Saturday, 18 January 2025

मोदी पर पीएचडी कर नजमा ने बनाया रिकॉर्ड, ऐसा करने वाली पहली महिला बनीं

मोदी पर पीएचडी: वाराणसी की नजमा परवीन ने एक नया कीर्तिमान बनाया है, वो मोदी पर पीएचडी करने वाली पहली…

मोदी पर पीएचडी कर नजमा ने बनाया रिकॉर्ड, ऐसा करने वाली पहली महिला बनीं

मोदी पर पीएचडी: वाराणसी की नजमा परवीन ने एक नया कीर्तिमान बनाया है, वो मोदी पर पीएचडी करने वाली पहली मुस्लिम महिला बन गई हैं। नजमा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर अपनी पीएचडी पूरी की है। इन्होंने अपना शोध बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के राजनीतिक विज्ञान से किया है। नजमा परवीन को पीएम मोदी पर अपनी पीएचडी पूरी करने में करीब 8 साल लग गए।

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मोदी पर पीएचडी: इस वजह से चुना इस विषय को

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपनी पीएचडी का विषय चुनने के पीछे की वजह बताते हुए नजमा परवीन ने कहा “नरेंद्र मोदी ने देश ही नहीं दुनिया में भारत की छवि को मजबूत किया है। पीएम मोदी ने अपने आप को एक वैश्विक नेता के रूप में स्थापित किया है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पूरा सफर संघर्षों से भरा रहा है। इसलिए पीएचडी का यह विषय बहुत महत्वपूर्ण और रोचक था।”

अपने शोध में उन्होंने पीएम मोदी के व्यक्तिगत और राजनीतिक जीवन की प्रमुख घटनाओं का जिक्र किया है। उनके शोध में यह बताया गया है कि कैसे प्रधानमंत्री मोदी ने गुजरात के सीएम बनने और फिर काशी से सांसद बनते हुए देश के प्रधानमंत्री तक का सफर पूरा किया।

2014 में कैसे राजनीतिक परिदृश्य बदला और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजनीति की नई परिभाषा गढ़ी। पीएचडी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रमुख भाषणों को भी शामिल किया गया है। प्रधानमंत्री मोदी के काशी का सांसद बनने के बाद काशी का कैसे विकास हुआ, इसका भी उल्लेख उनके शोध में है।

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ये अध्याय है इस शोध में शामिल, मोदी पर पीएचडी

पांच अध्याय में उनकी यह पीएचडी पूरी की गई है। इन अध्यायों में प्रमुख तौर पर ये तथ्य शामिल हैं। इन अध्यायों में कांग्रेस की सत्ता और उसके वंशवाद से सत्ता की मुक्ति, प्रधानमंत्री मोदी का राजनीतिक जीवन, गुजरात में उनका बतौर मुख्यमंत्री के तौर पर कार्य, विपक्ष द्वारा उन पर आरोप लगाना और उनकी आलोचनाओं करना, जनता और मीडिया का सहयोग, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े हुए होने के नाते प्रधानमंत्री मोदी के प्रति मुस्लिम समाज का नजरिया शामिल हैं।

नजमा परवीन का शोध 2014 में शुरू हुआ था और इस साल 1 नवंबर 2023 को पूरा हुआ है। परवीन का यह शोध कार्य काशी हिंदू विश्वविद्यालय के प्रोफेसर संजय श्रीवास्तव के निर्देशन में पूरा हुआ। अब एक किताब भी लिख रही है जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर केंद्रित है। उसमें वो उनके जीवन के कुछ महत्वपूर्ण विंदुओं को केन्द्रित करेंगी।

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