Bihar News: तेज रफ्तार ट्रक ने ऑटो रिक्शा में टक्कर मारी, 7 की मौत

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Bihar News
locationभारत
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calendar28 Nov 2025 09:44 PM
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Bihar News/सीतामढ़ी। बिहार के सीतामढ़ी जिले में तेज रफ्तार से जा रहे एक ट्रक ने ऑटो रिक्शा को टक्कर मार दी, जिसमें बच्चों समेत सात लोगों की मौत हो गयी और चार अन्य घायल हो गये।

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पुलिस ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि यह घटना मगोलवा में बुधवार शाम को उस समय हुई जब एक शादी समारोह में शामिल होकर पीड़ित अपने पैतृक गांव लौट रहे थे।

सदर (सीतामढ़ी) के एसडीओ प्रशांत कुमार ने बताया, “हम मृतकों की पहचान करने की कोशिश कर रहे हैं। घायलों को सीतामढ़ी के जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है और उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है।”

उन्होंने बताया कि शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और आगे की जांच की जा रही है। उन्होंने बताया कि हादसे के बाद ट्रक चालक फरार हो गया।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हादसे में लोगों की मौत पर दुख व्यक्त किया और अधिकारियों को घायलों के समुचित इलाज के लिए सभी इंतजाम करने का निर्देश दिया।

Wrestler Protest: पहलवानों और पुलिस के बीच आधी रात को बवाल, रेसलर्स का मेडल लौटाने का ऐलान

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Wrestler Protest: पहलवानों और पुलिस के बीच आधी रात को बवाल, रेसलर्स का मेडल लौटाने का ऐलान

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Wrestlers Protest
locationभारत
userचेतना मंच
calendar04 May 2023 05:38 PM
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Wrestler Protest : जंतर मंतर पर पहलवान 23 अप्रैल से कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं। जंतर मंतर पर जारी पहलवानों के धरने में बुधवार रात जमकर बवाल हुआ। धरना दे रहे पहलवानों और पुलिसकर्मियों के बीच कथित तौर पर हाथापाई हुई। प्रदर्शन कर रहे पहलवानों ने पुलिसकर्मियों पर मारपीट का आरोप लगाया है। वहीं बुधवार रात को हुई घटना के बाद अब विनेश फोगाट ने ऐलान किया है कि पहलवान राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जीते हुए सभी मेडल लौटाएंगे।

Wrestler Protest

बताया जा रहा है कि जंतर मंतर पर रात 11 बजे पुलिसकर्मियों और पहलवानों के बीच यह हाथापाई हुई। इसके पीछे की मुख्य वजह फोल्डिंग बेड थी। दरअसल, बारिश के चलते पहलवानों द्वारा लाए गए गद्दे गीले हो गए थे, ऐसे में धरनास्थल पर फोल्डिंग बेड लाए जा रहे थे। जब पुलिसकर्मियों ने उन्हें रोका तो ये पूरा बवाल शुरू हुआ। पहलवानों के मुताबिक, पुलिस कर्मियों ने उनके साथ बुरा बर्ताव किया और महिला पहलवानों से भी दुर्व्यवहार किया गया।

https://twitter.com/rpraghuvanshi/status/1654004485696684033?t=bQ4Z2joNA11Kya9oCzpOHg&s=08

वही पुलिसकर्मियों का कहना है कि आप नेता सोमनाथ भारती अपने समर्थकों के साथ बेड लेकर पहुंचे थे। सोमनाथ भारती ने इसके लिए अनुमति नहीं ली थी। दिल्ली पुलिस ने इस पर उन्हें रोका। जिसके बाद मामूली कहासुनी के बाद भारती और दो अन्य को हिरासत में लिया गया। तो वही इस पर बजरंग पूनिया ने कहा कि हमने बेड का ऑर्डर दिया था। हम उन्हें अंदर ला रहे थे। जिस समय हाथापाई हुई, आप नेता सोमनाथ भारती वहां नहीं थे।

गृह मंत्री को लिखी चिठ्ठी

देर रात जंतर-मंतर पर बवाल के बाद पहलवानों ने देश के गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखा है। पत्र में देर रात हुई घटना का पूरा ब्योरा देते हुए खिलाड़ियों ने गृह मंत्री के सामने अपनी मांगे रखी हैं। पहलवानों ने मांग कि है कि घटना के जिम्मेदार अधिकारियों पर तत्काल कठोर कार्रवाई की जाए। प्रदर्शन स्थल पर जरूरत की चीजें, जैसे वाटरप्रूफ टेंट, मजबूत स्टेज, साउंड सिस्टम, गद्दे और जरूरत का सामान लाने की अनुमति दी जाए।

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Manipur Violence: मणिपुर में फिर भड़की हिंसा, सेना ने संभाला मोर्चा, कई जिलों में लगा कर्फ्यू

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Manipur Violence
locationभारत
userचेतना मंच
calendar28 Nov 2025 01:41 AM
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Manipur Violence:  मणिपुर में मैतेई समुदाय की मांग के खिलाफ गैर आदिवासी लोगों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया जिसके बाद फिर से हिंसा भड़क गई। हालात की गंभीरता को समझते हुए 8 जिलों में कर्फ्यू लगा दिया गया है जबकि 5 दिनों के लिए इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है। राज्य का मैतेई समाज भी मांग कर रहा है कि उन्हें अनुसूचित जनजाति में शामिल किया जाए। वहीं आदिवासी समुदाय उनकी इस डिमांड का विरोध कर रहा है।

Manipur Violence

मणिपुर में हिंसाग्रस्त इलाकों में असम रायफल्स के जवानों को तैनात किया गया है। 3-4 मई की रात को लोकल एडमिनिस्ट्रेशन ने अर्धसैनिक बलों को बुलाया ताकि हिंसा को बढ़ने से रोका जा सके। असम रायफल्स के जवानों ने स्थिति को नियंत्रण में लेना शुरू कर दिया है। गुरूवार सुबह तक स्थिति को कंट्रोल कर लिया गया। इस दौरान करीब 4000 ग्रामीणों को सरकारी परिसरों में जगह दी गई है। धरना प्रदर्शन को नियंत्रित करने के लिए फ्लैग मार्च किया जा रहा है। वहीं ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है।

इस वजह से फिर हुई मणिपुर में हिंसा

मामला यह है कि मणिपुर का मैतेई समाज अनुसूचित जनजाति में शामिल होने की मांग कर रहा है। इसके विरोध में मणिपुर के एक छात्र संगठन ने आदिवासी एकता मार्च का आयोजन किया और इसी दौरान हिंसा भड़क गई। चुराचांदपुर में लोगों के घरों में तोड़फोड़ की गई जिससे तनाव और ज्यादा बढ़ गया। राज्य के तोरबंग इलाके में भी आदिवासियों और गैर आदिवासियों के बीच हिंसक झड़पें हुई हैं।

कुछ दिन पहले ही मणिपुर में जंगलों और वेट लैंड के सर्वे को लेकर हिंसा भड़क गई थी। तब भी वहां पर इंटरनेट सेवा को ठप कर दिया गया था। मणिपुर में आदिवासी समुदाय के पक्ष में छात्र संगठन लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।

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