Monday, 17 February 2025

भारत के लिए बड़ी मुसीबत बन सकती है ट्रंप की ये चेतावनी, सबसे ताकतवर कुर्सी पर बैठते ही…

Donald Trump : डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में 20 जनवरी 2025 को शपथ लेने के बाद…

भारत के लिए बड़ी मुसीबत बन सकती है ट्रंप की ये चेतावनी, सबसे ताकतवर कुर्सी पर बैठते ही…

Donald Trump : डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में 20 जनवरी 2025 को शपथ लेने के बाद से अपनी सरकार की आर्थिक नीति का ऐलान किया। जिसमें दूसरे देशों से आयातित सामान पर भारी टैरिफ और टैक्स लगाने का प्रस्ताव था। उनका उद्देश्य अमेरिकी लोगों को समृद्ध बनाना और अमेरिकी व्यापार को बढ़ावा देना है। ट्रंप का कहना है कि, वह विदेशी सामान पर 10% का टैरिफ और चीनी सामान पर 60% तक टैरिफ लगाने की योजना बना रहे हैं, साथ ही कनाडा और मेक्सिको के सामान पर 25% इम्पोर्ट सरचार्ज भी लागू करेंगे।

भारत को हो सकती है गंभीर चिंता

भारत और अमेरिका के बीच व्यापारिक रिश्ते बड़े हैं और इस चेतावनी के परिणामस्वरूप भारत को गंभीर चिंता हो सकती है। भारत से अमेरिका निर्यात होने वाले कई सामानों पर पहले से ही भारी टैरिफ लागू होते हैं, और अगर ट्रंप ने टैरिफ बढ़ा दिए तो इससे भारतीय निर्यातकों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है। इससे भारतीय सामान की प्रतिस्पर्धा क्षमता कमजोर हो सकती है, खासतौर पर उन उत्पादों के लिए जो मुख्य रूप से अमेरिकी बाजार पर निर्भर हैं।

भारत पर ‘जैसे को तैसा’ नीति का असर

ट्रंप का यह विचार “जैसे को तैसा” नीति अपनाई जाएगी भारत के लिए एक चिंताजनक विषय है। अगर भारत अमेरिकी सामान पर उच्च टैरिफ लगा रहा है, तो अमेरिका भी भारत के सामान पर इसी तरह के टैरिफ लागू कर सकता है। इस नीति का असर भारतीय निर्यातकों पर सीधा पड़ सकता है, और इसके परिणामस्वरूप भारत का अमेरिकी बाजार में एक्सपोर्ट कम हो सकता है। जो भारतीय अर्थव्यवस्था और रोजगार पर असर डाल सकता है।

महंगाई का खतरा

टैरिफ बढ़ाने से दोनों देशों में महंगाई भी बढ़ सकती है। अगर अमेरिका में आयातित सामान की कीमतों में वृद्धि होती है, तो वहां के उपभोक्ताओं पर अतिरिक्त भार आ सकता है, जिससे महंगाई बढ़ सकती है। भारत में भी अमेरिकी सामान महंगा हो जाएगा जो आम जनता की पहुंच से बाहर हो सकता है।

ब्रिक्स और अन्य देशों को लेकर चेतावनी

इसके अलावा, ट्रंप ने पिछले साल ब्रिक्स देशों को भी चेतावनी दी थी कि अगर वे डॉलर की बजाय किसी अन्य करेंसी में व्यापार करने का निर्णय लेते हैं, तो अमेरिका उनसे व्यापार समाप्त कर सकता है। भारत ने इस पहल पर रूस के साथ विचार-विमर्श किया था जिसमें अन्य करेंसी के उपयोग पर चर्चा की गई थी। यदि ट्रंप इस दिशा में कदम उठाते हैं तो इसका भारत पर भी असर हो सकता है विशेष रूप से उसके व्यापारिक रिश्तों पर। Donald Trump

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