Ayushman Bharat Ghotala | भूपेंद्र भटनागर | 10 अगस्त 2023 | चेतना मंच | Noida News Desk
National Scam News : भारत देश में जरूरतमंद लोगों को इलाज की सहूलियत देने के लिए केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई आयुष्मान भारत योजना में बड़ा घोटाला सामने आया है। देश के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (Comptroller and Auditor General of India) ने हैरान कर देने वाला खुलासा किया है कि इस योजना के तहत ऐसे मरीजों का भी इलाज चलता हुआ दिखाया गया है जो रिकोर्ड्स के मुताबिक मर चुके है।
इसके अलावा नौ लाख से ज्यादा आयुष्मान भारत योजना के ऐसे लाभार्थी भी मिले जो सिर्फ एक ही मोबाइल नंबर से रजिस्टर्ड है।
Ayushman Bharat Ghotala
CAG ने क्या-क्या पकड़ा घोटाले में ?
- Noida News Desk : आयुष्मान भारत योजना के डाटा से पता चला कि उपचार के दौरान 88,760 रोगियों की मृत्यु हो गई। लेकिन इन रोगियों के संबंध में नए इलाज से संबंधित कुल 2,14,923 दावों को सिस्टम में भुगतान के रूप में दिखाया गया।
- उपरोक्त दावों में शामिल करीब 4 हज़ार मामलों के क्लेम की राशि का भुगतान अस्पतालों को किया गया। इनमें 3,446 मरीजों से संबंधित पेमेंट 7 करोड़ रुपए की गई। इलाज का क्लेम करने के सबसे ज्यादा मामले देश के पांच राज्यों छत्तीसगढ़, हरियाणा, झारखंड, केरल और मध्य प्रदेश में देखने को मिले हैं।
- Ayushman Bharat Ghotala : डाटा से यह भी पता चला कि कागजों पर एक ही लाभार्थी एक ही समय में कई अस्पतालों में भर्ती था। CAG की जांच में पता चला कि पचास हज़ार से भी कम मरीजों के लगभग अस्सी हज़ार क्लेम के दावे पाए गए। और सबसे ज्यादा हैरान कर देने वाली बात यह है कि इलाज के लिए इन मरीजों की अस्पताल से छुट्टी की तारीख उनकी अस्पताल में भर्ती की तारीख के पहले की थी।
- कैग (CAG) की ओर से जांच में यह भी सामने आया है कि इस धांधली के लिए सिर्फ तीन मोबाइल नंबर पर लगभग 10 लाख लोग रजिस्टर्ड हैं।
ये है मोदी सरकार का भ्रष्टाचार – "भारत छोड़ो" का असल चेहरा !!
मोदी जी की बहुप्रचारित आयुष्मान भारत में CAG ने महा-फर्ज़ीवाड़ा उजागर किया है। CAG ने इस महा-घोटाले के कुछ पहलुओं का ही पर्दाफ़ाश किया है। ये केवल Tip of the iceberg है !
CAG ने पाया है कि –
▫️ एक ही मोबाइल नंबर… pic.twitter.com/CRFe4T7AbV
— Mallikarjun Kharge (@kharge) August 10, 2023
Greater Noida Hindi News Desk : कैग की इस ऑडिट रिपोर्ट को संसद में तब पेश किया गया, जब स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री एस पी सिंह बघेल ने एक लिखित उत्तर में राज्यसभा को बताया कि सरकार पीएमजेएवाई (PM-JAY) के तहत संदिग्ध लेनदेन और संभावित धोखाधड़ी का पता लगाने के लिए कृत्रिम बुद्धिमत्ता यानि आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस (AI) और मशीन लर्निंग का इस्तेमाल कर रही है। बघेल ने कहा कि इन प्रौद्योगिकियों का उपयोग स्वास्थ्य देखभाल धोखाधड़ी की रोकथाम, पता लगाने और निवारण के लिए किया जाता है। उन्होंने बताया कि पहली अगस्त, 2023 तक आयुष्मान भारत योजना के तहत कुल 24.33 करोड़ कार्ड बनाए गए हैं।
PMJAY registration: CAG reports 7.5 lakh recipients linked to single number
In its audit report on Performance Audit of Ayushman Bharat, the CAG said that overall, 7,49,820 beneficiaries were linked with a single mobile number in the BIS system.
Huge Scam!https://t.co/UjFs55FgTH— Prashant Bhushan (@pbhushan1) August 9, 2023
हिमाचल सहित छह राज्यों में पेंशन भोगी उठा रहे हैं लाभ
राष्ट्रीय न्यूज़ : यही नहीं CAG की रिपोर्ट के मुताबिक आयुष्मान भारत योजना का लाभ हिमाचल प्रदेश सहित चंडीगढ़, हरियाणा, कर्नाटक, महाराष्ट्र और तमिलनाडु में कई पेंशन भोगी भी उठा रहे हैं। तमिलनाडु सरकार के पेंशन भोगी डेटाबेस का इस योजना के डाटाबेस से तुलना करने पर पता चला कि एक लाख से भी अधिक पेंशन भोगियों को लाभार्थियों के रूप में शामिल किया गया था। इन लोगों के लिए राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने बीमा कंपनी को करीब 23 करोड़ रुपए का प्रीमियम भुगतान किया। ऑडिट में पता चला कि यह गड़बड़ी अयोग्य लोगों को हटाने में देरी के चलते बीमा प्रीमियम का भुगतान करते रहने कि वजह से हुई है।
क्या आपका मानना है कि यह एक बड़ा घोटाला है जिससे प्रधानमंत्री मोदी कि छवि 2024 के चुनावो से पहले खराब हो सकती है? अपनी राय हमे नीचे कमेंट बॉक्स मे कमेंट कर के जरूर दे।
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