USA News : Newyork की कोर्ट के द्वारा यहाँ के प्रसिद्ध म्यूजियम Metropolitan museum of Art (Met) के द्वारा सर्च वारंट जारी करने एवं जाँच के बाद यह पाया गया कि 15 एंटीक मूर्तियां भारत से गैर कानूनी तरीके से लायी गयी हैं जिन्हें जल्द ही संग्रहालय के द्वारा भारत को लौटाया जाएगा। यह सर्च वारंट 22 मार्च के दिन Newyork की सुप्रीम कोर्ट के द्वारा जारी किया गया था।
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चिन्हित की गयी इन 15 antique मूर्तीयों में से मध्य प्रदेश की बलुआ पत्थर की Celestial Dancer (अप्सरा) और पश्चिम बंगाल का यक्षी टेराकोटा जैसे विशिष्ट पुरावशेष शामिल हैं जिनकी कीमत कम से कम 1 मिलियन डॉलर से भी अधिक है।
Met (museum) का बयान
Newyork (USA News) की सुप्रीम कोर्ट के द्वारा जारी किये गए सर्च वारंट के बाद museum को न्यूयॉर्क पुलिस विभाग या डिपार्टमेंट ऑफ होमलैंड सिक्योरिटी के एजेंट को दस दिन के अंदर – अंदर सभी पुरावशेष को बिना किसी देरी के जब्त करने और अदालत के सामने लाने का आदेश दिया गया था। इस कार्यवाही के पश्चात museum की तरफ से 30 मार्च को जारी किये गए एक बयान में यह कहा गया कि, ” हमें यह ज्ञात हुआ है कि कुछ भारतीय मूर्तियों को अवैध तरीके से यहाँ लाया गया है, अतः हम उन्हें जल्द भारत सरकार को लौटाएंगे। ”
सलाखों के पीछे है स्मग्लर सुभाष कपूर
अवैध रूप से भारत के antiques को विदेश (USA News) भेजने वाला सुभाष कपूर इस समय भारत के तमिलनाडु की जेल में बंद है। उसे 30 अक्टूबर 2011 में फ्रैंकफर्ट से पकड़ा गया था और फिर वर्ष 2012 में उसे भारत प्रत्यर्पित कर दिया गया था। इसके बाद सुभाष कपूर को 1 नवंबर 2022 में तमिलनाडु के कुंभकोणम की अदालत ने कांचीपुरम के वरदराज पेरुमल मंदिर में सेंध मारने एवं मूर्तियों के अवैध निर्यात के अपराध में दोषी पाते हुए दस साल की सजा सुनाई और आज वह त्रिची की एक जेल में अपनी सजा काट रहा है।
कपूर ने सिर्फ अमेरिका (USA News ) ही नहीं बल्कि एशिया में भी कई जगह भारतीय पुरा अवशेष की तस्करी की थी और अब तक उसके द्वारा अवैध रूप से निर्यात किये गए समान का कुल मूल्य $145.71 मिलियन से भी कहीं ज्यादा है।