S. Jaishankar : भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने एक बार फिर पाकिस्तान को सख्त लहजे में आगाह करते हुए साफ कर दिया है कि अब भारत आतंकवाद के साथ किसी भी प्रकार की सह-अस्तित्व की नीति नहीं अपनाएगा। उनका कहना है कि यदि भारत की सरज़मीं पर दोबारा आतंकी हमला होता है, तो देश मुंहतोड़ जवाब देने में तनिक भी संकोच नहीं करेगा। विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर इन दिनों ब्रुसेल्स यात्रा पर हैं, जहां एक प्रमुख अंतरराष्ट्रीय मंच पर बातचीत के दौरान उन्होंने यह बयान दिया। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि अगर आतंकी ठिकाने पाकिस्तान की सरहदों के भीतर हैं, तो भारत अपने राष्ट्रीय हितों की रक्षा के लिए सीमाओं के भीतर घुसकर भी कार्रवाई करने को तैयार है।
विदेश मंत्री ने कहा कि भारत द्वारा की गई पिछली जवाबी कार्रवाई से पाकिस्तान को भारी नुकसान उठाना पड़ा था। भारत के अत्याधुनिक लड़ाकू विमानों और सैन्य उपकरणों ने सटीक निशाने के साथ पाकिस्तान के कई सैन्य ठिकानों को नेस्तनाबूद किया, जिनकी पुष्टि खुले स्रोतों पर उपलब्ध उपग्रह चित्रों से भी होती है।
पहलगाम हमला और उसके बाद की कार्रवाइयाँ
अप्रैल माह में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम क्षेत्र में हुए भीषण आतंकी हमले में 26 पर्यटकों को पहचान के आधार पर निशाना बनाकर बेरहमी से मार दिया गया। भारत ने इस जघन्य वारदात के लिए पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठनों को ज़िम्मेदार ठहराया।
इसके बाद भारत ने मई में पाकिस्तान के भीतर आतंकी ठिकानों को लक्ष्य बनाकर एक बड़े सैन्य अभियान को अंजाम दिया। जवाबी प्रतिक्रिया में पाकिस्तान की ओर से भी हमले की कोशिश की गई, जिसके जवाब में भारत ने 10 मई को व्यापक सैन्य कार्रवाई करते हुए कई पाकिस्तानी एयरबेस को ध्वस्त कर दिया था ।
विमान गिराए जाने के दावे पर जयशंकर की प्रतिक्रिया
पाकिस्तान की ओर से दावा किया गया कि उसने भारत के एक लड़ाकू विमान को मार गिराया। इस पर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए जयशंकर ने कहा कि वे इस विषय पर टिप्पणी नहीं करेंगे, लेकिन समय आने पर भारत के संबंधित अधिकारी स्थिति को स्पष्ट करेंगे। उन्होंने इतना ज़रूर कहा कि हमारी कार्रवाई से पाकिस्तान को व्यापक क्षति पहुँची है, और इसके प्रमाण सार्वजनिक डोमेन में उपलब्ध हैं।
जयशंकर ने पाकिस्तान की नीति पर सवाल उठाते हुए कहा कि आतंकवाद को वहां की “राष्ट्रीय रणनीति” का हिस्सा बना दिया गया है। उन्होंने कहा, पाकिस्तान ने लगातार आतंकियों को शरण और प्रशिक्षण दिया है। अब हम और नहीं झेलेंगे। अगर फिर से कोई हमला हुआ, तो भारत की प्रतिक्रिया और भी सख्त होगी—चाहे वह आतंकी संगठन हो या उनका नेतृत्व। S. Jaishankar