Saharanpur: सहारनपुर। केंद्रीय रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव (Union Railway Minister Ashwini Vaishnav) ने सहारनपुर के खान आलमपुरा में उत्तर रेलवे के विद्युत लोको अनुरक्षण डिपो का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने खासतौर पर 12000 अश्व शक्ति वाले इंजन को देखा। यह इंजन नेविगेशन की अत्याधुनिक तकनीक के साथ भारत में तैयार किया गया है। यह 120 किलोमीटर प्रतिघंटा की गतिसीमा वाला है।
रेलमंत्री ने सहारनपुर में लोकोमोटिव अनुरक्षण डिपो में 12000 अश्व शक्ति के इंजन का निरीक्षण किया। यह इंजन नेविगेशन की अत्याधुनिक तकनीक के साथ भारत में तैयार किया गया है। यह 120 किलोमीटर प्रतिघंटा की गतिसीमा वाला है। अत्याधुनिक सुविधाओं वाला यह अनुरक्षण डिपो संयुक्त उपक्रम मॉड्यूल के तहत स्थापित किया गया है। इसमें विद्युत इंजनों जिनका उपयोग भारतीय रेलवे द्वारा लम्बी दूरी की मालगाड़ियों में मुख्य रूप से किया जाता है। इस डिपो में लोको पायलटों के प्रशिक्षण के लिए एक प्रशिक्षण स्कूल भी है। यह एक सस्टेनेबल सम्पत्ति है जिसमें अपशिष्ट और सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट, वर्षा जल संचयन, प्राकृतिक रोशनी के लिए डे-लाइट पैनल और शत-प्रतिशत एलईडी का उपयोग किया गया है।
मुख्य जनसंपर्क अधिकारी दीपक कुमार ने बताया कि डिपो में रेलकर्मियों के साथ बातचीत के दौरान रेलमंत्री ने कहा कि भारतीय रेलवे ने पिछले कुछ वर्षों में बड़े सकारात्मक बदलाव देखे हैं। बुनियादी ढांचा और परिसम्पत्तियों, यात्री और मालगाड़ी सेवाओं में आधुनिकीकरण के प्रयास किए गए हैं। हर क्षेत्र में बडे़ पैमाने पर डिजिटलीकरण से दिन-प्रतिदिन के मामलों को चलाने में आसानी हो रही है। साथ ही कुशल यात्री और माल ढुलाई मॉड्यूल भी तैयार किया गया है। उन्होंने अधिकारियों को विचार साझा करने और रेलवे की बेहतरी के लिए अभिनव रूप से उपयोग किए जाने वाले निष्कर्षों को साझा करने के लिए उत्साहित किया।
इस दौरान उनके साथ उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक आशुतोष गंगल, अम्बाला मंडल के मंडल रेल प्रबंधक गुरिन्दर मोहन सिंह, दिल्ली मंडल के मंडल रेल प्रबंधक डिम्पी गर्ग, उत्तर रेलवे के प्रमुख विभागाध्यक्ष और अम्बाला व दिल्ली मंडल के अनेक वरिष्ठ रेल अधिकारी उपस्थित थे।