रुपया पहली बार 90/यूएसडी के पार, रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुँचा

रुपये की कमजोरी कई कारणों से बढ़ी है। बड़े बैंकों द्वारा डॉलर की आक्रामक खरीदारी और विदेशी निवेशकों की लगातार निकासी भी इसका बड़ा कारण है। भारत-अमेरिका ट्रेड एग्रीमेंट को लेकर बढ़ती अनिश्चितता तथा कमजोर ट्रेडिंग सेंटिमेंट और नकारात्मक पोर्टफोलियो फ्लो का होना इसका प्रमुख कारण रहा।

rupee doller
डालर के मुकाबले रुपये में गिरावट
locationभारत
userयोगेन्द्र नाथ झा
calendar03 Dec 2025 01:45 PM
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Rupee Depreciates : बुधवार के शुरुआती कारोबार में भारतीय रुपया भारी दबाव में रहा और पहली बार अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 90 के स्तर को पार करते हुए 90.02 पर फिसल गया। यह अब तक का सबसे कमजोर स्तर है। ठीक एक दिन पहले जब रुपया 39 पैसे की गिरावट के बाद 89.95 पर बंद हुआ तभी बाजार के जानकारों में हलचल तेज हो गई थी। और जब आज बुधवार को रपया डालर के मुकाबले सर्वाधिक निचले स्तर पर पहुंचा तो बाजार में कोहराम मचा हुआ है। इससे पहले 2 दिसंबर को रुपया 39 पैसे टूटकर 89.95 पर बंद हुआ था। 1 दिसंबर को यह 89.83 के स्तर पर था। वर्ष 2025 की शुरुआत से अब तक रुपये में कुल 4.77% की गिरावट दर्ज की गई है।

क्यों गिर रहा है रुपया?

रुपये की कमजोरी कई कारणों से बढ़ी है। बड़े बैंकों द्वारा डॉलर की आक्रामक खरीदारी और विदेशी निवेशकों की लगातार निकासी भी इसका बड़ा कारण है। भारत-अमेरिका ट्रेड एग्रीमेंट को लेकर बढ़ती अनिश्चितता तथा कमजोर ट्रेडिंग सेंटिमेंट और नकारात्मक पोर्टफोलियो फ्लो का होना इसका प्रमुख कारण रहा। इन सभी कारणों ने बीते कुछ सत्रों में रुपये पर दबाव बनाए रखा है। पिछले पाँच कारोबारी दिनों में डॉलर-रुपया जोड़ी में 1% से अधिक की बढ़त देखी गई है, और पिछले महीने यह बढ़त 1.5% से ज्यादा रही।

स्टॉक मार्केट पर प्रभाव

रुपये की गिरावट का असर घरेलू शेयर बाजारों पर भी दिखाई दिया। निफ्टी 26,000 के नीचे फिसल गया। वहीं सेंसेक्स में लगभग 200 अंकों की गिरावट देखी गई। कमजोर होती करेंसी ने महंगाई और विदेशी निवेश को लेकर निवेशकों की चिंताओं को और बढ़ा दिया।

1 जनवरी 2025 को डॉलर के मुकाबले रुपया 85.70 पर था, यानी तब से अब तक इसमें काफी गिरावट आ चुकी है।

यदि भारत-अमेरिका व्यापार समझौते पर अस्थिरता बनी रहती है, तो आने वाले समय में रुपया और कमजोर हो सकता है।

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पाकिस्तान में इमरान खान गायब, समर्थकों में आक्रोश, सरकार सख्ती पर उतारू

इमरान के परिवार खासकर उनकी बहन और बेटे ने सरकार से मांग की है कि उन्हें यह दिखाया जाए कि इमरान खान सही सलामत हैं। इमरान के समर्थकों के डर से पाक सरकार ने धारा 144 लगा दिया है।

pti pradartion
पाकिस्तान में इमरान खान के समर्थक रैली निकालते हुए
locationभारत
userयोगेन्द्र नाथ झा
calendar02 Dec 2025 01:28 PM
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Islamabad News : पाकिस्तान में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की सुरक्षा और स्थिति को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। सरकार अभी तक उनके बारे में कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दे सकी है, जिससे उनकी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) और समर्थकों में भारी आक्रोश है। इमरान के परिवार खासकर उनकी बहन और बेटे ने सरकार से मांग की है कि उन्हें यह दिखाया जाए कि इमरान खान सही सलामत हैं। इमरान के समर्थकों के डर से पाक सरकार ने धारा 144 लगा दिया है।

अडियाला जेल और इस्लामाबाद में कड़ा बंदोबस्त

पीटीआई ने घोषणा की है कि उनकी टीम और सांसद पहले इस्लामाबाद हाई कोर्ट के बाहर जुटेंगे और उसके बाद अडियाला जेल तक रैली निकालेंगे। इसी वजह से प्रशासन ने इस्लामाबाद और रावलपिंडी में धारा 144 लागू कर दी, और भारी पुलिस बल तैनात किया। वहां किसी भी तरह की सभा या भीड़ पर रोक लगा दी है। अधिकारियों का कहना है कि यह कदम कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए उठाया गया है क्योंकि हालात लगातार तनावपूर्ण होते जा रहे हैं।

तनाव क्यों बढ़ा?

पीटीआई नेताओं का आरोप है कि अदालत के आदेश होने के बावजूद जेल प्रशासन उन्हें इमरान खान से मिलने नहीं दे रहा। खैबर पख्तूनख्वाह के मुख्यमंत्री को भी लगातार कई बार इमरान से मिलने से रोका गया, जिसके चलते उन्होंने जेल के बाहर धरना दे दिया। पार्टी के अनुसार यह सब इमरान खान की स्थिति छुपाने के लिए किया जा रहा है।

खैबर पख्तूनख्वाह में गवर्नर शासन की चर्चा

स्थिति बिगड़ते देख यह भी खबर है कि केंद्र सरकार केपी में गवर्नर रूल लागू करने पर विचार कर सकती है। प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के करीबी नेता राणा सनाउल्लाह ने संकेत दिया कि यदि हालात और खराब हुए तो यह कदम उठाया जा सकता है। अडियाला जेल अधिकारियों ने एक बयान जारी कर कहा है कि इमरान खान सुरक्षित हैं, उनकी तबीयत ठीक है, उन्हें जेल से कहीं और नहीं ले जाया गया, और उन्हें हर जरूरी मेडिकल सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। उन्होंने सोशल मीडिया पर फैल रही अफवाहों को गलत बताया। 

इमरान खान को अगस्त 2023 में गिरफ्तार किया गया था और उन पर भ्रष्टाचार और आतंकवाद सहित कई मामलों में मुकदमे चल रहे हैं। 2022 में अविश्वास प्रस्ताव के जरिए उन्हें पद से हटाया गया था। तब से पीटीआई लगातार उनकी सुरक्षा और स्वास्थ्य को लेकर सवाल उठा रही है।


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पूरी दुनिया में बजा भारत का डंका, बन गया तीसरी बड़ी ताकत

दुनिया में भारत का डंका बजने की घोषणा भारत ने नहीं बल्कि दुनिया की सबसे बड़ी सर्वे एजेंसी लोवी इंस्टीट्यूट ने की है। सर्वे एजेंसी लोवी इंस्टीट्यूट का मुख्यालय आस्ट्रेलिया में है। इस एजेंसी को दुनिया का बड़ा थिंक टैंक माना जाता है।

Asia Power Index 2025 में गूँजा भारत का डंका, बन गया तीसरी सबसे बड़ी ताकत
Asia Power Index 2025 में गूँजा भारत का डंका, बन गया तीसरी सबसे बड़ी ताकत
locationभारत
userआरपी रघुवंशी
calendar29 Nov 2025 02:19 PM
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Asia Power Index 2025 : पूरी दुनिया में भारत का डंका बज रहा है। भारत तेजी के साथ आगे बढ़ते हुए दुनिया की तीसरी बड़ी ताकत बन गया है। केवल अमेरिका तथा चीन ही भारत से आगे रह गए हैं। भारत ने ताकत के मामले में रूस, जापान तथा आस्ट्रेलिया को पीछे छोडक़र दुनिया की सुपर पॉवर बनने की दिशा में बड़ी छलांग लगा दी है। भारत की ताकत का डंका दुनिया में एक साथ सुना जा रहा है। दुनिया में भारत का डंका बजने की घोषणा भारत ने नहीं बल्कि दुनिया की सबसे बड़ी सर्वे एजेंसी लोवी इंस्टीट्यूट ने की है। सर्वे एजेंसी लोवी इंस्टीट्यूट का मुख्यालय आस्ट्रेलिया में है। इस एजेंसी को दुनिया का बड़ा थिंक टैंक माना जाता है।

सर्वे रिपोर्ट में तीसरी सबसे बड़ी शक्ति घोषित किया गया भारत को

आपको बता दें कि आस्ट्रेलिया के प्रसिद्ध थिंक टैंक लोवी इंस्टीट्यूट ने ‘‘एशिया पॉवर इंडेक्स-2025’’ की घोषणा की है। एशिया पॉवर इंडेक्स-2025 में भारत को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी ताकत घोषित किया गया है। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि भारत की ताकत बढऩे का सबसे बड़ा पैमाना भारत का ‘‘ऑप्रेशन सिंदूर’’ रहा है। इतना ही नहीं रक्षा के क्षेत्र में भारत की ताकत बढऩे के साथ ही आर्थिक क्षेत्र में भी भारत की ताकत में बड़ी बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है। एशिया पॉवर इंडेक्स की रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए चीन, अमेरिका तथा जापान जैसे देशों के विशेषज्ञों ने माना है कि भारत जल्दी ही दुनिया की सुपर पॉवर बन सकता है। एशिया पॉवर इंडेक्स में भारत को 40 अंक मिले हैं। सुपर पॉवर बनने के लिए 70 या उससे अधिक अंक चाहिए होते हैं। इस प्रकार भारत सुपर पॉवर बनने के मामले में आवश्यक अंकों में केवल 30 अंक ही पीछे रह गया है। 

कुल 131 संकेतकों तथा आठ मानकों से बना है एशिया पॉवर इंडेक्स-2025

आपको बता दें कि वार्षिक एशिया पावर इंडेक्स में संसाधनों व प्रभाव के आधार पर देशों का स्थान तय किया जाता है। इंडेक्स में 'प्रमुख शक्तियों' में स्थान के लिए 40 अंक जरूरी होते हैं। इस सूची में कुल 27 देशों को शामिल किया गया है। अपनी आर्थिक क्षमता में भारत ने जापान को पछाड़ते हुए एक पायदान की बढ़त दर्ज की है। एशिया पावर इंडेक्स को तैयार करने में कुल 131 संकेतकों और आठ मानकों को आधार बनाया गया है। मानकों में सैन्य क्षमता, रक्षा नेटवर्क, आर्थिक शक्ति, आर्थिक संबंध, कूटनीतिक एवं सांस्कृतिक प्रभाव, लचीलापन और भविष्य के संसाधनों के आधार पर समग्र प्रभाव क्षमता मापी गई है। इंडेक्स के मुताबिक, उस देश को प्रमुख शक्ति या मेजर पावर कहा जाता है जिसके 40 या उससे अधिक अंक हों।

भारत का बजा डंका, पाकिस्तान कहीं नहीं

एशिया पॉवर इंडेक्स-2025 के कारण भारत का डंका पूरी दुनिया में बज रहा है। भारत से टूटकर बना भारत का पड़ोसी देश इस इंडेक्स में दूर-दूर तक नजर नहीं आ रहा है। एशिया पॉवर इंडेक्स में अमेरिका तथा चीन के बाद भारत तीसरे नम्बर पर है। भारत के पड़ोसी देश पाकिस्तान का इस इंडेक्स में टॉप-10 देशों में नाम तक दर्ज नहीं हैं। इंडेक्स में पाकिस्तान का नाम 16वें स्थान पर है। भारत ने पूरी दुनिया में डंका बजाकर यह ऐलान कर दिया है कि ‘‘हम हैं दुनिया की तीसरी बड़ी ताकत’’ इस ऐलान के साथ ही भारत सुपर पॉवर बनने की दिशा में आगे बढऩा शुरू हो गया है।

दुनिया की 10 बड़ी ताकत इस प्रकार हैं

एशिया पॉवर इंडेक्स-2025 में शामिल दुनिया की 10 बड़ी ताकतों की बात करें तो 80.4 अंकों के साथ अमेरिका सबसे ऊपर है। 73.7 अंकों के साथ चीन दूसरे स्थान पर है। 40.0 अंकों के साथ भारत दुनिया की तीसरी बड़ी ताकत के स्थान पर है। चौथे नम्बर पर 38.8 अंकों के साथ जापान, 32.1 अंकों के साथ रूस पांचवें स्थान पर है। इसी प्रकार 31.8 अंकों के साथ आस्ट्रेलिया छठे, 31.5 अंकों के साथ दक्षिण कोरिया सातवें, 26.6 अंकों के साथ सिंगापुर आठवें, 22.4 अंकों के साथ इंडोनेशिया 9वें तथा 20.5 अंकों के साथ मलेशिया 10वें स्थान पर कायम है। Asia Power Index 2025

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