Indian Railways : नई दिल्ली। PM नरेंद्र मोदी एक ऐतिहासिक पहल के तहत 6 अगस्त की सुबह 11 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से देश के कोने-कोने में 508 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास कार्य की आधारशिला रखेंगे। उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक शोभुन चौधरी ने शुक्रवार को बड़ौदा हाउस में प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि प्रधानमंत्री अक्सर अत्याधुनिक सार्वजनिक परिवहन के प्रावधान पर जोर देते रहे हैं। रेलवे को देशभर में लोगों के परिवहन का पसंदीदा साधन बताते हुए उन्होंने रेलवे स्टेशनों पर विश्वस्तरीय सुविधाएं उपलब्ध कराने के महत्व पर जोर दिया।
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इस विजन से प्रेरित, देशभर में 1309 स्टेशनों के पुनर्विकास कार्य के लिए अमृत भारत स्टेशन योजना शुरू की गई थी। उन्होंने बताया कि इस योजना के हिस्से के रूप में, प्रधानमंत्री द्वारा 508 स्टेशनों के पुनर्विकास के लिए आधारशिला रखी जा रही है। इन स्टेशनों का पुनर्विकास 24,470 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से किया जाएगा। शहर के दोनों किनारों को समुचित रूप से जोड़ते हुए इन स्टेशनों को ‘सिटी सेंटर’ के रूप में विकसित करने के लिए मास्टर प्लान तैयार किए जा रहे हैं। यह एकीकृत दृष्टिकोण रेलवे स्टेशन के आसपास के क्षेत्र पर केंद्रित शहर के समग्र शहरी विकास के विजन से प्रेरित है।
श्री चौधरी ने बताया भारतीय रेलवे भारत में राष्ट्रीय रेलवे परिवहन प्रणाली है। यह भारत के परिवहन बुनियादी ढांचे का एक अभिन्न अंग है। यह दुनिया के सबसे बड़े और व्यस्त रेलवे नेटवर्क में से एक है, जो देशभर के हजारों कस्बों और शहरों को जोड़ता है और प्रतिदिन लाखों लोगों के लिए यात्रा का एक महत्वपूर्ण साधन है। भारत सरकार के ‘न्यू भारत’ के दृष्टिकोण को साका करते हुए, भारतीय रेलवे का आधुनिकीकरण पिछले 9 वर्षों में बुनियादी ढांचे, प्रौद्योगिकी और यात्री सुविधाओं में सुधार लाने के उद्देश्य से विभिन्न पहलों के साथ एक सतत प्रक्रिया रही है। महत्वाकांक्षी योजनाओं में रेलवे स्टेशनों के कायाकल्प, नई रेलवे लाइनें बिछाने, 100 प्रतिशत विद्युतीकरण और संपत्तियों और यात्रियों की बढ़ी हुई सुरक्षा से लेकर गतिविधियों की एक विस्तृत श्रृंखला शामिल है।
भारत की भव्यता और सांस्कृतिक विरासत
शोभन चौधरी ने बताया कि अमृत भारत स्टेशन योजना’ के तहत देश भर में रेलवे स्टेशनों को आधुनिक और टिकाऊ प्रतिष्ठानों में पुनर्विकास किया जा रहा है। जिससे अत्याधुनिक यात्री सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। स्टेशन भारत की भव्यता, इसकी कला और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का भी प्रदर्शन करेंगे। अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत नियोजित सुविधाओं में अवांछित संरचनाओं को हटाकर रेलवे स्टेशनों तक आसान पहुंच, बेहतर प्रकाश व्यवस्था, बेहतर परिसंचरण क्षेत्र, उन्नत पार्किंग स्थान, दिव्यांगजनों के अनुकूल बुनियादी ढांचा, हरित और नवीकरणीय ऊर्जा के उपयोग से पर्यावरण के अनुकूल भवन शामिल हैं।
इन 27 राज्यों के स्टेशनों की बदलेगी सूरत
508 स्टेशन देश के 27 राज्यों और केंद्र-शासित प्रदेशों में स्थित हैं, जिनमें उत्तर प्रदेश में 55, राजस्थान में 55, बिहार में 49, महाराष्ट्र में 44, पश्चिम बंगाल में 37, मध्य प्रदेश में 34, असम में 32, ओडिशा में 25, पंजाब में 22, गुजरात में 21, तेलंगाना में 21, झारखंड में 20, आंध्र प्रदेश में 18, तमिलनाडु में 18, हरियाणा में 15, कर्नाटक में 13 स्टेशन शामिल हैं।
उत्तर रेलवे के ये 71 स्टेशन भी पुनर्विकास में शामिल
उत्तर रेलवे द्वारा कवर किए गए उत्तरी राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों के 71 स्टेशनों में चंडीगढ़ में 01, हिमाचल प्रदेश में 01, पंजाब में 21, हरियाणा में 10, उत्तराखंड में 02, उत्तर रेलवे द्वारा संचालित यूपी में 28, जम्मू-कश्मीर में 03 और दिल्ली एनसीआर में 05 स्टेशन शामिल हैं।
अत्याधुनिक सुविधाओं पर विशेष जोर
पुनर्विकास कार्य से अच्छी तरह से सुव्यवस्थित यातायात सुविधा, इंटर-मॉडल एकीकरण और यात्रियों के मार्गदर्शन के लिए अच्छी तरह से डिजाइन किए गए चिन्हों को सुनिश्चित करने के साथ-साथ यात्रियों के लिए आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध होंगी। स्टेशन भवनों का डिजाइन स्थानीय संस्कृति, विरासत और वास्तुकला से प्रेरित होगा।
ये होंगे स्टेशन डिजाइन के मानक
– स्टेशनों का ‘सिटी सेंटर’ के रूप में विकास।
– शहर के दोनों किनारों का एकीकरण.
– स्टेशन भवनों का सुधार,पुनर्विकास।
– अच्छी तरह से डिजाइन की गई आधुनिक यात्री सुविधाओं का प्रावधान।
– कार्यात्मक यातायात परिसंचरण और अंतर-मोडल एकीकरण।
– यात्रियों के मार्गदर्शन के लिए एक समान और सहायक साइनेज।
– मास्टर प्लान में उपयुक्त संपत्ति विकास का प्रावधान।
– भूनिर्माण, स्थानीय कला और संस्कृति।
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श्री चौधरी ने बताया कि इस ऑपरेशन के बीच तीन स्टेशनों पर काम पूरा हो गया है। इनमें मध्य प्रदेश का रानी कमलापति स्टेशन, कर्नाटक के बेंगलुरु का सर एम विश्वेश्वरैया टर्मिनल स्टेशन और गुजरात का गांधीनगर कैपिटल स्टेशन शामिल हैं। ये स्टेशन आधुनिक भारत की भव्य तस्वीर पेश करते हैं। स्टेशनों पर यात्रियों के लिए अत्याधुनिक सुविधाएं विकसित की गई हैं। यात्रियों के लाभ के लिए आधुनिक सुविधाओं के साथ लिफ्ट, एस्केलेटर, कॉनकोर्स, वेटिंग रूम और रिटेल क्षेत्र उपलब्ध कराए गए हैं। साथ ही यात्रियों के आगमन/प्रस्थान एवं वाहन पार्किंग की समुचित व्यवस्था की गई है। एबीएसएस के तहत उत्तर रेलवे के कई रेलवे स्टेशनों का पुनर्विकास किया जाना है। Indian Railways
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