USA News: भारतीयों को अपना मित्र कहना अमेरिका के लिए गर्व की बात: अमेरिकी सांसद


आज का युग सूचना का युग है, जहां हर क्षण दुनिया बदल रही है। पहले खबरें पाने के लिए लोग महंगे अख़बारों या देर से आने वाले टीवी चैनलों के बुलेटिन पर निर्भर रहते थे, लेकिन अब समय और सटीक जानकारी दोनों ही अनिवार्य हैं। चेतना मंच आपको पेश करता है ताज़ा, भरोसेमंद और शुद्ध हिंदी में खबरें, जो सीधे तथ्य पर आधारित हैं। चाहे राजनीति की हलचल हो, बाजार की तेजी, सामाजिक मुद्दों की गहन पड़ताल या अंतरराष्ट्रीय घटनाओं की अपडेट—हर खबर आपको मिले स्पष्ट, संक्षिप्त और सहज भाषा में। यहां पढ़ें वो खबरें, जिन्हें समझना आसान है, पढ़ने में जल्दी और हर पल आपको जानकारी की दौड़ में सबसे आगे रखे। International News
बलोच नेशनल मूवमेंट (बीएनएम) ने अमेरिका के व्हाइट हाउस के सामने जागरूकता अभियान चलाकर पाकिस्तान पर गंभीर आरोप लगाए हैं। बीएनएम के कार्यकर्ताओं ने बलोचिस्तान के झारी क्षेत्र में मानवाधिकारों के उल्लंघन और स्थानीय नागरिकों पर अत्याचार को दर्शाने वाले पर्चे वितरित किए। अभियान का नेतृत्व बीएनएम अमेरिका के अध्यक्ष सामी बलोच ने किया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान एक आतंकवादी देश है और झारी क्षेत्र में सेना लगातार आम लोगों पर जुल्म ढा रही है। International News
द बॉलोचिस्तान पोस्ट (पश्तो भाषा) की रिपोर्ट के अनुसार, सामी बलोच ने कहा कि बलोचिस्तान में मानवीय संकट तेजी से बढ़ रहा है। उन्होंने बताया कि यूक्रेनी कार्यकर्ताओं ने बलोच लोगों के साथ एकजुटता व्यक्त की और दुनिया को स्वतंत्रता और न्याय के संघर्ष से अवगत कराया। पर्चों में यह भी कहा गया कि पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय राजनीतिक और आर्थिक हितों के लिए बलोचिस्तान के संसाधनों का दोहन करता है और इसके लिए स्थानीय लोगों का उत्पीड़न करता है।
बीएनएम ने आरोप लगाया कि पाकिस्तानी सेना लगातार बल प्रयोग कर रही है। सितंबर 2025 के मध्य में जहरी क्षेत्र में बड़े पैमाने पर सैन्य अभियान चलाया गया, जिसमें निर्दोष नागरिकों के खिलाफ हिंसा और जबरन बेदखली जैसी घटनाएं हुईं। इन अभियानों का उद्देश्य स्थानीय नेताओं और जनता के प्रतिरोध को दबाना है। International News
पर्चों में कुछ घटनाओं का उल्लेख भी किया गया
17 सितंबर, 2025: जहरी में ड्रोन हमले में कई लोग मारे गए, जिनमें सनाउल्लाह, अमना, अली अकबर, लाल बीबी, मोहम्मद हसन और मोहम्मद याकूब शामिल हैं।
5 अक्टूबर, 2025: पंजाब प्रांत की सेना ने मोला चारी क्षेत्र में हेलीकॉप्टरों से गोलीबारी और बमबारी की, जिसमें बड़ी संख्या में नागरिक और बच्चे मारे गए। International News
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच दूसरी शिखर वार्ता फिलहाल नहीं होगी। यह सम्मेलन पहले बुडापेस्ट में प्रस्तावित था। एक प्रशासनिक अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि दोनों नेताओं के बीच निकट भविष्य में शिखर सम्मेलन की कोई योजना नहीं है। यह स्थिति ट्रंप के पिछले गुरुवार को फोन पर बयान देने के बाद सामने आई, जिसमें उन्होंने कहा था कि वे दोनों दो सप्ताह के भीतर मिल सकते हैं।
सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, ट्रंप ने मंगलवार को स्पष्ट किया कि वे नहीं चाहते कि यह मुलाकात “समय की बर्बादी” साबित हो। उन्होंने यह संकेत दिया कि रूसी नेता से मिलने की संभावना अब भी बनी हुई है, लेकिन यह उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता नहीं रही। राष्ट्रपति ने संवाददाताओं से कहा, “हम अगले दो दिनों में आपको सूचित करेंगे कि हम क्या कर रहे हैं।
ट्रंप ने पिछले गुरुवार को कहा था कि अमेरिका और रूस ने इस बात पर सहमति व्यक्त की थी कि अगले सप्ताह उच्च स्तरीय सलाहकारों की बैठक होगी। इसके बाद अधिकारियों ने उम्मीद जताई थी कि विदेश मंत्री मार्को रुबियो और उनके रूसी समकक्ष सर्गेई लावरोव की बैठक ट्रंप-पुतिन शिखर सम्मेलन की नींव रखेगी। International News
अधिकारियों ने यह भी बताया कि वर्तमान में दोनों देशों के बीच राजनयिक संपर्क अपेक्षित गति से नहीं हो रहा है। एक सूत्र ने कहा कि रुबियो और लावरोव के बीच यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के संभावित अंत को लेकर अलग-अलग उम्मीदें थीं। हालांकि सोमवार को हुई फोन वार्ता को सार्थक बताया गया, जिससे अधिकारियों ने महसूस किया कि आमने-सामने मुलाकात फिलहाल जरूरी नहीं है। अंततः, अमेरिकी प्रशासन ने स्पष्ट किया कि राष्ट्रपति ट्रंप की निकट भविष्य में पुतिन से मुलाकात की कोई योजना नहीं है। International News


Delhi Murder Case: भारत के बाद अब बांग्लादेश में भी श्रद्धा हत्याकांड जैसा जघन्य कांड सामने आया है। यहां पर एक विवाहित युवक ने अपनी हिंदू प्रेमिका का सिर कलम करके हत्या कर दी और इसके बाद शव के कई टुकड़े किए। बाद में आरोपी ने शव के सभी टुकड़ों को नाले में बहा दिया। बांग्लादेश पुलिस ने आरोपी युवक को गिरफ्तार कर लिया है।
बांग्लादेशी समाचार बांग्लादेश पोस्ट के अनुसार, मृतक युवती का नाम कविता और आरोपी का नाम अबु बकर है। आरोपी ने पुलिस को बताया कि कई दिन से उसके और कविता के बीच झगड़ा चल रहा था। इसी से परेशान होकर उसने कविता का कत्ल कर दिया।
उधर, बांग्लादेश पुलिस के अनुसार, कविता और अबु रिलेशन में थे। कविता को पहले यह पता नहीं था कि अबु शादीशुदा है। अबु ने उसे कभी यह बताया भी नहीं। जब लड़की को यह पता लगा कि अबु ने उसे धोखा दिया है तो उसने इसका विरोध किया। इसके बाद दोनों में रोज लड़ाई होने लगी।
इसके बाद अबु ने कविता को रास्ते से हटाने का फैसला किया। पहले सिर काटकर कत्ल किया। इसके बाद शरीर के 3 टुकड़े किए और एक बैग में रख दिए। बाद में उन्हें नाले में बहा दिया।
Delhi Murder Case: भारत के बाद अब बांग्लादेश में भी श्रद्धा हत्याकांड जैसा जघन्य कांड सामने आया है। यहां पर एक विवाहित युवक ने अपनी हिंदू प्रेमिका का सिर कलम करके हत्या कर दी और इसके बाद शव के कई टुकड़े किए। बाद में आरोपी ने शव के सभी टुकड़ों को नाले में बहा दिया। बांग्लादेश पुलिस ने आरोपी युवक को गिरफ्तार कर लिया है।
बांग्लादेशी समाचार बांग्लादेश पोस्ट के अनुसार, मृतक युवती का नाम कविता और आरोपी का नाम अबु बकर है। आरोपी ने पुलिस को बताया कि कई दिन से उसके और कविता के बीच झगड़ा चल रहा था। इसी से परेशान होकर उसने कविता का कत्ल कर दिया।
उधर, बांग्लादेश पुलिस के अनुसार, कविता और अबु रिलेशन में थे। कविता को पहले यह पता नहीं था कि अबु शादीशुदा है। अबु ने उसे कभी यह बताया भी नहीं। जब लड़की को यह पता लगा कि अबु ने उसे धोखा दिया है तो उसने इसका विरोध किया। इसके बाद दोनों में रोज लड़ाई होने लगी।
इसके बाद अबु ने कविता को रास्ते से हटाने का फैसला किया। पहले सिर काटकर कत्ल किया। इसके बाद शरीर के 3 टुकड़े किए और एक बैग में रख दिए। बाद में उन्हें नाले में बहा दिया।

America: अमेरिका में विपक्षी रिपब्लिकन पार्टी ने बुधवार को 435 सदस्यीय प्रतिनिधि सभा में मामूली बढ़त के साथ बहुमत हासिल कर लिया। इस बदलाव के बाद अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के बाकी बचे दो साल के कार्यकाल में उनकी योजनाओं के क्रियान्वयन में अड़चनें आने की आशंका है। डेमोक्रेटिक पार्टी की 211 सीटों के मुकाबले रिपब्लिकन पार्टी के पास अब 218 सीटें हैं। छह सीटों पर गणना अब भी जारी है। इनके परिणाम आने पर ही अंतिम स्थिति स्पष्ट हो पाएगी। मतदान आठ नवंबर को हुआ था।
रिपब्लिकन पार्टी को मध्यावधि चुनाव के बाद दोनों सदन में बहुमत हासिल करने की उम्मीद थी, लेकिन वह अपनी उम्मीदों के मुताबिक नतीजे हासिल नहीं कर पाई। हालांकि कैलिफोर्निया के 27वें जिले में जीत दर्ज कर उसने प्रतनिधि सभा में बुधवार को बहुमत हासिल कर लिया। रिपब्लिकन पार्टी ने एक दिन पहले ही केविन मैक्कार्थी को सदन में अपना नेता चुना था। मैक्कार्थी डेमोक्रेटिक पार्टी की नैन्सी पेलोसी की जगह प्रतिनिधि सभा के नए अध्यक्ष बन सकते हैं।
मैक्कार्थी ने बुधवार को एक ट्वीट में कहा, ‘‘अमेरिकी लोग नई दिशा में आगे बढ़ने को तैयार हैं और प्रतिनिधि सभा इसके लिए काम करने को तैयार है।’’ सीनेट में बहुमत अब भी डेमोक्रेटिक पार्टी के पास है। 100 सदस्यीय सीनेट में उसके पास 50 सीटें हैं और अगले महीने जॉर्जिया के ‘रन ऑफ’ मुकाबले में भी उसके जीत दर्ज करने के आसार हैं।
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (76) के तीसरी बार राष्ट्रपति पद का चुनाव लड़ने की घोषणा करने के एक दिन बाद पार्टी ने प्रतिनिधि सभा में बहुमत हासिल किया है। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने प्रतिनिधि सभा में बहुमत हासिल करने के लिए रिपब्लिकन पार्टी को बधाई दी। उन्होंने कहा, ‘‘मैं सदन में बहुमत हासिल करने पर रिपब्लिकन पार्टी के नेता मैक्कार्थी को बधाई देता हूं। मैं कामकाजी परिवारों के लिए प्रतिनिधि सभा के साथ मिलकर काम करने को तैयार हूं।’’
बाइडन (79) ने एक बयान में कहा, ‘‘पिछले सप्ताह हुए चुनाव ने अमेरिकी लोकतंत्र की ताकत और लचीलेपन को एक बार फिर स्पष्ट कर दिया है। चुनाव से इनकार करने वालों, राजनीतिक हिंसा और डराने-धमकाने को व्यापक तौर पर अस्वीकार किया गया। ऐसा जोर देकर कहा जा रहा था कि अमेरिका में लोगों की इच्छा की जीत होगी।’’
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि इस चुनाव में मतदाताओं ने अपनी चिंताएं स्पष्ट रूप से जाहिर की हैं...कीमतें कम करने, चयन के अधिकार की रक्षा करने और लोकतंत्र को संरक्षित करने की जरूरत है। बाइडन ने कहा, ‘‘जैसा कि मैंने पिछले सप्ताह भी कहा था कि भविष्य में राजनीतिक युद्ध का खतरा मंडरा रहा है। अमेरिकी लोग चाहते हैं कि हम उनके लिए काम करें। वे चाहते हैं कि हम उनसे जुड़े मुद्दों और उनका जीवन बेहतर बनाने पर ध्यान केंद्रित करें।’’ उन्होंने कहा, ‘‘रिपब्लिकन हों या डेमोक्रेटिक, जो भी लोगों की सेवा के लिए मेरे साथ काम करने को इच्छुक हैं, मैं उनके साथ काम करने को तैयार हूं।’’
रिपब्लिकन पार्टी ने करीब चार साल के अंतराल के बाद प्रतिनिधि सभा में बहुमत हासिल किया है। 2018 में डेमोक्रेटिक पार्टी ने उसे पछाड़ते हुए सदन में बहुमत हासिल किया था। रिपब्लिकन पार्टी 2010 से 2018 तक प्रतिनिधि सभा में अपना बहुमत बनाए रखने में सफल रही थी। रिपब्लिकन के प्रतिनिधि सभा में बहुमत हासिल करने का मतलब है कि बाइडन को अपने बाकी बचे कार्यकाल में कई अड़चनों का सामना करना पड़ेगा। रिपब्लिकन तथा डेमोक्रेटिक पार्टी के बीच ऋण सीमा बढ़ाने और यूक्रेन को अधिक सहायता प्रदान करने सहित कई मुद्दों पर गतिरोध होने की आशंका है।
America: अमेरिका में विपक्षी रिपब्लिकन पार्टी ने बुधवार को 435 सदस्यीय प्रतिनिधि सभा में मामूली बढ़त के साथ बहुमत हासिल कर लिया। इस बदलाव के बाद अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के बाकी बचे दो साल के कार्यकाल में उनकी योजनाओं के क्रियान्वयन में अड़चनें आने की आशंका है। डेमोक्रेटिक पार्टी की 211 सीटों के मुकाबले रिपब्लिकन पार्टी के पास अब 218 सीटें हैं। छह सीटों पर गणना अब भी जारी है। इनके परिणाम आने पर ही अंतिम स्थिति स्पष्ट हो पाएगी। मतदान आठ नवंबर को हुआ था।
रिपब्लिकन पार्टी को मध्यावधि चुनाव के बाद दोनों सदन में बहुमत हासिल करने की उम्मीद थी, लेकिन वह अपनी उम्मीदों के मुताबिक नतीजे हासिल नहीं कर पाई। हालांकि कैलिफोर्निया के 27वें जिले में जीत दर्ज कर उसने प्रतनिधि सभा में बुधवार को बहुमत हासिल कर लिया। रिपब्लिकन पार्टी ने एक दिन पहले ही केविन मैक्कार्थी को सदन में अपना नेता चुना था। मैक्कार्थी डेमोक्रेटिक पार्टी की नैन्सी पेलोसी की जगह प्रतिनिधि सभा के नए अध्यक्ष बन सकते हैं।
मैक्कार्थी ने बुधवार को एक ट्वीट में कहा, ‘‘अमेरिकी लोग नई दिशा में आगे बढ़ने को तैयार हैं और प्रतिनिधि सभा इसके लिए काम करने को तैयार है।’’ सीनेट में बहुमत अब भी डेमोक्रेटिक पार्टी के पास है। 100 सदस्यीय सीनेट में उसके पास 50 सीटें हैं और अगले महीने जॉर्जिया के ‘रन ऑफ’ मुकाबले में भी उसके जीत दर्ज करने के आसार हैं।
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (76) के तीसरी बार राष्ट्रपति पद का चुनाव लड़ने की घोषणा करने के एक दिन बाद पार्टी ने प्रतिनिधि सभा में बहुमत हासिल किया है। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने प्रतिनिधि सभा में बहुमत हासिल करने के लिए रिपब्लिकन पार्टी को बधाई दी। उन्होंने कहा, ‘‘मैं सदन में बहुमत हासिल करने पर रिपब्लिकन पार्टी के नेता मैक्कार्थी को बधाई देता हूं। मैं कामकाजी परिवारों के लिए प्रतिनिधि सभा के साथ मिलकर काम करने को तैयार हूं।’’
बाइडन (79) ने एक बयान में कहा, ‘‘पिछले सप्ताह हुए चुनाव ने अमेरिकी लोकतंत्र की ताकत और लचीलेपन को एक बार फिर स्पष्ट कर दिया है। चुनाव से इनकार करने वालों, राजनीतिक हिंसा और डराने-धमकाने को व्यापक तौर पर अस्वीकार किया गया। ऐसा जोर देकर कहा जा रहा था कि अमेरिका में लोगों की इच्छा की जीत होगी।’’
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि इस चुनाव में मतदाताओं ने अपनी चिंताएं स्पष्ट रूप से जाहिर की हैं...कीमतें कम करने, चयन के अधिकार की रक्षा करने और लोकतंत्र को संरक्षित करने की जरूरत है। बाइडन ने कहा, ‘‘जैसा कि मैंने पिछले सप्ताह भी कहा था कि भविष्य में राजनीतिक युद्ध का खतरा मंडरा रहा है। अमेरिकी लोग चाहते हैं कि हम उनके लिए काम करें। वे चाहते हैं कि हम उनसे जुड़े मुद्दों और उनका जीवन बेहतर बनाने पर ध्यान केंद्रित करें।’’ उन्होंने कहा, ‘‘रिपब्लिकन हों या डेमोक्रेटिक, जो भी लोगों की सेवा के लिए मेरे साथ काम करने को इच्छुक हैं, मैं उनके साथ काम करने को तैयार हूं।’’
रिपब्लिकन पार्टी ने करीब चार साल के अंतराल के बाद प्रतिनिधि सभा में बहुमत हासिल किया है। 2018 में डेमोक्रेटिक पार्टी ने उसे पछाड़ते हुए सदन में बहुमत हासिल किया था। रिपब्लिकन पार्टी 2010 से 2018 तक प्रतिनिधि सभा में अपना बहुमत बनाए रखने में सफल रही थी। रिपब्लिकन के प्रतिनिधि सभा में बहुमत हासिल करने का मतलब है कि बाइडन को अपने बाकी बचे कार्यकाल में कई अड़चनों का सामना करना पड़ेगा। रिपब्लिकन तथा डेमोक्रेटिक पार्टी के बीच ऋण सीमा बढ़ाने और यूक्रेन को अधिक सहायता प्रदान करने सहित कई मुद्दों पर गतिरोध होने की आशंका है।