Pune Porsche Case Update : पुणे पोर्श हादसे में दिन ब दिन नए-नए खुलासे हो रहे हैं । अब सामने आया है कि अपने नाबालिग आरोपी बेटे को गिरफ्तारी से बचाने के लिए आरोपी की मां ने ब्लड सैंपल में भी गड़बड़ी की थी । पोर्श एक्सीडेंट केस (porsche accident case) की जांच के दौरान पुलिस को पता चला है कि आरोपी नाबालिग के ब्लड सैंपल बदले गए हैं। इस मामले में दो डॉक्टरों को अरेस्ट कर लिया गया । डॉक्टरो के गिरफ्तार होने के बाद नाबालिग आरोपी की मां फरार हो गई थी। पुलिस ने 31 मई की देर रात नाबालिग की मां शिवानी अग्रवाल को पुणे से गिरफ्तार कर लिया। शिवानी अग्रवाल पर आरोप है कि उसने अस्पताल में अपना ब्लड सैंपल दिया था जिसे बाद में उनके आरोपी बेटे के साथ बदल दिया गया था ।
बेटे को बचाने के लिए दिया अपना ब्लड सैंपल
आपको बता दें कि जब फोरेंसिक जांच हुई थी तो नाबालिग आरोपी के ब्लड सैंपल में अल्कोहल नहीं मिला था, जबकि गाड़ी चलाते वक्त नाबालिग नशे में चूर था । इसी बात को लेकर पुलिस को संदेह हुआ और फिर पुलिस ने इसकी और खोजबीन की । पुलिस को मिली जानकारी के मुताबिक ब्लड सैंपल कलेक्शन के वक्त कुछ हेर फेर हुआ था इसके बाद दोबारा ब्लड सैंपल लेकर जांच की गई और जब डीएनए टेस्ट किया गया तो पता चला कि दोनों सैंपल अलग-अलग लोगों के थे ।
सैंपल बदलने वाले डॉक्टर भी गिरफ्तार
Pune Porsche Case Update
ब्लड सैंपल बदले जाने के आरोप में ससून अस्पताल के दो डॉक्टर श्री हरि हैलनौर और डॉक्टर अजय तावडे को भी गिरफ्तार किया गया था। आरोप है कि सैंपल बदलने के लिए डॉक्टर हेलनौर को तीन लाख रुपए मिले थे। डॉक्टरों की गिरफ्तारी के बाद अपना राज खुलता देख आरोपी की मां शिवानी अग्रवाल फरार हो गई थी और अब जानकारी मिली है कि मुंबई से पुणे आने के बाद शिवानी को पुणे पुलिस ने अरेस्ट कर लिया है।
क्या था मामला
आपको बता दे इस दुर्घटना में जबलपुर की 24 साल की अश्वनी कोष्टा की मौत हो गई थी। अश्वनी कोष्टा के पिता का कहना है कि उनकी बेटी बहुत होनहार थी, उसके कई सपने थे लेकिन उसकी मौत के साथ ही सब सपने टूट गए हैं। अश्वनी कोष्टा के पिता और भाई ने आरोपियों को कड़ी सजा देने की मांग की है। आपको बता दें पुणे में बिल्डर विशाल अग्रवाल के नाबालिग बेटे ने पुणे में लग्जरी पोर्श कार से मध्य प्रदेश के दो युवा आईटी इंजीनियरों को कुचल दिया था। दोनों जबलपुर और उमरिया के रहने वाले थे। मंगलवार को इन दोनों का अंतिम संस्कार कर दिया गया। अश्विनी कोष्टा के पिता का कहना था कि अगर कानून ठीक तरह से काम करता तो यह दुर्घटना कभी नहीं होती। अश्वनी के पिता ने कहा कि एक नाबालिग नशे की हालत में गाड़ी चला रहा था लेकिन उसे किसी ने नहीं रोका। उन्होंने कहा कि आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए ताकि सबको सबक मिले। उन्होंने बताया कि उनकी बेटी अश्विनी कोष्टा पुणे में पढ़ाई कर रही थी और काम भी कर रही थी। अश्विनी केवल 24 वर्ष की थी। आपको बता दें कि तेज रफ्तार पोर्श कार ने सॉफ्टवेयर इंजीनियरों की स्कूटी पर टक्कर मार दी थी जिसमें 24 वर्षीय अनीश अवड़िया और अश्विनी कोष्टा की मौके पर ही मौत हो गई थी ।Pune Porsche Case Update
प्राइवेट पार्ट में 1 किलो सोना छुपा कर ला रही थी एयर होस्टेस, एयरपोर्ट पर हुई गिरफ्तार
ग्रेटर नोएडा – नोएडा की खबरों से अपडेट रहने के लिए चेतना मंच से जुड़े रहें।
देश–दुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमें फेसबुक पर लाइक करें या ट्विटर पर फॉलो करें।