Rajasthan : अब इतनी मिलेगी सामाजिक सुरक्षा पेंशन, जानकर चौंक जाएंगे

Rajasthan : अब इतनी मिलेगी सामाजिक सुरक्षा पेंशन, जानकर चौंक जाएंगे
locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Dec 2025 12:38 AM
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जयपुर। राजस्थान में इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सरकार हर वर्ग को खुश करने की जुगत में लगी है। इसके तहत सरकार ने सोमवार को सामाजिक सुरक्षा के तहत दी जाने वाली मासिक पेंशन बढ़ाने का फैसला किया है। इस योजना के तहत अब न्यूनतम 1000 रुपये प्रतिमाह पेंशन मिलगी। इस प्रस्ताव पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मुहर लगा दी। इससे सरकार के खजाने पर प्रतिवर्ष 2222.70 करोड़ रुपये का अतिरिक्त बोझ पड़ेगा।

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पहले मिलती थी 500—750 रुपये महीना

एक सरकारी बयान के अनुसार, मुख्यमंत्री गहलोत ने मानवीय दृष्टिकोण के तहत सामाजिक सुरक्षा के तहत दी जाने वाली मासिक पेंशन राशि में बढ़ोतरी के प्रस्ताव को मंजूरी दी है। वर्तमान में देय 500-750 रुपये प्रतिमाह पेंशन राशि अब न्यूनतम 1000 रुपये प्रतिमाह मिलेगी। बयान के अनुसार, इस स्वीकृति से पेंशनधारियों को आर्थिक सम्बल मिलेगा। वृद्धावस्था, एकलनारी, विशेष योग्यजन, लघु एवं सीमांत कृषक पेंशन में पात्र आवेदकों को बढ़ी हुई पेंशन राशि मई माह से मिलेगी, जो कि एक जून 2023 को देय होगी।

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खजाने पर पड़ेगा 2222.70 करोड़ का बोझ

सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजनाओं में पेंशन दरों में वृद्धि से अब राज्य सरकार पर प्रतिमाह 185 करोड़ रुपये और प्रतिवर्ष 2222.70 करोड़ रुपये का अतिरिक्त भार आएगा। अभी प्रतिमाह लगभग 700 करोड़ रुपये व्यय होते हैं। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री द्वारा वर्ष 2023-24 के बजट में न्यूनतम पेंशन राशि को बढ़ाकर एक हजार रुपये प्रतिमाह किए जाने की घोषणा की गई थी। देश विदेश की खबरों से अपडेट रहने लिए चेतना मंच के साथ जुड़े रहें। देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमें फेसबुक पर लाइक करें या ट्विटर पर फॉलो करें।
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Political : विपक्षी एका का संदेश दे गई टीएमसी

Political : विपक्षी एका का संदेश दे गई टीएमसी
locationभारत
userचेतना मंच
calendar27 Mar 2023 03:13 PM
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नई दिल्ली। भारतीय राजनीति के लिए सोमवार का दिन बेहद खास है। आज पहली बार कांग्रेस के बुलावे पर तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) भी शामिल हुई। इससे विपक्षी एकता की तस्वीर पर जमी धूल काफी हद तक साफ होने लगी है। सोमवार को कांग्रेस के प्रदर्शन में दूसरे दलों के साथ शामिल होकर टीएमसी ने विपक्षी एका का संदेश दे दिया।

संसद परिसर में धरने के बाद निकाला पैदल मार्च

कांग्रेस और कई अन्य विपक्षी दलों के सांसदों ने राहुल गांधी को लोकसभा की सदस्यता के अयोग्य ठहराने और अडाणी समूह से जुड़े मामले में संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) गठित करने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। कांग्रेस और कुछ अन्य सहयोगी दलों के सांसदों ने राहुल पर कार्रवाई के विरोध में काले कपड़े पहन रखे थे। विपक्षी नेताओं ने पहले संसद भवन परिसर में धरना दिया और फिर विजय चौक तक मार्च निकाला।

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प्रदर्शन के समर्थन के लिए आभार जताया

संसद भवन परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के समक्ष धरने में कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी, पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, कांग्रेस के कई सांसद, द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) के टीआर बालू, रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी (आरएसपी) के एनके प्रेमचंद्रन और कुछ अन्य नेता शामिल हुए। कांग्रेस के सभी सांसद, द्रमुक के बालू, आरएसपी के प्रेमचंद्रन और कुछ अन्य विपक्षी सांसद भी काले कपड़े पहने हुए थे। धरने के बाद विपक्षी सांसदों ने विजय चौक तक मार्च निकाला। उन्होंने हाथों में एक बड़ा बैनर ले रखा था, जिस पर ‘सत्यमेव जयते’ लिखा हुआ था। विपक्षी सांसदों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की। विपक्ष के मार्च में तृणमूल कांग्रेस के सांसद प्रसून बनर्जी भी शामिल हुए। उन्होंने 18 विपक्षी दलों की बैठक में भी भाग लिया था। तृणमूल कांग्रेस लंबे समय बाद कांग्रेस के बुलावे पर विपक्षी दलों की किसी बैठक और प्रदर्शन में शामिल हुई है। कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने राहुल गांधी को अयोग्य ठहराए जाने के खिलाफ प्रदर्शन का समर्थन करने के लिए विपक्षी दलों का आभार जताया।

अडाणी मामले पर सवालों से डर गई सरकार

खरगे ने विजय चौक पर संवाददाताओं से कहा कि हम काले कपड़े पहनकर आए हैं, क्योंकि हम यह दिखाना चाहते हैं कि पीएम मोदी देश में लोकतंत्र को खत्म कर रहे हैं। पहले स्वायत्त संस्थाओं को खत्म किया गया और फिर डरा-धमकाकर हर जगह सरकारें बनाई गईं और फिर जो लोग झुकते नहीं हैं, उन्हें ईडी और सीबीआई का इस्तेमाल कर डराने धमकाने का प्रयास किया गया। खरगे ने दावा किया कि राहुल गांधी को अयोग्य ठहराया गया, क्योंकि सरकार अडाणी मामले पर उनके द्वारा उठाए गए सवालों से डर गई थी। ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के बाद उन्हें अपने लिए चुनौती मानने लगी थी। अडाणी को लेकर राहुल गांधी ने संसद में कुछ सवाल पूछे थे, जिनका जवाब नहीं मिला। सभी दल यही मांग कर रहे हैं कि अडाणी मामले पर जेपीसी बनाई जाए। अगर जेपीसी बनेगी तो सब चीजें बाहर आएंगी। सरकार जेपीसी से क्यों डर रही है? आपकी तो बहुमत की सरकार है।

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दाल में कुछ काला है

खरगे यहीं नहीं रुके। उन्होंने कहा कि आप डर रहे हैं, क्योंकि दाल में कुछ काला है। जो लोग डरते हैं, वो कभी न कभी मरते भी हैं? मानहानि के मामले में दो साल की सजा सुनाई गई। यह लोकतंत्र के लिए काला दिन है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ने लोकसभा अध्यक्ष को बोलकर राहुल गांधी को अयोग्य घोषित करवा दिया, ताकि वह अडाणी की बात सदन में नहीं कर सकें। राहुल गांधी को डराने के लिए यह है। राहुल गांधी नहीं डरेंगे। विपक्षी दल झुकेंगे नहीं, दबेंगे नहीं और डरेंगे नहीं। द्रमुक के टीआर बालू ने भी कहा कि राहुल गांधी को अयोग्य ठहराया जाना लोकतंत्र के लिए काला दिन है। इससे पहले, विपक्षी नेताओं ने बैठक कर आगे की रणनीति पर चर्चा की। देश विदेश की खबरों से अपडेट रहने लिए चेतना मंच के साथ जुड़े रहें। देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमें फेसबुक पर लाइक करें या ट्विटर पर फॉलो करें।  
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Covid-19 : देश में एक्टिव मरीजों की संख्या 10 हजार के पार, छह की मौत

Covid-19 : देश में एक्टिव मरीजों की संख्या 10 हजार के पार, छह की मौत
locationभारत
userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 12:12 AM
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नई दिल्ली। देश में एक बार फिर कोरोना ने खतरे की घंटी बजा दी है। बीते 24 घंटे में 1805 नए संक्रमित मिले हैं। इसके साथ ही देश में 134 दिन के बाद उपचाराधीन मरीज़ों की संख्या 10 हजार के पार पहुंच गई है। कोरोना के संक्रमण से एक दिन में छह मरीजों की मौत हुई है। इनमें उत्तर प्रदेश भी शामिल है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा सोमवार सुबह आठ बजे अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, दैनिक संक्रमण दर 3.19 प्रतिशत है, जबकि साप्ताहिक संक्रमण दर 1.39 प्रतिशत है।

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कोरोना से अब तक पांच लाख 30,837 लोगों की मौत

मंत्रालय के मुताबिक, देश में उपचाराधीन मरीज़ों की संख्या 10,300 हो गई है। बीते 24 घंटे में संक्रमण से छह लोगों की मौत होने से मृतक संख्या बढ़कर 5,30,837 हो गई है। चंडीगढ़, गुजरात, हिमाचल प्रदेश और उत्तर प्रदेश में एक-एक संक्रमित की मौत हुई है, जबकि केरल में संक्रमण से दो लोगों की मौत की सूचना है। आंकड़ों के मुताबिक, संक्रमितों की संख्या 4.47 करोड़ (4,47,05,952) हो गई हैं।

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देशवासियों को अब तक 220.65 करोड़ खुराक

मंत्रालय ने बताया कि उपचाराधीन मरीज़ों की संख्या कुल मामलों का 0.02 प्रतिशत है, जबकि संक्रमण से उबरने की राष्ट्रीय दर 98.79 फीसदी है। अब तक 4,41,64,815 लोग संक्रमण से ठीक हो चुके हैं, जबकि मृत्यु दर 1.19 प्रतिशत है। मंत्रालय की वेबसाइट के मुताबिक, राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत देश में अब तक कोविड-19 रोधी टीके की 220.65 करोड़ खुराकें दी जा चुकी हैं। देश विदेश की खबरों से अपडेट रहने लिए चेतना मंच के साथ जुड़े रहें। देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमें फेसबुक पर लाइक करें या ट्विटर पर फॉलो करें।