आर्थिक आपराधिक इकाई (EOU) के द्वारा Manish Kashyap की चार दिन की रिमांड सोमवार शाम पूरी हो चुकी है और EOU ने दोबारा से मनीष को रिमांड में लेने की अपील नहीं की थी। अतः Manish Kashyap को अब पुनः न्यायिक हिरासत में ले लिया गया है और उसे बेऊर जेल भेजे जाने की तैयारी की जा रही है। आपको यह भी बता दें की मनीष को तमिलनाडु पुलिस भी पूछताछ के लिए अपने साथ ले जाना चाहती है और इस सन्दर्भ में कोर्ट में तमिलनाडु पुलिस के द्वारा अपील भी की गयी है।
Manish Kashyap
“सच तक” कंपनी के डायरेक्टर मणि द्विवेदी जो कि Manish Kashyap के पार्टनर माने जा रहे हैं, उनके घर पर भी जाँच के दौरान प्राप्त हुई 2 चिप और 3 रजिस्टर को जाँच टीम के द्वारा जब्त किया गया है।
रजिस्टर में मौजूद है पैसों का रिकॉर्ड
Manish Kashyap के साथी मणि द्विवेदी के घर से प्राप्त हुए 3 रजिस्टर में रुपये के लेन -देन का पूरा ब्यौरा मौजूद है। हालांकि जाँच टीम के द्वारा इसकी गहनता से जाँच की जायेगी कि कब और किसके साथ इन रुपयों का लेन देन हुआ था और इसके साथ ही बरामद हुई चिप से भी डाटा खांगला जाएगा।
चिप में वीडियो एवं अन्य डॉक्यूमेंट्स को तालाशा जा रहा है। आपको बता दें कि रविवार के दिन महेश नगर रोड पर स्थित पूजा अपार्टमेंट में मणि द्विवेदी के फ्लैट पर छापा मारा गया था। हालांकि मणि द्विवेदी अभी भी फरार है और पुलिस उसकी तलाश कर रही है। ऐसा बताया जा रहा है कि मनीष कश्यप अक्सर अपने कामों के सिलसिले में यहाँ आता जाता रहता था और इस फ्लैट में रुकता भी था।
वीडियो बनाने वाला फोन भी है गायब
जिस मोबाइल फ़ोन के जरिये मनीष कश्यप वीडियो बनाकर अपलोड करता था, अभी तक वह पुलिस के हाथ नहीं लग सका है। पुलिस को आशंका थी कि मणि द्विवेदी के घर पर उन्हें वह फ़ोन बरामद हो सकता है लेकिन जाँच टीमों की माने तो उन्हें मोबाइल फ़ोन प्राप्त नहीं हुआ है।