Mumbai Hostage Case: एक्ट्रेस रुचिता जाधव की चैट से नया खुलासा

यह भी पढ़ें :बच्चों की जान को बचाने में पुलिस हुई सफल
Mumbai Hostage Case: 4 अक्टूबर को आया था मैसेज
रुचिता जाधव ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर एक भावुक पोस्ट के जरिए बताया कि 4 अक्टूबर को उन्हें रोहित आर्य से एक वाट्सऐप मैसेज आया था, जिसमें उसने खुद को एक फिल्म निर्माता बताया और कहा कि वह "होस्टेज सिचुएशन" पर आधारित एक फिल्म बना रहा है। रुचिता, जो एक अनुभवी एक्ट्रेस हैं, ने बातचीत जारी रखी, और 23 अक्टूबर को रोहित ने उनसे मुलाकात के लिए तारीख़ पूछी।
Mumbai Hostage Case: मुलाकात की तारीख और लोकेशन
रुचिता ने बताया कि 27 अक्टूबर को रोहित ने उन्हें पवई स्थित एक स्टूडियो में मिलने के लिए कहा और लोकेशन भी भेजी। हालांकि, पारिवारिक कारणों के चलते रुचिता ने मीटिंग रद्द कर दी। इस घटना के बाद 31 अक्टूबर को जब उन्होंने टीवी पर खबर देखी कि वही रोहित आर्य, जिसने उन्हें बुलाया था, पवई में बच्चों और अन्य लोगों को बंधक बना लिया था, तो वे अवाक रह गईं।यह भी पढ़ें :पवई अपहरण कांड: सरकार से मदद न मिलने पर उठाया खतरनाक कदम
Mumbai Hostage Case: रुचिता ने किया धन्यवाद
रुचिता ने अपनी इंस्टाग्राम पोस्ट में लिखा, "जब मैंने वही नाम सुना, तो मेरा दिल दहल गया। यह सोचकर ही कांप जाती हूं कि अगर उस दिन मैं चली जाती तो क्या होता। भगवान और मेरे परिवार का शुक्र है, जिन्होंने मुझे उस दिन बाहर जाने से रोक लिया।" उन्होंने आगे कहा कि यह घटना उन्हें हमेशा याद दिलाएगी कि किसी भी नए व्यक्ति से मिलने से पहले बेहद सतर्क रहना चाहिए और हमेशा परिवार या दोस्तों को इसकी जानकारी देनी चाहिए।Mumbai Hostage Case: क्या था पवई होस्टेज कांड?
गुरुवार दोपहर, 31 अक्टूबर को, रोहित आर्य ने पवई में स्थित आरए स्टूडियो में 17 बच्चों, दो महिलाओं और एक बुजुर्ग को बंधक बना लिया था। पुलिस की क्विक रिस्पॉन्स टीम (QRT) ने घंटों चले ऑपरेशन के बाद सभी बंधकों को सुरक्षित बाहर निकाला, जबकि रोहित मुठभेड़ में मारा गया।यह भी पढ़ें :Mumbai Children Hostage: मुंबई पुलिस ने रोहित आर्या को किया ढेर
Mumbai Hostage Case: रोहित आर्य का गुस्सा और पृष्ठभूमि
रोहित आर्य का गुस्सा उस वक्त और भी बढ़ गया था, जब उसने महाराष्ट्र सरकार पर अपनी फिल्म "Let’s Change" और स्क्रिप्ट को चुराने का आरोप लगाया था। उसने दावा किया था कि सरकार ने उसकी फिल्म का आइडिया, स्क्रिप्ट और अधिकारों का बिना क्रेडिट दिए उपयोग किया था। उसके मुताबिक, सरकार ने उसके प्रोजेक्ट से दो करोड़ रुपये की बकाया राशि भी नहीं चुकाई थी। यह मामला इतना बढ़ गया था कि रोहित ने कई बार विरोध प्रदर्शन किया और एक महीने तक अनशन भी किया। रोहित का आरोप था कि जब तक उसे इंसाफ नहीं मिला, वह खुद को मरने के लिए तैयार कर चुका था, और तत्कालीन शिक्षा मंत्री और अन्य अधिकारियों को उसकी मौत का जिम्मेदार ठहराया था।Mumbai Hostage Case: क्या यह एक पूर्व-निर्धारित योजना थी?
यह सवाल अब उभर रहा है कि क्या रोहित ने अपनी फिल्म के बहाने एक्ट्रेस रुचिता को भी अपने कब्जे में लेने की योजना बनाई थी? रुचिता के पोस्ट और उनके द्वारा साझा की गई चैट से यह साफ होता है कि इस दौरान वह खुद भी एक खतरे से जूझ रही थीं, और अगर उन्होंने मुलाकात की होती, तो परिणाम बहुत भयंकर हो सकते थे।अगली खबर पढ़ें
यह भी पढ़ें :बच्चों की जान को बचाने में पुलिस हुई सफल
Mumbai Hostage Case: 4 अक्टूबर को आया था मैसेज
रुचिता जाधव ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर एक भावुक पोस्ट के जरिए बताया कि 4 अक्टूबर को उन्हें रोहित आर्य से एक वाट्सऐप मैसेज आया था, जिसमें उसने खुद को एक फिल्म निर्माता बताया और कहा कि वह "होस्टेज सिचुएशन" पर आधारित एक फिल्म बना रहा है। रुचिता, जो एक अनुभवी एक्ट्रेस हैं, ने बातचीत जारी रखी, और 23 अक्टूबर को रोहित ने उनसे मुलाकात के लिए तारीख़ पूछी।
Mumbai Hostage Case: मुलाकात की तारीख और लोकेशन
रुचिता ने बताया कि 27 अक्टूबर को रोहित ने उन्हें पवई स्थित एक स्टूडियो में मिलने के लिए कहा और लोकेशन भी भेजी। हालांकि, पारिवारिक कारणों के चलते रुचिता ने मीटिंग रद्द कर दी। इस घटना के बाद 31 अक्टूबर को जब उन्होंने टीवी पर खबर देखी कि वही रोहित आर्य, जिसने उन्हें बुलाया था, पवई में बच्चों और अन्य लोगों को बंधक बना लिया था, तो वे अवाक रह गईं।यह भी पढ़ें :पवई अपहरण कांड: सरकार से मदद न मिलने पर उठाया खतरनाक कदम
Mumbai Hostage Case: रुचिता ने किया धन्यवाद
रुचिता ने अपनी इंस्टाग्राम पोस्ट में लिखा, "जब मैंने वही नाम सुना, तो मेरा दिल दहल गया। यह सोचकर ही कांप जाती हूं कि अगर उस दिन मैं चली जाती तो क्या होता। भगवान और मेरे परिवार का शुक्र है, जिन्होंने मुझे उस दिन बाहर जाने से रोक लिया।" उन्होंने आगे कहा कि यह घटना उन्हें हमेशा याद दिलाएगी कि किसी भी नए व्यक्ति से मिलने से पहले बेहद सतर्क रहना चाहिए और हमेशा परिवार या दोस्तों को इसकी जानकारी देनी चाहिए।Mumbai Hostage Case: क्या था पवई होस्टेज कांड?
गुरुवार दोपहर, 31 अक्टूबर को, रोहित आर्य ने पवई में स्थित आरए स्टूडियो में 17 बच्चों, दो महिलाओं और एक बुजुर्ग को बंधक बना लिया था। पुलिस की क्विक रिस्पॉन्स टीम (QRT) ने घंटों चले ऑपरेशन के बाद सभी बंधकों को सुरक्षित बाहर निकाला, जबकि रोहित मुठभेड़ में मारा गया।यह भी पढ़ें :Mumbai Children Hostage: मुंबई पुलिस ने रोहित आर्या को किया ढेर
Mumbai Hostage Case: रोहित आर्य का गुस्सा और पृष्ठभूमि
रोहित आर्य का गुस्सा उस वक्त और भी बढ़ गया था, जब उसने महाराष्ट्र सरकार पर अपनी फिल्म "Let’s Change" और स्क्रिप्ट को चुराने का आरोप लगाया था। उसने दावा किया था कि सरकार ने उसकी फिल्म का आइडिया, स्क्रिप्ट और अधिकारों का बिना क्रेडिट दिए उपयोग किया था। उसके मुताबिक, सरकार ने उसके प्रोजेक्ट से दो करोड़ रुपये की बकाया राशि भी नहीं चुकाई थी। यह मामला इतना बढ़ गया था कि रोहित ने कई बार विरोध प्रदर्शन किया और एक महीने तक अनशन भी किया। रोहित का आरोप था कि जब तक उसे इंसाफ नहीं मिला, वह खुद को मरने के लिए तैयार कर चुका था, और तत्कालीन शिक्षा मंत्री और अन्य अधिकारियों को उसकी मौत का जिम्मेदार ठहराया था।Mumbai Hostage Case: क्या यह एक पूर्व-निर्धारित योजना थी?
यह सवाल अब उभर रहा है कि क्या रोहित ने अपनी फिल्म के बहाने एक्ट्रेस रुचिता को भी अपने कब्जे में लेने की योजना बनाई थी? रुचिता के पोस्ट और उनके द्वारा साझा की गई चैट से यह साफ होता है कि इस दौरान वह खुद भी एक खतरे से जूझ रही थीं, और अगर उन्होंने मुलाकात की होती, तो परिणाम बहुत भयंकर हो सकते थे।संबंधित खबरें
अगली खबर पढ़ें







