पत्नी ‘चुराने’ का अनोखा रिवाज, यहां होती है दुनिया की सबसे अजीब शादी
पश्चिमी अफ्रीका की वोदाब्बे जनजाति की दूसरी शादी की परंपरा इतनी अनोखी है कि इसे सुनकर कोई भी हैरान रह जाएगा। यहां न तो पारंपरिक रस्मों की जरूरत होती है न परिवार की सहमति का बंधन।

शादी एक ऐसा समारोह है जो दुनिया भर में अलग-अलग संस्कृतियों और परंपराओं में मनाया जाता है। कहीं सात फेरे और अंगूठी की रस्म होती है तो कहीं लंबे इंतजार और परिवार की सहमति पर विवाह तय होता है। लेकिन पश्चिमी अफ्रीका की वोदाब्बे जनजाति की दूसरी शादी की परंपरा इतनी अनोखी है कि इसे सुनकर कोई भी हैरान रह जाएगा। यहां न तो पारंपरिक रस्मों की जरूरत होती है न परिवार की सहमति का बंधन। दूसरी शादी के लिए पुरुषों को एक बेहद अनोखी चुनौती पूरी करनी पड़ती है, और इसमें महिला की सहमति सबसे अहम कड़ी होती है।
बेहद अलग है दूसरी शादी की प्रक्रिया
वोदाब्बे समाज में पहली शादी आम तौर पर परिवार की सहमति से तय होती है लेकिन दूसरी शादी की प्रक्रिया बिलकुल अलग है। यहां किसी पुरुष को दूसरी शादी करने के लिए किसी अन्य पुरुष की पत्नी को आकर्षित करना होता है। इसे सुनकर कई लोग इसे पत्नी की चोरी कह सकते हैं लेकिन वास्तव में इसमें किसी तरह की जबरदस्ती नहीं होती। महिला को पूरी आजादी होती है कि वह किस पुरुष के साथ रहना चाहती है और समाज उसके फैसले का पूरा सम्मान करता है। यही वजह है कि यह रिवाज विवादों के बावजूद अपनी अनोखी पहचान बनाए हुए है।
महिलाओं को अपने साथी चुनने की स्वतंत्रता
वोदाब्बे जनजाति का सबसे बड़ा त्योहार गेरेवोल फेस्टिवल इस परंपरा का मुख्य हिस्सा है। यह केवल नाच-गाने का उत्सव नहीं है बल्कि पुरुषों और महिलाओं के बीच प्रेम और पसंद की खुली सोच का प्रतीक है। इस उत्सव में पुरुष पारंपरिक रंगों और मेकअप से अपने चेहरे को सजाते हैं, खास वेशभूषा पहनकर घंटों नाच-गाना करते हैं और अपनी सुंदरता, आत्मविश्वास और डांस स्किल्स से महिलाओं का ध्यान आकर्षित करते हैं। इस रंगीन और जीवंत समारोह का उद्देश्य केवल दिखावा नहीं बल्कि महिलाओं को अपने साथी चुनने की स्वतंत्रता देना है।
कैसे होती है पसंद की शादी?
अगर कोई महिला किसी अन्य पुरुष को पसंद करती है तो समुदाय इसमें सक्रिय भूमिका निभाता है। दोनों को ढूंढकर सामाजिक परंपराओं के अनुसार शादी कराई जाती है। इस तरह की प्रक्रिया केवल सामाजिक बंधन नहीं बनाती बल्कि महिला की आजादी और उनके फैसले की इज्जत भी सुनिश्चित करती है। आज की आधुनिक दुनिया में यह रिवाज भले ही अजीब लगे लेकिन यह अफ्रीका की सांस्कृतिक विविधता, प्रेम, सौंदर्य और व्यक्तिगत पसंद की आजादी को खूबसूरती से दर्शाता है। वोदाब्बे जनजाति में शादी केवल एक औपचारिक बंधन नहीं है बल्कि यह प्यार और सहमति का खुला मंच है जिसे सदियों से पीढ़ी दर पीढ़ी निभाया जा रहा है।
शादी एक ऐसा समारोह है जो दुनिया भर में अलग-अलग संस्कृतियों और परंपराओं में मनाया जाता है। कहीं सात फेरे और अंगूठी की रस्म होती है तो कहीं लंबे इंतजार और परिवार की सहमति पर विवाह तय होता है। लेकिन पश्चिमी अफ्रीका की वोदाब्बे जनजाति की दूसरी शादी की परंपरा इतनी अनोखी है कि इसे सुनकर कोई भी हैरान रह जाएगा। यहां न तो पारंपरिक रस्मों की जरूरत होती है न परिवार की सहमति का बंधन। दूसरी शादी के लिए पुरुषों को एक बेहद अनोखी चुनौती पूरी करनी पड़ती है, और इसमें महिला की सहमति सबसे अहम कड़ी होती है।
बेहद अलग है दूसरी शादी की प्रक्रिया
वोदाब्बे समाज में पहली शादी आम तौर पर परिवार की सहमति से तय होती है लेकिन दूसरी शादी की प्रक्रिया बिलकुल अलग है। यहां किसी पुरुष को दूसरी शादी करने के लिए किसी अन्य पुरुष की पत्नी को आकर्षित करना होता है। इसे सुनकर कई लोग इसे पत्नी की चोरी कह सकते हैं लेकिन वास्तव में इसमें किसी तरह की जबरदस्ती नहीं होती। महिला को पूरी आजादी होती है कि वह किस पुरुष के साथ रहना चाहती है और समाज उसके फैसले का पूरा सम्मान करता है। यही वजह है कि यह रिवाज विवादों के बावजूद अपनी अनोखी पहचान बनाए हुए है।
महिलाओं को अपने साथी चुनने की स्वतंत्रता
वोदाब्बे जनजाति का सबसे बड़ा त्योहार गेरेवोल फेस्टिवल इस परंपरा का मुख्य हिस्सा है। यह केवल नाच-गाने का उत्सव नहीं है बल्कि पुरुषों और महिलाओं के बीच प्रेम और पसंद की खुली सोच का प्रतीक है। इस उत्सव में पुरुष पारंपरिक रंगों और मेकअप से अपने चेहरे को सजाते हैं, खास वेशभूषा पहनकर घंटों नाच-गाना करते हैं और अपनी सुंदरता, आत्मविश्वास और डांस स्किल्स से महिलाओं का ध्यान आकर्षित करते हैं। इस रंगीन और जीवंत समारोह का उद्देश्य केवल दिखावा नहीं बल्कि महिलाओं को अपने साथी चुनने की स्वतंत्रता देना है।
कैसे होती है पसंद की शादी?
अगर कोई महिला किसी अन्य पुरुष को पसंद करती है तो समुदाय इसमें सक्रिय भूमिका निभाता है। दोनों को ढूंढकर सामाजिक परंपराओं के अनुसार शादी कराई जाती है। इस तरह की प्रक्रिया केवल सामाजिक बंधन नहीं बनाती बल्कि महिला की आजादी और उनके फैसले की इज्जत भी सुनिश्चित करती है। आज की आधुनिक दुनिया में यह रिवाज भले ही अजीब लगे लेकिन यह अफ्रीका की सांस्कृतिक विविधता, प्रेम, सौंदर्य और व्यक्तिगत पसंद की आजादी को खूबसूरती से दर्शाता है। वोदाब्बे जनजाति में शादी केवल एक औपचारिक बंधन नहीं है बल्कि यह प्यार और सहमति का खुला मंच है जिसे सदियों से पीढ़ी दर पीढ़ी निभाया जा रहा है।












