Investors Clinic Fraud case : आशियाने का सब्जबाग दिखाकर करोड़ों की ठगी करने वाले इन्वेस्टर क्लीनिक के मालिक जल्द ही पुलिस के शिकंजे में आएंगे। पुलिस इस मामले में व्यापक जांच कर रही है। ग्रेटर नोएडा व नोएडा में आशियाने का सब्जबाग दिखाकर करोड़ों की ठगी करने वाले इन्वेस्टर क्लीनिक बिल्डर के कारनामे किसी से भी छुपे हुए नहीं हैं। इस बिल्डर के खिलाफ पहले भी कई मामले दर्ज कराए जा चुके हैं।
Investors Clinic Fraud case :
लखनऊ निवासी एक महिला ने थाना सेक्टर-126 में इन्वेस्टर क्लीनिक कंपनी के निदेशक सनी कात्याल, हनी कात्याल, साक्षी कात्याल, गीता कात्याल, राहुल रस्तोगी व अमर खन्ना के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया है। महिला ने इन्वेस्टर क्लीनिक पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि उन्होंने वर्ष-2015 में सेक्टर-125 स्थित मैसर्स होम एंड साउल इंफ्राटेक प्रोजेक्ट की 17वीं मंजिल पर फ्लैट बुक कराया था। इन्वेस्टर क्लीनिक के निदेशकों ने उन्हें 2 साल में फ्लैट का पजेशन देने का आश्वासन देकर कई बार में 31 लाख रूपये लिए। करीब 7 वर्ष बाद भी जब उन्हें फ्लैट का पजेशन नहीं मिला तो उन्होंने इन्वेस्टर क्लीनिक के निदेशकों से संपर्क कर फ्लैट का पजेशन देने अथवा जमा किए गए पैसे वापस किए जाने की मांग की। पीडि़त महिला का आरोप है कि इन्वेस्टर क्लीनिक ने जमा धनराशि से 25 प्रतिशत काटने की शर्त रखी तो उन्होंने इसका विरोध किया। इस पर इन्वेस्टर क्लीनिक के निदेशकों ने उनसे बदसलूकी की और उनके साथ मारपीट कर उनके कपड़े फाड़ दिये।
थाना सेक्टर-126 में इन्वेस्टर क्लीनिक के निदेशकों के खिलाफ धारा-420, 323, 504 तथा 506 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। थाना प्रभारी सत्येन्द्र कुमार ने बताया कि महिला द्वारा लगाये गये आरोपों की गहनता से जांच की जा रही है और जल्द ही साक्ष्यों के आधार पर आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा।
इन्वेस्टर क्लीनिक अब तक कई लोगों के साथ धोखाधड़ी कर चुका है। नोएडा-ग्रेटर नोएडा में फ्लैट, प्लाट व दुकान दिलाने का झांसा देकर इन्वेस्टर क्लीनिक के निदेशक करोड़ों रूपये की धोखाधड़ी कर ऐश कर रहे हैं। जबकि फ्लैट दुकान या प्लॉट लेकर फंसने वाले उपभोक्ता पुलिस और कोर्ट के चक्कर काट रहे हैं।