Karauli Baba : कानपुर। नोएडा के डॉक्टर से मारपीट के बाद चर्चा में आए करौली बाबा उर्फ संतोष भदौरिया की सभा में बाल खोलकर चीखने वाले, माइक पर बाबा का गुणगान करने वाले कोई और नहीं, बल्कि बाबा के बुलाए भाड़े के कलाकार होते हैं। सभी दूसरे शहरों या राज्यों से आते हैं। इन कलाकारों की मंडली का बाकायदा ठेका दिया जाता है।
Karauli Baba :
इन्हीं का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया जाता है। झांसे में आए लोग उसे देखकर बाबा के चंगुल में फंसकर लाखों रुपये गवां देते हैं। आश्रम के एक पूर्व कर्मचारी के अनुसार जिस हॉल में करौली बाबा लोगों से मुलाकात करते हैं। वहां कैमरा, साउंड सिस्टम और लाइट की पूरी व्यवस्था है।
बाबा के सभा में आते ही समर्थक तय जगह पर बैठ जाते हैं। इसके बाद वहां मौजूद बाबा के गुर्गे एक-एक करके सभा में आए लोगों को उनकी समस्या बताने के लिए माइक पर बुलाते हैं। इसके बाद बाबा सभी से आंख बंद कर ध्यान लगाने को कहते हैं।
कलाकारों को दी जाती है ट्रेनिंग
इस बीच भीड़ से कुछ महिलाएं चीखने लगती हैं। वो बाल खोलकर खुद पर भूत का साया बताती हैं, तभी अन्य कलाकार भी अपने रोल में आ जाते हैं, सिर और हाथ पटकने लगते हैं। यह करने वाले ‘कहने को भक्त’ लेकिन बाबा के कलाकारों को बाकायदा नाटक की ट्रेनिंग दी जाती है।
भूतप्रेत-बाधाएं दूर करने का होता नाटक
इस बीच म्यूजिक से ऐसा डरावना माहौल बनाया जाता है ताकि लोगों को भ्रम जाल सच लगे। इसके बाद उन्हें बाबा के सामने खड़ा कर उनका वीडियो बनाया जाता है। इसके बाद वह झूमते हुए भूत प्रेत से मुक्ति समेत बाबा की कृपा से सब दुखों के निवारण के बारे में कहती हैं। इसकी पटकथा पहले ही उन्हें रटा दी जाती है। इन कलाकारों को दो से ढाई हजार रुपये प्रतिदिन के दिए जाते हैं। मंडली का एक ठेकेदार भी होता है। इसके बाद बाबा उन महिलाओं पर सवार भूतप्रेत की बाधाएं नाटकीय ढंग से दूर करने का नाटक करते हैं। ऐसे ही भ्रामक वीडियो को लोग सच मान बाबा के जाल में फंस जाते हैं।
5100 रुपए की है एक ईंट
करौली सरकार के आश्रम की ईंट भी खूब चर्चा में बनी हुई है। वैसे तो भट्टे में तैयार होने वाली एक ईंट की कीमत 10 से 12 रुपए होती है, लेकिन करौली सरकार के आश्रम में मिलने वाली एक ईंट की कीमत 5100 रुपए हैं। यह चमत्कारी ईंट बाबा के लवकुश आश्रम में ही तैयारी की जाती है। इस ईंट को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच में रखा जाता है।
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बाबा का दावा है कि इस ईंट को मकान की नींव में लगाने से बाधाएं दूर होती हैं, इसके साथ ही बीमारियां भी दूर होती हैं। इस ईंट के लगाने से नाकारात्मक शक्तियां घर में प्रवेश नहीं कर सकती हैं। इसके साथ ही गंभीर बीमारियों को घर के अंदर प्रवेश नहीं करने देती हैं। आश्रम की ईंट को विभिन्न प्रकार के अनुष्ठानों से सिद्ध किया जाता है। कई भक्त तो ईंट को नींव में लगाने के साथ ही घरों की दीवारों और छतों पर भी लगाते हैं। कई भक्त सात, ग्यारह या फिर पांच ईंट मकानों में लगाते हैं।
आश्रम में पांचवीं बार पहुंची पुलिस
वहीं बुधवार को पांचवीं बार पुलिस ने आश्रम पहुंचकर साक्ष्य एकत्रित किए। एसीपी घाटमपुर दिनेश कुमार शुक्ला ने बताया कि जांच चल रही है। पुलिस लगातार आश्रम से घटना से जुड़े साक्ष्य एकत्र करने का प्रयास कर रही है। डॉक्टर के बयान दर्ज होने के बाद कार्रवाई आगे बढ़ाई जाएगी। डॉक्टर ने सोमवार को आने की बात कही है। पुलिस टीम के द्वारा आश्रम की जानकारियां भी जुटाई जा रही हैं।
सैयद अबु साद