केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा देश की विरासत से कांग्रेस के निशान मिटाने का सिलसिला जारी है। राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार का नाम बदलने के बाद अब भारतीय इतिहास अनुसंधान परिषद की वेबसाइट से देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू की तस्वीर हटा कर वीर सावरकर की तस्वीर लगा दी गई है। कांग्रेस सहित कई विपक्षी दलों ने सरकार सरकार की इस कार्रवाई की निंदा की है।
कांग्रेस नेता शिव खेड़ा ने कहा कि मोदी सरकार नकारात्मक राजनीति कर रही है। भारतीय इतिहास अनुसंधान परिषद से नेहरू की तस्वीर हटा देने से देश की आजादी और विकास में उनके योगदान को कम नहीं किया जा सकता है। वहीं शिवसेना की राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने भी ट्वीटकर सरकार की कार्रवाई पर आपत्ति जताई और कहाकि यह भारतीय इतिहास अनुसंधान परिषद की असुरक्षा को दर्शाता है। उन्होंने कहाकि अगर आप स्वतंत्र भारत के निर्माण में दूसरों की भूमिका को कम करते हैं तो आप कभी भी बड़े नहीं दिख सकते हैं। आजादी का अमृत महोत्सव तभी मनाया जा सकता है,जब आप यह सभी की भूमिका को स्वीकार करें। भारत के पहले प्रधानमंत्री की तस्वीर हटाकर भारतीय इतिहास अनुसंधान परिषद ने अपनी क्षुद्रता व असुरक्षा को दर्शाया है।