Friday, 3 May 2024

आजादी पर हो रहे हमलों के खिलाफ सीटू ने किया D M  कार्यालय पर प्रदर्शन

सरकारी एजेंसियों के दुरुपयोग के माध्यम से स्वतंत्र मीडिया और अभिव्यक्ति की आजादी के मौलिक अधिकार पर आरएसएस बीजेपी के…

आजादी पर हो रहे हमलों के खिलाफ सीटू ने किया D M  कार्यालय पर प्रदर्शन

सरकारी एजेंसियों के दुरुपयोग के माध्यम से स्वतंत्र मीडिया और अभिव्यक्ति की आजादी के मौलिक अधिकार पर आरएसएस बीजेपी के खुले हमले के खिलाफ आज अखिल भारतीय किसान सभा और मजदूर संगठन सीटू के कार्यकर्ताओं ने जोरदार प्रदर्शन किया। उन्‍होंने जिलाधिकारी मनीश कुमार वर्मा के कार्यालय पर जोरदार प्रदर्शन कर राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन दिया।

डर गईं है सरकार

प्रदर्शन को संबोधित करते हुए किसान सभा जिला अध्यक्ष डॉ रुपेश शर्मा व सीटू जिला अध्यक्ष गंगेश्वर दत्त शर्मा ने कहा कि केंद्र सरकार की दिल्ली पुलिस ने निर्विवादित रूप से साबित कर दिया है कि वह सच की अभिव्यक्ति, पत्रकारों की आजादी, कलम की स्वतंत्रता और आजाद ख्यालों से थर-थर कांपने लगी है। न्यूज क्लिक के लेखकों, पत्रकारों उर्मिलेश, भाषा सिंह, अभिशार शर्मा, अनिन्दो चक्रवर्ती, सोहेल हाशमी और प्रबीर पुरकायस्थ के घरों पर की गई छापेमारी और गिरफ्तारी एकदम मनमानी, डरानेवाली, धमकाने वाली, सताने वाली, गैरकानूनी और असंवैधानिक है। उन्‍होंने कहा कि यह कानून के शासन और प्रेस की आजादी का खुल्लम-खुल्ला हनन है। यह प्रेस की आजादी का गला घोंटने की सबसे क्रूरतम और गैरकानूनी सरकारी साजिश का हिस्सा है। पत्रकारों और कलम के सिपाहियों को चुप करने की मुहिम खुले तौर पर शुरू हो गई है। उन्होंने कहा कि यह छापेमारी और गिरफ्तारी बता रही है कि सरकार सच और विवेक की रिपोर्टिंग से डर गई है। वह सच्चाई को जनता के सामने नहीं आने देना चाहती। सरकार की ये तमाम कार्यवाहियां आजाद प्रेस को, पत्रकारों को और स्वतंत्र लेखकों को डराने की साजिश का बहुत बड़ा हिस्सा है। सरकार की ये तमाम दहशतगर्द कार्यवाहियां पूरे देश की प्रेस मीडिया, पत्रकारों और आज़ाद ख्याल लेखकों को डराने और धमकाने की खौफजदा कार्यवाहियां हैं। ये मनमानी और तानाशाही पूर्ण कार्यवाहियां खोजी पत्रकारिता और अभिव्यक्ति की आजादी पर सबसे बड़ा हमला हैं।

कल तक, सरकार के राजनीतिक और विपक्षी कार्यकर्ताओं पर ईडी, आई टी और सीबीआई के हमले करके उन्हें चुप करने की साजिशें हो रही थीं। अब आजाद पत्रकारों, लेखकों और आजाद मीडिया कर्मियों पर इस तरह का हमला किया जा रहा है ताकि सरकार के विरोध और जनता के हित में सच्चाई की आवाज और कलम की आजादी की हर कोशिश को डरा धमकाकर चुप कराया जा सके। अभिव्यक्ति की आजादी पर यह ताजा तरीन हमला सरकार की एक सोची समझी साजिश का बड़ा हिस्सा है। और सरकार के सर्वांगीण पतन की सबसे बड़ी निशानी है। साथ ही वक्ताओं ने आम आदमी पार्टी के नेता राज्यसभा सांसद संजय सिंह की ईडी के माध्यम से कराई गई गिरफ्तारी की भी कड़ी निंदा किया।

ये रहे मौजूद

प्रदर्शन का नेतृत्व व सम्बोधन किसान सभा के जिला महासचिव जगबीर नंबरदार, जिलाध्यक्ष डा़ रूपेश वर्मा, किसान सभा के वरिष्ठ पदाधिकारी वीर सिंह नागर, निरंकार प्रधान, रणवीर यादव, सुरेश यादव, सुरेंद्र पंडित, निशांत रावल, सुरेंद्र यादव, संदीप भाटी, मोहित भाटी, मोहित नागर, प्रशांत भाटी, संतराम भाटी, सुशील सोनपुरा, पप्पी भाटी, रंगीलाल भाटी, देवराज नागर, होजराज रावल, सुधीर एडवोकेट व सीटू नेता गंगेश्वर दत्त शर्मा, मुकेश कुमार राघव, ओम प्रकाश, राम स्वारथ आदि ने किया।

 

भूगर्भ जल विभाग की शर्तें न मानने पर 17 फर्मों की एनओसी निरस्त

देश विदेश की खबरों से अपडेट रहने लिए चेतना मंच के साथ जुड़े रहें।

देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमें  फेसबुक  पर लाइक करें या  ट्विटर  पर फॉलो करें।

Related Post