसारण कर रहे हैं।

Pakistan

आपको बता दें कि ओटीटी प्लेटाफार्म विडली टीवी ने हाल ही में “सेवक: द कन्फेशंस” नामक वेब सीरीज रिलीज की थी, जिसे भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा, संप्रभुता और अखंडता के लिए हानिकारक पाया गया था। यह भारत की रक्षा, राज्य की सुरक्षा, विदेशी राज्यों के साथ भारत के मैत्रीपूर्ण संबंधों और देश में सार्वजनिक व्यवस्था को बाधित करता है। वेब-सीरीज के अब तक तीन एपिसोड रिलीज हो चुके हैं।

ऐसा माना जा रहा है कि इस वेब सीरीज को पाकिस्तानी के सूचना संचालन तंत्र ने इरादतन बनवाया है। सीरीज का पहला एपिसोड 26 नवंबर को मुंबई आतंकवादी हमलों (26/11/2008) की बरसी पर जारी किया गया था।

भारत विरोधी कंटेंट वेब-सीरीज के शुरुआती क्रेडिट में भारतीय ध्वज के अशोक चक्र को आग में दिखाया गया है। इसमें भारत से संबंधित संवेदनशील ऐतिहासिक घटनाओं के विकृत संस्करण हैं। वेब सीरीज ने संवेदनशील ऐतिहासिक घटनाओं और राष्ट्रीय महत्व के विषयों पर एक भारत विरोधी कहानी दिखाई है।

इसमें ऑपरेशन ब्लू स्टार से लेकर अयोध्या में बाबरी मस्जिद का विध्वंस, ग्राहम स्टेंस नाम के एक ईसाई मिशनरी की हत्या, मालेगांव विस्फोट, समझौता एक्सप्रेस विस्फोट, सतलुज यमुना लिंक नहर से संबंधित अंतर्राज्यीय नदी जल विवाद तक की बात की गई है।

कहा जाता है कि वेब सीरीज में कई संवाद ऐसे शामिल हैं, जो आपत्तिजनक हैं। जैसे कि ऑपरेशन ब्लू स्टार के संदर्भ में सिख लोगों द्वारा उनकी आने वाली पीढ़ियों के लिए घावों को पार करना, भारतीय राज्य का मुस्लिम समुदाय के हितों के खिलाफ होना और सभी भारतीय राजनीतिक दल बाबरी मस्जिद के विध्वंस आदि में हाथ मिला रहे हैं। एक सीन में एक भारतीय टेलीविजन समाचार चैनल को दिखाया गया है जिसमें गृह मंत्री यह कहते नजर आ रहे हैं कि मुस्लिम, सिख और ईसाई भारत के आंतरिक खतरे हैं।

आपको बता दें कि विडली टीवी एक उभरता हुआ ओटीटी प्लेयर है जो वैश्विक स्तर पर मूवी और टीवी सामग्री प्रदान करता है। यह सेवा स्ट्रीमिंग क्षमताओं वाले सभी मोबाइल और कनेक्टेड डिवाइसों पर यूजर्स के लिए उपलब्ध है। जो लोग इसके सब्सक्राइबर हैं, उन्हें ऐड फ्री फिल्में और अन्य चीजें देखने को मिलती हैं।

Jammu-Kashmir News: सुरक्षा बलों को उड़ाना चाहते थे आतंकी

देश-दुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें।