नई दिल्ली। राहुल गांधी के अयोग्य ठहराये जाने के बाद इतना तो लगभग तय है कि संसद में खामोशी नहीं होने वाली है। यह भी लगभग तय है हंगामा होगा और नतीजतन संसद की कार्यवाही स्थगित हो जाएगी। राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के संसद भवन स्थित कक्ष में विपक्षी दलों की बैठक हुई। उसमें राहुल के अयोग्य ठहराये जाने और अडाणी मामले पर सरकार को घेरने के लिए आगे की रणनीति पर चर्चा की गई। पहले से तय कार्यक्रम के मुताबिक कांग्रेस सांसद काले कपड़ों में संसद पहुंचे।
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बैठक में शामिल हुई टीएमसी
बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष खरगे के अलावा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश, द्रमुक के टीआर बालू, आम आदमी पार्टी, तृणमूल कांग्रेस और कई अन्य दलों के नेता शामिल हुए। तृणमूल कांग्रेस लंबे समय बाद कांग्रेस द्वारा बुलाई गई विपक्षी दलों की किसी बैठक में शामिल हुई है। टीएमसी ने बैठक में शामिल होकर विपक्षी एकता को संदेश दिया।
जेपीसी के लिए बिरला को दिया कार्यस्थगन का नोटिस
लोकसभा सदस्य मनीष तिवारी ने राहुल गांधी को आयोग ठहराये जाने को लेकर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को कार्यस्थगन का नोटिस दिया है। उनका कहना है कि जल्दबाजी में किया गया यह निर्णय संविधान के प्रावधानों के अनुरूप नहीं है। उधर, राज्यसभा में कांग्रेस के सदस्य सैयद नासिर हुसैन और कुछ अन्य सदस्यों ने अडाणी समूह के मामले में संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) गठित करने की मांग करते हुए कार्यस्थगन के नोटिस दिए।
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दो साल की सजा के बाद अयोग्य ठहराये गए थे राहुल
केरल की वायनाड संसदीय सीट का प्रतिनिधित्व कर रहे कांग्रेस नेता राहुल गांधी को सूरत की एक अदालत द्वारा वर्ष 2019 के मानहानि के एक मामले में सजा सुनाये जाने के बाद शुक्रवार को लोकसभा की सदस्यता से अयोग्य ठहरा दिया गया। उल्लेखनीय है कि सूरत की एक अदालत ने मोदी उपनाम संबंधी टिप्पणी को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी के खिलाफ 2019 में दर्ज आपराधिक मानहानि के एक मामले में उन्हें बृहस्पतिवार को दोषी ठहराया तथा दो साल कारावास की सजा सुनाई थी।
पक्ष और विपक्ष, दोनों ही अड़े
13 मार्च से शुरू हुए संसद के बजट सत्र के दूसरे चरण में विपक्ष और सत्ता पक्ष के हंगामे के कारण लगातार सात कामकाजी दिनों तक लोकसभा एवं राज्यसभा में प्रश्नकाल और शून्यकाल की कार्यवाही बाधित रही। विपक्षी दल अडाणी समूह के मामले में जेपीसी गठित करने की मांग पर अड़े हुए हैं। दूसरी तरफ, सत्तापक्ष कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा लंदन में दिए गए एक बयान को लेकर उनसे माफी की मांग कर रहा था।
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