अकाउंट जीरो, फिर भी मिलेंगे 10,000 रुपये! जानिए यह आसान तरीका
इस खाते में न्यूनतम बैलेंस की कोई बाध्यता नहीं होती, और सबसे अहम बात यह कि जरूरत पड़ने पर आप अपने जीरो बैलेंस अकाउंट से भी 10,000 रुपये तक ओवरड्राफ्ट के रूप में निकाल सकते हैं। मतलब, जेब खाली हो या खाता इमरजेंसी में आपके पास हमेशा एक भरोसेमंद कैश बैकअप मौजूद रहता है।

Jan Dhan Account Overdraft : अगर आपके बैंक खाते में बैलेंस शून्य हो और अचानक पैसों की सख्त जरूरत पड़ जाए, तो घबराहट स्वाभाविक है। लेकिन जनधन खाता रखने वालों के लिए यह चिंता अब पुरानी बात हो चुकी है। आमतौर पर हम सोचते हैं कि खाली खाते से एटीएम क्या, एक रुपया भी नहीं निकाला जा सकता मगर प्रधानमंत्री जनधन योजना (PMJDY) इस सोच को पूरी तरह उलट देती है। इस खाते में न्यूनतम बैलेंस की कोई बाध्यता नहीं होती, और सबसे अहम बात यह कि जरूरत पड़ने पर आप अपने जीरो बैलेंस अकाउंट से भी 10,000 रुपये तक ओवरड्राफ्ट के रूप में निकाल सकते हैं। मतलब, जेब खाली हो या खाता इमरजेंसी में आपके पास हमेशा एक भरोसेमंद कैश बैकअप मौजूद रहता है।
जीरो बैलेंस अकाउंट से भी निकलेगा पैसा
जनधन खाता एक तरह का बेसिक सेविंग बैंक डिपॉजिट अकाउंट (BSBDA) होता है, जिसमें न्यूनतम बैलेंस बनाए रखने की कोई अनिवार्यता नहीं है। इसके बावजूद ऐसे खाते के धारक को, बैंक की शर्तों के अनुसार, 10,000 रुपये तक ओवरड्राफ्ट मिल सकता है।
सीधी भाषा में समझें तो:
- खाते में बैलेंस जीरो हो
- फिर भी इमरजेंसी में आप बैंक से कुछ रकम निकाल सकते हैं
- बाद में जब भी खाते में पैसा आएगा, बैंक अपनी दी हुई रकम और उस पर ब्याज काट लेगा
ओवरड्राफ्ट क्या होता है?
ओवरड्राफ्ट दरअसल बैंक की ओर से दी जाने वाली एक तरह की अल्पकालिक उधार सुविधा है।
- आपके खाते में पैसे न हों या बैलेंस जीरो के आसपास हो
- फिर भी बैंक आपको तय सीमा तक पैसा निकालने देता है
- यह रकम आपके खाते में भविष्य में आने वाली इनकम के खिलाफ एडजस्ट हो जाती है
ध्यान रखने वाली बात यह है कि इस रकम पर ब्याज लगता है। हालांकि प्रक्रिया लोन जैसी लंबी और जटिल नहीं होती, इसलिए अचानक पैसों की जरूरत पड़ने पर यह विकल्प बहुत उपयोगी साबित हो सकता है।
जनधन अकाउंट में और क्या-क्या सुविधाएं?
PMJDY के तहत खुलने वाले ज्यादातर खातों के साथ RuPay डेबिट कार्ड दिया जाता है।
- इस कार्ड से एटीएम, POS मशीन और ऑनलाइन पेमेंट किए जा सकते हैं
- कार्ड के साथ दुर्घटना बीमा कवर भी मिलता है, जिसकी राशि आमतौर पर 2 लाख रुपये तक होती है (बैंक और नियमों के आधार पर)
ओवरड्राफ्ट सुविधा कैसे मिलेगी?
सिर्फ जनधन अकाउंट होना ही काफी नहीं, ओवरड्राफ्ट एक्टिव कराने के लिए कुछ औपचारिकताएँ भी हैं–
- ग्राहक को अपने बैंक ब्रांच से संपर्क कर ओवरड्राफ्ट के लिए आवेदन करना होता है
- बैंक आपकी ट्रांजैक्शन हिस्ट्री, खाते की एक्टिविटी और पुराने व्यवहार को देखकर फैसला करता है
- जिन ग्राहकों का खाता नियमित रूप से संचालित हो रहा हो, उनके आवेदन को आमतौर पर जल्दी मंजूरी मिल जाती है
हर बैंक की पॉलिसी अलग हो सकती है, इसलिए सीमा, ब्याज दर और अन्य शर्तों की जानकारी अपने शाखा से लेना जरूरी है।
ओवरड्राफ्ट के फायदे
- इमरजेंसी में तुरन्त राहत – मेडिकल इमरजेंसी, अचानक सफर, फीस या जरूरी पेमेंट जैसे कामों के लिए तुरंत पैसा मिल जाता है।
- लोन जैसी भागदौड़ नहीं – न लंबा फॉर्म, न बार–बार कागज जमा करने की झंझट।
- जीरो बैलेंस में भी मदद – खाते में रकम न होने के बावजूद खर्च संभालने के लिए एक सुरक्षा कुशन जैसा काम करता है।
क्या हैं जोखिम और नुकसान?
फायदे के साथ कुछ सावधानियाँ भी जरूरी हैं
- इस पर सामान्य सेविंग अकाउंट की तुलना में ज्यादा ब्याज देना पड़ सकता है
- बार–बार ओवरड्राफ्ट लेने और समय पर भुगतान न करने पर खाता लंबे समय तक निगेटिव बैलेंस में जा सकता है
- तय समय पर रकम वापस न करने से आपकी क्रेडिट हिस्ट्री और बैंक के साथ विश्वसनीयता पर असर पड़ सकता है
- अलग–अलग बैंकों की फीस, चार्ज और शर्तें अलग होती हैं, जिसे समझे बिना इस्तेमाल करना महंगा साबित हो सकता है
कब और कैसे करें ओवरड्राफ्ट का इस्तेमाल?
ओवरड्राफ्ट को हमेशा अपनी फाइनेंशियल लाइफ का इमरजेंसी ब्रेक समझें, न कि रोजमर्रा के खर्च चलाने का साधन। इसे तभी इस्तेमाल करें, जब हालात वाकई आपके हाथ से निकलते दिखें, जैसे–
- अचानक मेडिकल इमरजेंसी आ जाए
- किसी जरूरी बिल या किस्त का तुरंत भुगतान करना हो
- थोड़ी सी कमी की वजह से बड़ा नुकसान या शर्मिंदगी उठानी पड़ सकती हो
ऐसी परिस्थितियों में यह सुविधा आपकी तुरंत मदद कर सकती है, लेकिन याद रखिए, यह राहत अस्थायी होती है, स्थायी आमदनी का विकल्प नहीं।
कुछ जरूरी सावधानियाँ हमेशा ध्यान में रखें–
- ओवरड्राफ्ट से उतनी ही राशि निकालें, जितनी वास्तव में मजबूरी हो।
- जैसे ही आपके खाते में सैलरी या कोई इनकम आए, सबसे पहले ओवरड्राफ्ट की रकम और उस पर लगा ब्याज चुका दें।
- समय पर भुगतान करने की आदत न सिर्फ आपका क्रेडिट रिकॉर्ड बेहतर बनाती है, बल्कि बैंक की नजर में आपकी साख भी मजबूत करती है। Jan Dhan Account Overdraft
Jan Dhan Account Overdraft : अगर आपके बैंक खाते में बैलेंस शून्य हो और अचानक पैसों की सख्त जरूरत पड़ जाए, तो घबराहट स्वाभाविक है। लेकिन जनधन खाता रखने वालों के लिए यह चिंता अब पुरानी बात हो चुकी है। आमतौर पर हम सोचते हैं कि खाली खाते से एटीएम क्या, एक रुपया भी नहीं निकाला जा सकता मगर प्रधानमंत्री जनधन योजना (PMJDY) इस सोच को पूरी तरह उलट देती है। इस खाते में न्यूनतम बैलेंस की कोई बाध्यता नहीं होती, और सबसे अहम बात यह कि जरूरत पड़ने पर आप अपने जीरो बैलेंस अकाउंट से भी 10,000 रुपये तक ओवरड्राफ्ट के रूप में निकाल सकते हैं। मतलब, जेब खाली हो या खाता इमरजेंसी में आपके पास हमेशा एक भरोसेमंद कैश बैकअप मौजूद रहता है।
जीरो बैलेंस अकाउंट से भी निकलेगा पैसा
जनधन खाता एक तरह का बेसिक सेविंग बैंक डिपॉजिट अकाउंट (BSBDA) होता है, जिसमें न्यूनतम बैलेंस बनाए रखने की कोई अनिवार्यता नहीं है। इसके बावजूद ऐसे खाते के धारक को, बैंक की शर्तों के अनुसार, 10,000 रुपये तक ओवरड्राफ्ट मिल सकता है।
सीधी भाषा में समझें तो:
- खाते में बैलेंस जीरो हो
- फिर भी इमरजेंसी में आप बैंक से कुछ रकम निकाल सकते हैं
- बाद में जब भी खाते में पैसा आएगा, बैंक अपनी दी हुई रकम और उस पर ब्याज काट लेगा
ओवरड्राफ्ट क्या होता है?
ओवरड्राफ्ट दरअसल बैंक की ओर से दी जाने वाली एक तरह की अल्पकालिक उधार सुविधा है।
- आपके खाते में पैसे न हों या बैलेंस जीरो के आसपास हो
- फिर भी बैंक आपको तय सीमा तक पैसा निकालने देता है
- यह रकम आपके खाते में भविष्य में आने वाली इनकम के खिलाफ एडजस्ट हो जाती है
ध्यान रखने वाली बात यह है कि इस रकम पर ब्याज लगता है। हालांकि प्रक्रिया लोन जैसी लंबी और जटिल नहीं होती, इसलिए अचानक पैसों की जरूरत पड़ने पर यह विकल्प बहुत उपयोगी साबित हो सकता है।
जनधन अकाउंट में और क्या-क्या सुविधाएं?
PMJDY के तहत खुलने वाले ज्यादातर खातों के साथ RuPay डेबिट कार्ड दिया जाता है।
- इस कार्ड से एटीएम, POS मशीन और ऑनलाइन पेमेंट किए जा सकते हैं
- कार्ड के साथ दुर्घटना बीमा कवर भी मिलता है, जिसकी राशि आमतौर पर 2 लाख रुपये तक होती है (बैंक और नियमों के आधार पर)
ओवरड्राफ्ट सुविधा कैसे मिलेगी?
सिर्फ जनधन अकाउंट होना ही काफी नहीं, ओवरड्राफ्ट एक्टिव कराने के लिए कुछ औपचारिकताएँ भी हैं–
- ग्राहक को अपने बैंक ब्रांच से संपर्क कर ओवरड्राफ्ट के लिए आवेदन करना होता है
- बैंक आपकी ट्रांजैक्शन हिस्ट्री, खाते की एक्टिविटी और पुराने व्यवहार को देखकर फैसला करता है
- जिन ग्राहकों का खाता नियमित रूप से संचालित हो रहा हो, उनके आवेदन को आमतौर पर जल्दी मंजूरी मिल जाती है
हर बैंक की पॉलिसी अलग हो सकती है, इसलिए सीमा, ब्याज दर और अन्य शर्तों की जानकारी अपने शाखा से लेना जरूरी है।
ओवरड्राफ्ट के फायदे
- इमरजेंसी में तुरन्त राहत – मेडिकल इमरजेंसी, अचानक सफर, फीस या जरूरी पेमेंट जैसे कामों के लिए तुरंत पैसा मिल जाता है।
- लोन जैसी भागदौड़ नहीं – न लंबा फॉर्म, न बार–बार कागज जमा करने की झंझट।
- जीरो बैलेंस में भी मदद – खाते में रकम न होने के बावजूद खर्च संभालने के लिए एक सुरक्षा कुशन जैसा काम करता है।
क्या हैं जोखिम और नुकसान?
फायदे के साथ कुछ सावधानियाँ भी जरूरी हैं
- इस पर सामान्य सेविंग अकाउंट की तुलना में ज्यादा ब्याज देना पड़ सकता है
- बार–बार ओवरड्राफ्ट लेने और समय पर भुगतान न करने पर खाता लंबे समय तक निगेटिव बैलेंस में जा सकता है
- तय समय पर रकम वापस न करने से आपकी क्रेडिट हिस्ट्री और बैंक के साथ विश्वसनीयता पर असर पड़ सकता है
- अलग–अलग बैंकों की फीस, चार्ज और शर्तें अलग होती हैं, जिसे समझे बिना इस्तेमाल करना महंगा साबित हो सकता है
कब और कैसे करें ओवरड्राफ्ट का इस्तेमाल?
ओवरड्राफ्ट को हमेशा अपनी फाइनेंशियल लाइफ का इमरजेंसी ब्रेक समझें, न कि रोजमर्रा के खर्च चलाने का साधन। इसे तभी इस्तेमाल करें, जब हालात वाकई आपके हाथ से निकलते दिखें, जैसे–
- अचानक मेडिकल इमरजेंसी आ जाए
- किसी जरूरी बिल या किस्त का तुरंत भुगतान करना हो
- थोड़ी सी कमी की वजह से बड़ा नुकसान या शर्मिंदगी उठानी पड़ सकती हो
ऐसी परिस्थितियों में यह सुविधा आपकी तुरंत मदद कर सकती है, लेकिन याद रखिए, यह राहत अस्थायी होती है, स्थायी आमदनी का विकल्प नहीं।
कुछ जरूरी सावधानियाँ हमेशा ध्यान में रखें–
- ओवरड्राफ्ट से उतनी ही राशि निकालें, जितनी वास्तव में मजबूरी हो।
- जैसे ही आपके खाते में सैलरी या कोई इनकम आए, सबसे पहले ओवरड्राफ्ट की रकम और उस पर लगा ब्याज चुका दें।
- समय पर भुगतान करने की आदत न सिर्फ आपका क्रेडिट रिकॉर्ड बेहतर बनाती है, बल्कि बैंक की नजर में आपकी साख भी मजबूत करती है। Jan Dhan Account Overdraft






