Odisha Rail Accident /नई दिल्ली। रेलवे ने ओडिशा में हुए भीषण ट्रेन हादसे की उच्च स्तरीय जांच शुरू की है, जिसकी अध्यक्षता दक्षिण-पूर्वी सर्किल के रेलवे सुरक्षा आयुक्त करेंगे। रेलवे सुरक्षा आयुक्त नागर विमानन मंत्रालय के अधीन काम करता है और इस प्रकार के सभी हादसों की जांच करता है।
Odisha Rail Accident
रेलवे के एक प्रवक्ता ने शनिवार को कहा कि एसई (दक्षिण-पूर्वी) सर्किल के सीआरएस (रेलवे सुरक्षा आयुक्त) ए एम चौधरी हादसे की जांच करेंगे।
ओडिशा के बालासोर जिले में शुक्रवार शाम को कोरोमंडल एक्सप्रेस और बेंगलुरु-हावड़ा एक्सप्रेस ट्रेन के पटरी से उतरने और एक मालगाड़ी से टकराने से जुड़े रेल हादसे में मृतक संख्या शनिवार को बढ़कर 233 हो गई। इस हादसे में 900 से अधिक यात्री घायल हुए हैं।
हालांकि, अभी यह स्पष्ट नहीं है कि हादसा किस वजह से हुआ, लेकिन सूत्रों ने संकेत दिया है कि इसका संभावित कारण सिग्नल में गड़बड़ी होना है।
संयुक्त राष्ट्र जताया शोक
संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) के अध्यक्ष चाबा कोरोशी ने ओडिशा में हुए भीषण ट्रेन हादसे को लेकर पीड़ित परिवारों के प्रति शोक जताया है। इस हादसे में कम से कम 233 यात्रियों के मारे जाने और 900 से अधिक यात्रियों के घायल होने की खबर है।
शुक्रवार का हादसा भारत में हुई अब तक की सबसे भीषण रेल दुर्घटनाओं में से एक है, जिसमें ओडिशा के बालासोर जिले में तीन ट्रेन एक के बाद एक भयावह तरीके से एक-दूसरे से टकरा गईं। हादसे के बाद बालासोर में व्यापक राहत एवं बचाव अभियान शुरू किया गया है।
संरा महासभा के 77वें सत्र के अध्यक्ष कोरोशी ने ट्वीट किया, ‘‘भारत के ओडिशा में ट्रेन दुर्घटना की खबर सुनकर मुझे गहरा दुख हुआ है। मेरी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं पीड़ितों, उनके परिवारों और आपातकालीन सेवाओं के साथ हैं।’’
यह ट्रेन दुर्घटना कोलकाता से 250 किलोमीटर दक्षिण और भुवनेश्वर से 170 किलोमीटर उत्तर में बालासोर जिले के बहानगा बाजार स्टेशन के पास शुक्रवार शाम लगभग सात बजे हुई। रेल मंत्रालय ने हादसे की जांच के आदेश दिए हैं।
Odisha Rail Accident : मरने वालों की संख्या बढ़कर 233 हुई, राहत एवं बचाव कार्य जारी
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