रात के सन्नाटे में मंडराता रहस्य! बिजनौर के आसमान में ड्रोन का दहशत

रात के सन्नाटे में मंडराता रहस्य! बिजनौर के आसमान में ड्रोन का दहशत
locationभारत
userचेतना मंच
calendar28 Nov 2025 10:21 AM
bookmark
Uttar Pradesh Samachar : बिजनौर के आसमान में रातों में कुछ ऐसा हो रहा है जिसे समझ पाना न पुलिस के बस में है, न ही प्रशासन के पास कोई ठोस जवाब। बीते चार-पांच रातों से जिले के 20 से ज्यादा गांवों के ऊपर एक के बाद एक रहस्यमयी ड्रोन मंडरा रहे हैं। तेज रोशनी फैलाते, देर रात तक उड़ते और फिर बिना कोई सुराग छोड़े गायब हो जाते हैं। नतीजा, पूरे इलाके में अफरा-तफरी और डर का माहौल।

ड्रोन की फ्लैशलाइट देख स्कूल पर टूट पड़ा जनसैलाब

नूरपुर थाना क्षेत्र के राजा का ताजपुर में शनिवार रात 12 बजे ड्रोन ने सरकारी स्कूल के ऊपर काफी देर तक चक्कर काटा। स्थानीय महिला अलीशा बताती हैं, ऐसा लग रहा था जैसे कोई हमारी तस्वीरें खींच रहा हो। डर के मारे लोग घरों से निकलकर सड़कों पर आ गए। सूचना पर पहुंची पुलिस के हाथ कुछ नहीं लगा, लेकिन ग्रामीणों की चिंता और गहरी हो गई।

हीमपुर से शिवाला तक कैमरे भी खामोश, पत्थर भी बेअसर

धीवरपुरा गांव में पशु चिकित्सक डॉ. गुड्डू सिंह ने बताया कि ड्रोन ने अलग-अलग जगहों पर उड़ान भरी। ग्रामीणों ने डर के मारे पत्थर फेंके लेकिन वो ऊंचाई पर था, कुछ असर नहीं पड़ा। कई लोगों ने इसकी वीडियो भी बनाई है, लेकिन मंशा अभी भी रहस्य बनी हुई है। शिवाला कलां के मुराहट गांव में भीड़ ने मध्य प्रदेश से आए एक भिखारी को ड्रोन उड़ाने वाला समझकर पीट डाला। बाद में पता चला वह बस भीख मांग रहा था। यह घटना बताती है कि लोगों में कितना भय और भ्रम व्याप्त हो चुका है।

सरकारी सर्वे या खुफिया जासूसी?

माहूं गंधोर गांव के संजय यादव ने शक जताया है कि या तो यह कोई गुप्त सरकारी सर्वे है या फिर किसी संगठन की जासूसी। उनका कहना है, अब बात चेतावनी से आगे निकल गई है, इन ड्रोन को गिराकर ही असलियत सामने आएगी। अब तक करीब 20 गांवों से पुलिस को ड्रोन की शिकायतें मिली हैं। चांदपुर सर्किल के सीओ देश दीपक सिंह के मुताबिक, कई बार यह हवाई जहाज की लाइट भी हो सकती है। लेकिन हम गंभीरता से जांच कर रहे हैं।

एसएसपी की चेतावनी, ड्रोन उड़ाया तो बचोगे नहीं

बिजनौर के एसएसपी अभिषेक झा ने बताया कि कई टीमों को जांच के लिए लगाया गया है। यदि कोई असामाजिक तत्व ऐसा कर रहा है तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। आम लोगों से अपील है कि अफवाहों से दूर रहें और ड्रोन दिखने पर तुरंत 112 नंबर पर सूचना दें। बिजनौर के आसमान में मंडराती ये चमकती उड़ानें सिर्फ एक तकनीकी खिलवाड़ हैं या किसी बड़ी साजिश की शुरुआत? जबतक पुलिस और खुफिया एजेंसियां सच्चाई नहीं सामने लातीं, तब तक ग्रामीण रातें आंखों में काटने को मजबूर हैं।
अगली खबर पढ़ें

प्रिया सरोज की सादगी का खूबसूरत वीडियो वायरल, अब तक देख चुके सैकड़ों

Priya Saroj
Uttar Pradesh Samachar
locationभारत
userचेतना मंच
calendar21 Jul 2025 11:35 AM
bookmark
Uttar Pradesh Samachar : उत्तर प्रदेश के मछलीशहर से समाजवादी पार्टी की सांसद प्रिया सरोज का एक वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर छाया हुआ है, जिसमें वे अपने गांव में पानी से भरे खेत में उतरकर धान की रोपाई करती नजर आ रही हैं। यह वीडियो खुद प्रिया सरोज ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर पोस्ट किया है, जिसके कैप्शन में उन्होंने लिखा, "हमारा गांव..." इस सादगी भरे दृश्य को देखकर लोग जमकर तारीफ कर रहे हैं और कह रहे हैं "ऐसी नेता होनी चाहिए जो जमीन से जुड़ी हो।"

महिलाओं के साथ मिलकर की धान की रोपाई

रविवार को सांसद प्रिया सरोज अपने पैतृक गांव करखियांव (पिंडरा तहसील, वाराणसी) पहुंचीं थीं। यहां उन्होंने अपनी सहेलियों और गांव की अन्य महिलाओं के साथ खेत में उतरकर धान की रोपाई की। खेत की कीचड़ में पैर डाले, गांव की बेटियों के साथ घुल-मिलकर लगभग आधे घंटे तक मेहनत करती रहीं। इस दौरान उन्होंने सपा की नीतियों, पीडीए (पिछड़ा-दलित-अल्पसंख्यक) मॉडल और किसानों के लिए समाजवादी सरकार की योजनाओं को भी साझा किया। यहां देखें वीडियो... [video width="320" height="568" mp4="https://chetnamanch.com/wp-content/uploads/2025/07/E9-LrO7e9IgTsIsi.mp4"][/video]

लोकसभा की सबसे युवा सांसदों में से एक

बता दें कि प्रिया सरोज लोकसभा की सबसे युवा सांसदों में से एक हैं। वे सपा के वरिष्ठ नेता और विधायक तूफानी सरोज की बेटी हैं। हाल ही में उनकी सगाई भारतीय क्रिकेटर रिंकू सिंह से हुई थी, जिसमें सपा प्रमुख अखिलेश यादव, डिंपल यादव सहित कई बड़े नेता शामिल हुए थे। बता दें कि, कुछ दिन पहले प्रिया सरोज ने कथावाचक अनिरुद्धाचार्य पर भी तीखा हमला किया था। अनिरुद्धाचार्य द्वारा अखिलेश यादव पर की गई टिप्पणी पर नाराजगी जताते हुए उन्होंने लिखा था, “जब एक बाबा कृष्ण जी का नाम बताने में असफल हो जाता है, तो अपनी छवि सुधारने के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष जी का नाम हिंदू-मुस्लिम जोड़कर देश-प्रदेश का माहौल खराब कर देता है। क्या यही सिखाते हैं अपने प्रवचनों में?”

सोशल मीडिया पर कमेंट की बाढ़

प्रिया का खेतों में काम करने वाला वीडियो वायरल होते ही यूजर्स ने उनके देसी अंदाज और ज़मीनी जुड़ाव की जमकर तारीफ की है। कोई उन्हें "जमीन से जुड़ी जननेत्री" बता रहा है, तो कोई लिख रहा है "युवाओं की असली रोल मॉडल।"  
अगली खबर पढ़ें

मुरादाबाद में बड़ी कार्रवाई, पांच अफसरों पर गिरी गाज

Moradabad 1 1
उत्तर प्रदेश समाचार
locationभारत
userचेतना मंच
calendar30 Nov 2025 10:29 AM
bookmark
Uttar Pradesh Samachar : उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में सोमवार को एक सरकारी कार्यक्रम के दौरान महज 10 मिनट की बिजली गुल होने की घटना ने पूरे बिजली विभाग को हिला कर रख दिया। मामला आम नहीं था, क्योंकि मंच पर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री ए.के. शर्मा मौजूद थे। नतीजा यह हुआ कि कार्यक्रम खत्म होते ही चीफ इंजीनियर से लेकर जेई तक पांच अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया।यह घटना सिविल लाइंस चौराहे पर नगर निगम द्वारा आयोजित एक लोकार्पण समारोह के दौरान हुई, जहां छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा और फव्वारे का उद्घाटन होना था। इसी कार्यक्रम में बिजली मंत्री जनता से सीधा संवाद कर रहे थे और प्रदेश में ऊर्जा सुधार की योजनाएं साझा कर रहे थे। तभी अचानक बिजली गुल हो गई और पूरे परिसर में अंधेरा छा गया।

अधिकारियों को किया गया निलंबित

कार्यक्रम के बाद स्थिति की गंभीरता को समझते हुए पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (PVVNL) की प्रबंध निदेशक ईशा दुहन ने कड़ा रुख अपनाया और जांच के आदेश के साथ-साथ पांच अधिकारियों को निलंबित कर दिया। इन अधिकारियों में अरविंद सिंघल (चीफ इंजीनियर), सुनील अग्रवाल (सुपरिंटेंडिंग इंजीनियर), प्रिंस गौतम (एक्सईएन), राणा प्रताप (एसडीओ), ललित कुमार (जेई) शामिल हैं।

लापरवाही नहीं की जाएगा बर्दाश्त

ईशा दुहन ने सख्त लहजे में कहा कि “हर सरकारी और वीआईपी कार्यक्रम के लिए बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने के स्पष्ट निर्देश होते हैं। ऐसी जगहों पर वैकल्पिक व्यवस्था और कंटिजेंसी प्लान अनिवार्य होता है। इसके बावजूद मुरादाबाद की घटना घोर लापरवाही का संकेत देती है जिसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।” उन्होंने आगे कहा कि यह केवल एक तकनीकी चूक नहीं, बल्कि प्रशासनिक संवेदनशीलता की परीक्षा में असफलता है। विभाग ने इस मामले में उच्चस्तरीय जांच के आदेश दे दिए हैं और बाकी सभी जोनों को चेतावनी जारी कर दी गई है।

रिव्यू मीटिंग के आदेश

ऊर्जा मंत्री ए.के. शर्मा का यह दौरा 'जनता से सीधा संवाद' कार्यक्रम का हिस्सा था, जहां वह ट्रांसफॉर्मर क्षमता बढ़ाने, लाइन लॉस कम करने और उपभोक्ताओं की शिकायतों के समाधान पर योजनाएं साझा कर रहे थे। लेकिन यही कार्यक्रम बिजली गुल होने से खुद सवालों में आ गया। इस घटना के बाद प्रदेश के अन्य जोनों में भी हड़कंप मच गया है। विभाग ने सभी डिस्कॉम्स को निर्देश दिया है कि भविष्य में किसी भी सरकारी या वीआईपी कार्यक्रम के दौरान बिजली आपूर्ति की वैकल्पिक व्यवस्था की समीक्षा अनिवार्य रूप से की जाए। सूत्रों की मानें तो कई जोनों में अधिकारियों को अलर्ट मोड पर लाया गया है और तैयारियों की रिव्यू मीटिंग्स बुलाई जा रही हैं।