Trump : टैरिफ नीति में बड़ा बदलाव, स्टील और एल्युमीनियम पर 25% टैरिफ

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calendar12 MAR 2025 11:34 AM
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Trump : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने स्टील और एल्युमीनियम पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाने का ऐलान किया था, जो अब आधिकारिक रूप से लागू हो गया है। ट्रंप का दावा है कि इस कदम से अमेरिका में निवेश बढ़ेगा और स्थानीय स्तर पर रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे। हालांकि, इस फैसले से अंतरराष्ट्रीय बाजारों में अस्थिरता देखी जा रही है, जिसके कारण आर्थिक मंदी की आशंका बढ़ गई है।

ट्रंप का तर्क - अमेरिका को मिलेगा फायदा

ट्रंप का मानना है कि ज्यादा टैरिफ लगाने से अमेरिकी उद्योगों को मजबूती मिलेगी। उन्होंने बिजनेस राउंडटेबल में सीईओ की बैठक के दौरान कहा कि यह नीति वैश्विक कंपनियों को अमेरिका में निवेश करने के लिए प्रेरित करेगी। हालांकि, इसके चलते दुनियाभर के शेयर बाजारों में गिरावट दर्ज की गई है।

कनाडा और अन्य देशों पर सीधा प्रभाव

इस नीति का सबसे ज्यादा असर अमेरिका के प्रमुख व्यापारिक साझेदारों पर पड़ने की संभावना है। कनाडा: अमेरिका में आयात होने वाले स्टील और एल्युमीनियम का सबसे बड़ा स्रोत। टैरिफ बढ़ने से कनाडा की अर्थव्यवस्था प्रभावित हो सकती है। मेक्सिको: अमेरिकी उद्योगों को स्टील और एल्युमीनियम का एक महत्वपूर्ण आपूर्तिकर्ता। टैरिफ बढ़ने से व्यापार संतुलन बिगड़ सकता है। ब्राजील, जापान और दक्षिण कोरिया: ये देश भी अमेरिका को बड़े पैमाने पर स्टील और एल्युमीनियम निर्यात करते हैं। टैरिफ बढ़ने से इनके उद्योगों को नुकसान हो सकता है। संयुक्त अरब अमीरात, चीन, बहरीन, अर्जेंटीना और भारत: अमेरिका को एल्युमीनियम उत्पादों के निर्यातक ये देश भी इस फैसले से प्रभावित होंगे।

वैश्विक बाजार पर असर

अमेरिका के इस टैरिफ फैसले के बाद (1) वैश्विक व्यापारिक संबंधों में तनाव बढ़ने की आशंका है। (2) अमेरिका और अन्य देशों के बीच व्यापार समझौतों पर पुनर्विचार किया जा सकता है। (3) स्टील और एल्युमीनियम से जुड़ी कंपनियों को नए बाज़ार खोजने पड़ सकते हैं।

ट्रंप की पिछली नीतियों की पुनरावृत्ति

डोनाल्ड ट्रंप ने अपने पिछले कार्यकाल में भी 2018 में इसी तरह का टैरिफ लगाया था। हालांकि, बाद में विभिन्न देशों के साथ बातचीत के बाद उन्होंने इसे रोक दिया था। इस बार क्या अमेरिकी प्रशासन अपनी नीति पर कायम रहेगा, यह देखने वाली बात होगी। Trump 

World Air Quality Report 2024: वायु प्रदूषण की चौंकाने वाली रिपोर्ट

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World Air Quality Report 2024: वायु प्रदूषण की चौंकाने वाली रिपोर्ट

World Air Quality Report 2024
World Air Quality Report 2024
locationभारत
userचेतना मंच
calendar12 MAR 2025 11:06 AM
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World Air Quality Report 2024: स्वच्छ हवा में सांस लेना हर व्यक्ति का अधिकार है, लेकिन तेजी से बढ़ते वायु प्रदूषण ने इस अधिकार को चुनौती दे दी है। स्विट्जरलैंड की एयर क्वालिटी इंडेक्स कंपनी 'IQ Air' द्वारा जारी वर्ल्ड एयर क्वालिटी रिपोर्ट 2024 के अनुसार, भारत में वायु प्रदूषण की स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है। रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली अभी भी दुनिया की सबसे प्रदूषित राजधानी बनी हुई है, जबकि भारत वैश्विक स्तर पर पांचवें स्थान पर है।

भारत के सबसे प्रदूषित शहर

रिपोर्ट के अनुसार, दुनिया के 20 सबसे प्रदूषित शहरों में से 13 भारत के हैं। मेघालय का बर्नीहाट इस सूची में शीर्ष स्थान पर है। वहीं, अन्य प्रमुख शहरों में दिल्ली, गुरुग्राम और गाजियाबाद शामिल हैं। इन शहरों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) चिंताजनक स्तर पर पहुंच चुका है।

भारत के सबसे प्रदूषित शहर (AQI के अनुसार)

शहर AQI
गुरुग्राम 264
दिल्ली 240
नई दिल्ली 229
गाजियाबाद 191
आसनसोल 184
अहमदाबाद 179
नोएडा 175
कानपुर 172
नागपुर 169
नासिक 169

भारत के सबसे साफ शहर

हालांकि, भारत में कुछ ऐसे भी शहर हैं जहां की हवा तुलनात्मक रूप से साफ मानी जाती है। प्रयागराज इस सूची में सबसे स्वच्छ हवा वाले शहरों में सबसे ऊपर है, इसके बाद बेंगलुरु और वाराणसी आते हैं।

भारत के सबसे साफ शहर (AQI के अनुसार)

शहर AQI
प्रयागराज 58
बेंगलुरु 61
वाराणसी 66
जबलपुर 70
चेन्नई 71
रायपुर 77
विजयवाड़ा 85
भिलाई 86
भोपाल 87
कोटा 95

दुनिया के सबसे प्रदूषित देश

वर्ल्ड एयर क्वालिटी रिपोर्ट के अनुसार, भारत दुनिया का पांचवां सबसे प्रदूषित देश बन गया है। रिपोर्ट में चाड, बांग्लादेश और पाकिस्तान सबसे अधिक प्रदूषित देशों में शुमार किए गए हैं।

दुनिया के सबसे प्रदूषित देश (PM 2.5 की सालाना औसत)

देश AQI
चाड 91.8
बांग्लादेश 78.0
पाकिस्तान 73.7
कांगो 58.2
भारत 50.6
तजाकिस्तान 46.3
नेपाल 42.8
युगांडा 41.0
रवांडा 40.8
बुरुंडी 40.3

दुनिया के 20 सबसे प्रदूषित शहर

शहर देश
बर्नीहाट भारत
दिल्ली भारत
कारागंडा कजाकिस्तान
मुल्लानपुर भारत
लाहौर पाकिस्तान
फरीदाबाद भारत
एनडजेमेना चाड
लोनी भारत
नई दिल्ली भारत
मुल्तान पाकिस्तान
पेशावर पाकिस्तान
सियालकोट पाकिस्तान
गुरुग्राम भारत
गंगानगर भारत
होटन चीन
ग्रेटर नोएडा भारत
भिवाड़ी भारत
मुजफ्फरनगर भारत
हनुमानगढ़ भारत
नोएडा भारत

समाधान और उपाय

वायु प्रदूषण की इस भयावह स्थिति को नियंत्रित करने के लिए सरकार और आम जनता को मिलकर प्रयास करने की जरूरत है। निम्नलिखित उपाय इस समस्या के समाधान में सहायक हो सकते हैं ।
  1. वाहनों का नियंत्रण: सार्वजनिक परिवहन को बढ़ावा देना और इलेक्ट्रिक वाहनों को अपनाना।
  2. उद्योगों पर सख्ती: कारखानों से निकलने वाले हानिकारक धुएं को नियंत्रित करना।
  3. ग्रीनरी बढ़ाना: अधिक से अधिक पौधारोपण करना और जंगलों को संरक्षित रखना।
  4. कचरा प्रबंधन: खुले में कचरा जलाने पर प्रतिबंध लगाना।
  5. जागरूकता अभियान: लोगों को प्रदूषण के खतरों के बारे में जागरूक करना। World Air Quality Report 2024
 

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डोनाल्ड ट्रंप की शांति पहल: यूक्रेन युद्ध विराम

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Trump:
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calendar12 MAR 2025 10:01 AM
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Trump: अमेरिका के  राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Trump)ने हाल ही में यूक्रेन युद्ध के अंत को लेकर एक महत्वपूर्ण बयान दिया है। ट्रंप ने यह स्पष्ट किया कि यूक्रेन में युद्ध विराम पर सहमति बन चुकी है और अब रूस के साथ शांति वार्ता के लिए वह तैयार हैं। उनका कहना है कि युद्ध विराम का यह कदम दोनों देशों के लिए फायदेमंद हो सकता है, और अगर रूस इस पर सहमत हो जाता है तो यह एक बड़ी सफलता होगी। साथ ही, उन्होंने कहा कि सऊदी अरब में चल रही शांति वार्ता के बाद यूक्रेन और अमेरिका के बीच संबंध और मजबूत हो सकते हैं।

ट्रंप(Trump) की शांति पहल: रूस से युद्ध विराम पर बातचीत की संभावना

डोनाल्ड ट्रंप(Trump) ने यूक्रेन के लिए शांति की दिशा में एक नई पहल की है, जिसमें रूस के साथ युद्ध विराम पर बातचीत की योजना बनाई गई है। ट्रंप(Trump) ने कहा, "यूक्रेन ने युद्ध विराम पर सहमति दी है, और अब हम उम्मीद करते हैं कि रूस भी इस पर राजी होगा।" उन्होंने युद्ध की स्थिति को बहुत गंभीर बताते हुए कहा कि शहरों में भारी नुकसान हो रहा है और लोग जान गंवा रहे हैं। उनके मुताबिक, युद्ध विराम दोनों देशों के नागरिकों के लिए एक नई शुरुआत हो सकती है। ट्रंप का यह बयान यूक्रेन और रूस के बीच शांति की संभावनाओं को फिर से खोलता है।

अमेरिका की सैन्य और खुफिया सहायता: यूक्रेन को अतिरिक्त समर्थन

यूक्रेन को दी जाने वाली सैन्य सहायता और खुफिया जानकारी पर प्रतिबंधों को हटाने का निर्णय अमेरिका ने हाल ही में लिया है। ट्रंप(Trump) प्रशासन ने यह कदम यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की पर रूस के साथ युद्ध समाप्त करने के लिए दबाव डालने के उद्देश्य से उठाया है। यह कदम सऊदी अरब में यूक्रेन और अमेरिका के बीच शांति वार्ता के दौरान लिया गया था। अमेरिका ने यूक्रेन को यह सुनिश्चित करने का वादा किया है कि वह युद्ध विराम की प्रक्रिया में मदद करने के लिए हर संभव कदम उठाएगा। इस प्रकार, यूक्रेन और अमेरिका के बीच बढ़ती साझेदारी और ट्रंप(Trump) की शांति पहल, युद्ध विराम के रास्ते में एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकती है।Trump:

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