Saturday, 18 May 2024

Atiq Asharaf Murder : नोएडा के सुंदर भाटी की गन से हुई अतीक की हत्या !

नोएडा/प्रयागराज। कुख्यात माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्याकांड के तार नोएडा से भी जुड़ते नजर आ रहे…

Atiq Asharaf Murder : नोएडा के सुंदर भाटी की गन से हुई अतीक की हत्या !

नोएडा/प्रयागराज। कुख्यात माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्याकांड के तार नोएडा से भी जुड़ते नजर आ रहे हैं। बताया जाता है कि हत्या के एक आरोपी सनी सिंह का कनेक्शन नोएडा के गैंगस्टर सुंदर भाटी के साथ रहा है। पुलिस को शक है कि अतीक की हत्या में सनी ने जिस पिस्टल का प्रयोग किया, वह उसे सुंदर भाटी से मिली थी।

Atiq Asharaf Murder

Atiq Ahmed News: यह महिला अतीक के आतंक से लेती रही लोहा, ये है ​एक दिलचस्प कहानी

मीडियाकर्मी बनकर दिया था वारदात को अंजाम

माफिया से सांसद बने अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की शनिवार देर रात गोली मारकर हत्या कर दी गई। यह घटना उस समय हुई, जब मेडिकल कॉलेज परिसर में अतीक मीडिया से बात कर रहा था। उसी समय मीडियाकर्मी बनकर आए तीन बदमाशों ने बेहद करीब से दोनों भाइयों की गोली मारकर हत्या कर दी। वारदात को अंजाम देने के बाद हमलावरों ने सरेंडर कर दिया। पुलिस फिलहाल उनसे पूछताछ कर रही है। इस सनसनीखेज वारदात को अंजाम देने वाले वालों में बांदा निवासी लवलेश तिवारी, कासगंज का अरुण मौर्य और हमीरपुर का सनी सिंह शामिल है।

UP News : किशोरी से दो बार की गई दरिंदगी तो हो गई गर्भवती

सनी को सुंदर भाटी से मिली थी हत्या में प्रयुक्त पिस्टल

सूत्रों के मुताबिक शुरुआती जांच में पता चला है कि इस सनसनीखेज हत्याकांड में शामिल एक आरोपी सनी सिंह का पश्चिमी उत्तर प्रदेश में आतंक का पर्याय कहे जाने वाले नोएडा के सुंदर भाटी गैंग से करीबी रिश्ता रहा है। बताया जाता है कि हमीरपुर जेल में बंद रहने के दौरान सनी सिंह सुंदर भाटी का करीबी हो गया था। जेल से बाहर आने के बाद सनी सिंह सुंदर भाटी के लिए काम करने लगा। पुलिस को शक है कि अतीक और अशरफ की हत्या में प्रयुक्त जिगाना पिस्टल सनी को सुंदर भाटी से ही मिली है।

Atiq Asharaf Murder

घर से भागकर सनी बना हिस्ट्रीशीटर

सनी सिंह हमीरपुर जिले के कुरारा कस्बे का रहने वाला है। वो कुरारा पुलिस थाने का हिस्ट्रीशीटर है, जिसकी हिस्ट्रीशीट नंबर 281A है। उसके खिलाफ करीब 15 केस दर्ज हैं। उसके भाई पिंटू ने बताया कि वो बीते 10 साल से अपने घर नहीं आया है। सनी के पिता जगत सिंह और मां की मौत हो चुकी है। सनी के तीन भाई थे, जिनमें से एक की मौत हो चुकी है और दूसरा भाई पिंटू घर पर रहता है और चाय की दुकान चलाता है। भाई ने बताया कि ये ऐसे ही घूमता फिरता रहता था और फालतू के काम करता रहता था। हम उससे अलग रहते हैं, वो बचपन में ही घर से भाग गया था।

उत्तर प्रदेश की खबरों से अपडेट रहने लिए चेतना मंच के साथ जुड़े रहें।

देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमें फेसबुक पर लाइक करें या ट्विटर पर फॉलो करें।

Related Post