कुत्तों के काटने से पहले क्यों नहीं लगती वैक्सीन? डॉक्टर ने बताया कारण

कुत्तों के काटने से पहले क्यों नहीं लगती वैक्सीन? डॉक्टर ने बताया कारण
locationभारत
userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 05:48 AM
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देश में कुत्तों और अन्य जानवरों के काटने की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। दिल्ली-एनसीआर में आवारा कुत्तों को सड़क से हटाकर शेल्टर होम्स में भेजने का सुप्रीम कोर्ट का आदेश इसी समस्या की गंभीरता को दर्शाता है। लेकिन सवाल यह उठता है कि भारत में एंटी-रेबीज वैक्सीन क्यों पहले से नहीं दी जाती? आरएमएल हॉस्पिटल के डॉक्टर ने इसके पीछे का कारण स्पष्ट किया है। रेबीज एक घातक संक्रमण है, जो कुत्तों, बिल्लियों और बंदरों के काटने से फैल सकता है। भारत में इस बीमारी से बचाव के लिए वैक्सीन केवल तभी दी जाती है जब किसी व्यक्ति को काटा गया हो। डॉक्टरों के अनुसार, समय पर इलाज और वैक्सीनेशन के बिना बचाव लगभग असंभव है।  Anti-Rabies Vaccine

विदेशों में अलग प्रैक्टिस

दिलचस्प बात यह है कि कई देशों में एंटी-रेबीज वैक्सीन किसी भी काटने की घटना से पहले भी लगाई जा सकती है। भारत में न तो यह प्रैक्टिस अपनाई जाती है और न ही प्राइवेट हॉस्पिटल बिना काटे किसी को वैक्सीन देते हैं। यह स्थिति इसलिए है क्योंकि भारत में अन्य बच्चों को दी जाने वाली नियमित टीकों की तरह इसे रूटीन वैक्सीनेशन में शामिल नहीं किया गया है।

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डॉक्टर का बयान

दिल्ली के राम मनोहर लोहिया हॉस्पिटल में कम्युनिटी मेडिसिन के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. सागर बोरकर ने कहा कि एंटी-रेबीज वैक्सीन का उद्देश्य शरीर में इम्युनिटी बढ़ाना और खतरनाक वायरस से बचाव करना है। यह आमतौर पर उन्हीं लोगों को दी जाती है जिन्हें अधिक खतरा होता है, जैसे एनिमल डॉक्टर, पशु कर्मी या ऐसे इलाके जिनमें रेबीज का जोखिम अधिक हो। डॉ. बोरकर ने बताया कि वैक्सीन का प्रभाव लगभग तीन साल तक रहता है, इसलिए इसे नियमित रूप से नहीं लगाया जाता। अगर इस अवधि के दौरान किसी को रेबीज का संक्रमण होता है, तो WHO के दिशानिर्देशों के अनुसार दो बूस्टर खुराक दी जा सकती हैं। इन खुराकों की मात्रा और समय हेल्थ एक्सपर्ट द्वारा जख्म की गंभीरता, जानवर की स्थिति और अन्य फैक्टर्स के आधार पर तय किया जाता है।  Anti-Rabies Vaccine

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क्या आपकी आंखों से लगातार आंसू बहते हैं? एक्सपर्ट से समझें असली वजह

क्या आपकी आंखों से लगातार आंसू बहते हैं? एक्सपर्ट से समझें असली वजह
locationभारत
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calendar30 Nov 2025 12:51 PM
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आंखों से आंसू बहना सामान्य प्रतिक्रिया है, लेकिन जब यह समस्या लगातार बनी रहे तो इसे नजर अंदाज करना खतरनाक साबित हो सकता है। कई बार यह परेशानी इतनी बढ़ जाती है कि आंखें खुली रखना भी मुश्किल हो जाता है। विशेषज्ञों का कहना है कि धूल-मिट्टी, धुआं, ठंडी हवा या लंबे समय तक कंप्यूटर–मोबाइल स्क्रीन पर नजर गड़ाए रखने से आंसू आना स्वाभाविक है, लेकिन जब यह लक्षण लगातार बना रहे तो यह किसी गंभीर नेत्र रोग का संकेत हो सकता है।  Watery Eyes Problem

आंखों से पानी आने के लक्षण

आंखों से लगातार पानी आने पर कई और परेशानियां भी सामने आती हैं—

  • आंखों में लालिमा और जलन

  • खुजली, चुभन और भारीपन

  • रोशनी से असहजता या धुंधला दिखना

  • आंखों में चिपचिपाहट और पलकों का चिपकना

  • संक्रमण की स्थिति में पस निकलना

एक्सपर्ट की राय: कौन-सी बीमारियों से जुड़ा है यह लक्षण?

दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल के आई स्पेशलिस्ट डॉ. ए.के. ग्रोवर बताते हैं कि आंखों से लगातार पानी आना कई वजहों से हो सकता है

  • कंजक्टिवाइटिस ( Conjunctivitis ) (आंख का संक्रमण): आंख लाल होना, सूजन आना और पानी या पस का निकलना।

  • ड्राई आई सिंड्रोम (Dry eye syndrome ) : आंखें सूखने पर नमी बनाए रखने के लिए ज्यादा आंसू बनते हैं।

  • एलर्जिक कंजक्टिवाइटिस ( Allergic conjunctivitis ): धूल, धुआं, परागकण या पालतू जानवरों से एलर्जी।

  • गंभीर बीमारियां: ग्लॉकोमा (काला मोतिया), कॉर्नियल इंफेक्शन या आंसू नलिका में रुकावट।

  • बच्चों में समस्या: जन्म से आंसू नलिका बंद होने के कारण पानी आना।

अगर पानी आने के साथ तेज दर्द, धुंधला दिखना या रोशनी चुभना जैसे लक्षण दिखें, तो तुरंत डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।

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कैसे करें बचाव

  • धूल-मिट्टी और धुएं से आंखों को बचाएं।

  • लंबे समय तक स्क्रीन पर काम करने के बीच में ब्रेक लें।

  • आंखों को बार-बार न रगड़ें।

  • दिन में 2–3 बार साफ पानी से आंखें धोएं।

  • संक्रमण या एलर्जी के लक्षण पर तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें।

  • बाहर निकलते समय सनग्लास का इस्तेमाल करें।   Watery Eyes Problem

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फिटनेस के सफर में न आए रुकावट, वेट लॉस से पहले जान लें ये बातें

फिटनेस के सफर में न आए रुकावट, वेट लॉस से पहले जान लें ये बातें
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userचेतना मंच
calendar29 Nov 2025 05:31 AM
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आज की तेज-तर्रार लाइफस्टाइल और अनहेल्दी खानपान की आदतों ने वजन बढ़ाना आसान कर दिया है, लेकिन इसे घटाना उतना सरल नहीं। फास्ट फूड, प्रोसेस्ड आइटम, शुगर और ऑयली डिशेज़ अब हमारी रोजमर्रा की रूटीन का हिस्सा बन गई हैं। अक्सर लोग पोर्शन कंट्रोल की अनदेखी करते हैं और देर रात तक जागना, देर से खाना जैसी आदतें भी वजन बढ़ाने में योगदान करती हैं। इसके अलावा हार्मोनल इम्बैलेंस और कुछ बीमारियां भी मोटापे का कारण बन सकती हैं। ऐसे में कई लोग वेट लॉस की कोशिश करते हैं और जिम या डाइट प्लान अपनाते हैं। लेकिन जल्दी रिजल्ट न दिखने पर अधिकतर लोग इसे बीच में ही छोड़ देते हैं। फिटनेस कोच राज गणपत के अनुसार, वजन घटाने की जर्नी शुरू करने से पहले कुछ अहम बातों को समझना बेहद जरूरी है।  Weight Loss Tips

1. वजन घटाना आसान, लेकिन उसे बनाए रखना चुनौतीपूर्ण

फिटनेस एक्सपर्ट राज गणपत के अनुसार, ज्यादातर लोग यह सोचकर वेट लॉस की कोशिश शुरू कर देते हैं कि केवल कम खाना और ज्यादा चलना ही वजन घटाने का तरीका है। शुरुआत में असर दिखाई देता है, लेकिन लंबे समय में वजन फिर से बढ़ जाता है। असली चुनौती यह है कि लोग यह नहीं समझ पाते कि अपने घटाए हुए वजन को कैसे स्थायी रखा जाए। इसके चलते उनका वजन बार-बार बढ़ता और घटता रहता है, और वेट लॉस की जर्नी अधूरी रह जाती है।

सलाह: पहले अपने वजन को नियंत्रित रखना सीखें। एक बार ऐसा करने के बाद आप धीरे-धीरे अपने मनचाहे बॉडी वेट तक पहुंच सकते हैं और उसे बनाए रख सकते हैं।

2. एक्सरसाइज शुरू करने से पहले नींद पर ध्यान दें

वेट लॉस में सफलता पाने के लिए अच्छी नींद लेना उतना ही जरूरी है जितना सही डाइट और एक्सरसाइज। अगर शरीर पूरी तरह से तरोताजा और स्वस्थ नहीं है, तो ज्यादा मेहनत करने से वजन कम करना मुश्किल हो सकता है और कभी-कभी इससे नुकसान भी हो सकता है। इसलिए वेट लॉस की जर्नी शुरू करने से पहले नींद को प्राथमिकता दें, उसके बाद ही एक्सरसाइज और ताकत बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करें।

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3. सप्लीमेंट्स से पहले रियल फूड पर ध्यान दें

वेट लॉस की जर्नी में रियल फूड ही आपका सबसे बड़ा साथी है। प्रोटीन, सब्जियां, फल, दालें और डेयरी प्रोडक्ट्स को अपनी डाइट में शामिल करना न सिर्फ वजन घटाने में मदद करता है, बल्कि शरीर को जरूरी पोषण भी देता है। पहले यह ध्यान दें कि आपका आहार संतुलित और पोषण से भरपूर है। अगर इसके बाद भी आपको पोषण की कमी महसूस हो, तभी किसी एक्सपर्ट की सलाह लेकर सप्लीमेंट का सहारा लें। इस तरह, वेट लॉस न सिर्फ असरदार होगा बल्कि लंबे समय तक टिकाऊ भी रहेगा।  Weight Loss Tips