Sunday, 1 December 2024

भीम आर्मी के चंद्रशेखर आजाद रावण पर हमला कोई बड़ा प्रयोग ? पश्चिमी UP बन सकती है प्रयोगशाला West UP News

West UP News : नोएडा/सहारनपुर। भीम आर्मी के संस्थापक व आजाद समाज पार्टी के मुखिया चंद्रशेखर आजाद रावण पर जानलेवा…

भीम आर्मी के चंद्रशेखर आजाद रावण पर हमला कोई बड़ा प्रयोग ? पश्चिमी UP बन सकती है प्रयोगशाला West UP News

West UP News : नोएडा/सहारनपुर। भीम आर्मी के संस्थापक व आजाद समाज पार्टी के मुखिया चंद्रशेखर आजाद रावण पर जानलेवा हमला चर्चा का बड़ा विषय बना हुआ है। सबसे बड़ा सवाल यह पूछा जा रहा है कि क्या इस मामले में बस उतना ही सच है जितना पुलिस बता रही है ? तमाम राजनीतिक विश्लेषकों को UP. की सहारनपुर पुलिस की बताई गई कहानी आधी-अधूरी लग रही है। पश्चिमी उ.प्र. (West UP) की राजनीति को ठीक से समझने वाले राजनीतिक विश्लेषक आर.पी. सिंह को आशंका है कि यह हमला पुलिस द्वारा पकड़े गये चारों हमलावरों की कहानी नहीं है। यह कोई बड़ा प्रयोग है।

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चेतना मंच के साथ बातचीत करते हुए आर.पी. सिंह कहते हैं कि इस पूरे प्रकरण में साफ-साफ जातीयता का ऐंगल नजर आ रहा है। वे आगे जोड़ते हैं कि प्रदेश में “कुछ” लोग ऐसे हैं जो पश्चिमी उ.प्र. की बदलती हुई राजनीतिक फिजा से परेशान हैं। ऐसे लोगों का प्रयास हो सकता है कि पश्चिमी यूपी में कुछ बड़ा “खेला” कर दिया जाए।

लगातार बढ़ रही है चन्द्रशेखर आजाद रावण की लोकप्रियता

इस बात से सभी सहमत हैं कि मुजफ्फरनगर के खतौली विधानसभा क्षेत्र में हुए विधानसभा के उप चुनाव के बाद से चंद्रशेखर आजाद की लोकप्रियता लगातार बढ़ रही है। साफ जाहिर है कि इस बढ़ती हुई लोकप्रियता को उनके विरोधी बर्दाश्त नहीं कर पा रहे हैं। इस विषय में प्रोफेसर डा. अरूण कुमार का कहना है कि चन्द्रशेखर आजाद रावण की हत्या करने की कोई बड़ी साजिश रची गयी थी। वह तो सौभाग्य है कि चन्द्रशेखर आजाद रावण का कि वे सुरक्षित बच गए। प्रोफेसर कुमार यह भी जोड़ते हैं कि यह सौभाग्य पूरे पश्चिमी उ.प्र. का भी है। उनका मत है कि चन्द्रशेखर आजाद रावण के साथ कुछ अनहोनी हो जाती तो पूरे पश्चिमी उ.प्र. में बड़ा “बवाल” हो जाता।

विरोधियों के अपने दावे

चन्द्रशेखर आजाद रावण पर हूए जानलेवा हमले के मामले में उनके विरोधियों के भी कुछ तथाकथित दावे हैं। स्वाभाविक भी है कि यदि कोई किसी को पसंद नहीं करता, या किसी से घृणा करता है तो “कुछ” भी हो जाए विरोधी तो कुतर्क ढूंढ ही लेता है। विरोधी खेमे के दावे यह हैं कि सरकारी सुरक्षा लेने के लिए चन्द्रशेखर आजाद रावण ने अपने ऊपर खुद ही हमला करवा लिया। चन्द्रशेखर आजाद रावण के एक पक्के विरोधी हैं कुलबीर सिंह। उन्होंने इस खबर (जो खबर आप पढ़ रहे हैं) के लेखक से कहा कि “अरे साहब यह सब ड्रामा है” उन्होंने यह भी जोड़ा “पूरा मामला सरकारी सुरक्षा हासिल करने का है”। हम यहां किसी के पक्ष अथवा विपक्ष में तर्क नहीं कर रहे हैं। राजनीतिक विश्लेषकों का साफ मत है कि चन्द्रशेखर आजाद रावण पर हुआ हमला एक बड़ा “प्रयोग” है।

72 घंटे में खुलासा

आपको बता दें कि यूपी की सहारनपुर पुलिस ने भीम आर्मी चीफ और आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद पर हुए जानलेवा हमले का 72 घंटे में खुलासा करने का दावा कर दिया था। मामले में पुलिस ने 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक पकड़े गए आरोपी भीम आर्मी चीफ द्वारा पिछले कई महीने के दौरान पश्चिम उत्तर प्रदेश और दिल्ली में दिए गए बयानबाजी से नाराज थे। इसीलिए उन्होंने चंद्रशेखर आजााद रावण को मौत के घाट उतारने की योजना बनाई थी। तीन राऊंड फायरिंग में चंद्रशेखर बाल बाल बच गए थे। यूपी के डीजीपी ने मामले का खुलासा करने वाली पुलिस टीम को 50 हज़ार रुपये का पुरस्कार भी दिया है।

डीआईजी ने प्रेसवार्ता में दी थी सूचना

सहारनपुर की रिजर्व पुलिस लाइन के सभागार में पत्रकार वार्ता आयोजित कर डीआईजी डॉ. अजय साहनी ने बताया कि हरियाणा के अंबाला से भीम आर्मी चीफ और आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद पर बुधवार को जानलेवा हमला करने के चार आरोपियों को गिरफ्तार कर किया गया है। डीआईजी ने बताया था कि पकड़े गए आरोपियों के नाम विकास उर्फ विक्की पुत्र प्रीतम सिंह, प्रशांत पुत्र विक्रम कुमार व लवीश पुत्र विरेन्द्र सिंह सभी निवासी ग्राम रणखण्डी थाना देवबन्द जिला सहारनपुर तथा विकास उर्फ विक्की पुत्र शिवकुमार निवासी ग्राम गोंदर थाना निसिंग जिला करनाल हरियाणा है।

West UP News – हरियाणा के अंबाला से पकड़े

डीआईजी सहारनपुर डॉ. अजय साहनी ने बताया था कि भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर पर हमले के मामले का खुलासा करने के लिए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. विपिन ताडा द्वारा पांच टीमें गठित की गई थी। सहारनपुर पुलिस की टीमों ने दिल्ली एनसीआर, उत्तराखण्ड, मेरठ, मुजफ्फरनगर, हरियाणा आदि जगहों पर दबिश देकर कई सदिग्ध लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की थी। टीमों ने सीसीटीवी फुटेज, कॉल रिकार्ड, मुखबिर तंत्र के ज़रिए जानकारी लगाई की घटना को अंजाम देने वाले आरोपी हरियाणा में हल्की फुलकी धाराओं के मुकदमे के तहत जेल जाने का प्रयास कर रहे हैं। सूचना पर देवबन्द कोतवाल के नेतृत्व में टीम को अंबाला रवाना किया गया। सहारनपुर पुलिस की टीम ने हरियाणा एसटीएफ के साथ शनिवार की सुबह अग्रवाल ढाबा कस्बा शहजादपुर जिला अंबाला हरियाणा से गिरफ्तार किया। West UP News

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