Gaziabad News : जीडीए उद्यान विभाग की स्याह कार्रवाई सवालों के दायरे में

Gda
locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 SEPT 2022 00:14 PM
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- आलोक यात्री Gaziabad : गाजियाबाद। गाजियाबाद विकास प्राधिकरण में उद्यान परामर्शदाता के पद पर नियुक्ति का ऊंट किस करवट बैठेगा? यह तो आने वाला समय ही बताएगा। लेकिन, इस प्रकरण में मनमानी पर उतारू सरकारी मशीनरी के ऊंट को नकेल पहनाने में प्राधिकरण बोर्ड के सदस्य ने कमान अपने हाथ में जरूर ले ली है। उद्यान परामर्शदाता की नियुक्ति हेतु आवेदन मांगे जाने के बाद से ही पार्षद एवं जीडीए बोर्ड सदस्य हिमांशु मित्तल ने इस नियुक्ति के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उनका कहना है कि यह संपूर्ण कवायद उस व्यक्ति विशेष को लाभ पहुंचाने के लिए की जा रही है, जो प्राधिकरण में पूर्व में उद्यान अधीक्षक रह चुका है। उन्होंने प्राधिकरण के उपाध्यक्ष से लेकर सूबे के आला अधिकारियों से इस प्रकरण का संज्ञान लेते हुए इस नियुक्ति को तुरंत रद्द करने की मांग की है। उल्लेखनीय है कि हाल ही में प्राधिकरण के उद्यान अधिकारी की ओर से समाचार पत्रों में एक विज्ञापन प्रकाशित करवाया गया था। उसमें उद्यान परामर्शदाता की नियुक्ति के लिए आवेदन मांगे गए हैं। श्री मित्तल को नियुक्ति के लिए निर्धारित शर्तों पर ऐतराज है। उनका कहना है कि शर्तों के तहत पात्र व्यक्ति को प्रदेश के ही किसी प्राधिकरण से सेवानिवृत्त होने के अलावा उत्तर प्रदेश का ही निवासी होना चाहिए, सेवानिवृत्ति के समय उसका वेतन रुपये 66 सौ ग्रेड से अधिक होना चाहिए। उपाध्यक्ष को लिखे पत्र में श्री मित्तल ने संदेह जताते हुए स्पष्ट किया है कि इस पद पर किसी व्यक्ति विशेष की नियुक्ति की साजिश रची जा रही है। इसलिए पात्रता की शर्तें भी व्यक्ति विशेष के अनुकूल ही रखी गई हैं। श्री मित्तल ने आरोप लगाया है कि वित्तीय संकट से जूझ रहे प्राधिकरण में एक नया पद सृजित कर पूर्व उद्यान अधीक्षक की पुनः बहाली की कवायद चल रही है। पत्र में उन्होंने पूर्व उद्यान अधीक्षक पर भ्रष्टाचार के कई गंभीर आरोप लगाए हैं। अपने शिकायती पत्र के साथ उन्होंने कुछ तथ्य भी प्रस्तुत किए हैं। उनमें उन फाइलों का भी हवाला है जिनके भुगतान का मामला इलाहाबाद हाईकोर्ट में भी लंबित है। हिमांशु मित्तल के अलावा दिल्ली निवासी पुष्पेंद्र दीक्षित ने भी इस नियुक्ति के खिलाफ बिगुल बजाते हुए मंडलायुक्त को एक शिकायती पत्र भेजा है। जिसमें उन्होंने भी यही संदेह व्यक्त किया है कि एक व्यक्ति विशेष को लाभ पहुंचाने के लिए ही उद्यान परामर्शदाता का पद सृजित किया गया है। मंडलायुक्त को लिखे पत्र में उन्होंने स्पष्ट आरोप लगाया है कि प्राधिकरण में 14 वर्षों की तैनाती के दौरान उक्त व्यक्ति विशेष ने अपने एक सहकर्मी के साथ मिलकर प्राधिकरण को वित्तीय हानि पहुंचाते हुए कई सौ करोड़ रुपये की संपत्ति अर्जित की है। श्री दीक्षित का आरोप है कि उक्त व्यक्ति विशेष को राजनैतिक वरदहस्त प्राप्त होने के चलते नियमावली में परिवर्तन कर तीन बार पदोन्नति देकर भी लाभान्वित किया गया था। उद्यान विभाग में परामर्शदाता का पद अचानक सृजित कैसे हुआ? इस सवाल पर प्राधिकरण का कोई अधिकारी मुंह खोलने को तैयार नहीं है। गौरतलब है कि प्राधिकरण में अधीक्षण अभियंता (सुप्रीटेंडेंट इंजीनियर), मुख्य नगर नियोजक, विशेषाधिकारी, संयुक्त सचिव, चीफ अकाउंट ऑफिसर, विधि अधिकारी, अनु सचिव व मुख्य लिपिक स्तर के कई पद लंबे समय से रिक्त चल रहे हैं। प्राधिकरण के आठ जोन में मात्र 3 अधिशासी अभियंता ही तैनात हैं। यही हाल विशेषाधिकारी स्तर का है। प्राधिकरण में मात्र दो ओएसडी हैं। उनमें भी एक रैंकर हैं। किसी जमाने में जहां चार से छह ज्वाइंट सेक्रेटरी (संयुक्त सचिव) रहते हों वहां एक की भी तैनाती न होना हैरानी की बात है। यही नहीं प्राधिकरण में मुख्य लिपिक के 20 पद स्वीकृत हैं। लेकिन वर्तमान समय में दो मुख्य लिपिक ही पूरे प्राधिकरण को सेवा दे रहे हैं। और तो और, प्राधिकरण के पास अपना स्थाई उपाध्यक्ष तक नहीं है। जिले के कलेक्टर आरके सिंह जीडीए उपाध्यक्ष का अतिरिक्त चार्ज संभाल रहे हैं। वर्तमान दौर में प्राधिकरण जब अधिकारियों, इंजीनियर्स और कर्मचारियों की अभूतपूर्व कमी से जूझ रहा हो, ऐसे में उद्यान सलाहकार की नियुक्ति किसके दिमाग की उपज है, इसकी पड़ताल भी आवश्यक है।
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weather alerts यूपी में बारिश को लेकर मौसम विभाग की बड़ी भविष्यवाणी, 41 जिलों में अलर्ट

Barish
weather alerts यूपी में बारिश को लेकर मौसम विभाग की बड़ी भविष्यवाणी 41 जिलों में अलर्ट
locationभारत
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calendar02 SEPT 2022 11:52 AM
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weather alerts भारतीय मौसम विभाग ने उत्तर प्रदेश को लेकर बड़ी भविष्यवाणी की है। उत्तर प्रदेश के 41 जिलों के लिए अलर्ट जारी किया गया है। यूपी की राजधानी समेत प्रदेश के 41 जिलों में मौसम विभाग ने भारी बारिश की संभावना जताई है। पश्चिमी यूपी और दक्षिण उत्तर प्रदेश में इतनी बारिश हो सकती है, जिससे कि पहले से कम हुई बारिश की क्षतिपूर्ति हो सके।

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मौसम विभाग ने लखनऊ, वाराणसी, गोरखपुर समेत 41 जिलों में दो दिन तक भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। बरेली, पीलीभीत और शाहजहांपुर जैसे तराई क्षेत्रों में गरज-चमक के साथ बिजली गिरने की भी संभावना है।

मौसम विभाग के निदेशक जेपी गुप्ता के अनुसार 2 और 3 सितंबर को बस्ती, सिद्धार्थनगर, गोंडा, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच, लखीमपुर-खीरी, सीतापुर, बरेली, पीलीभीत और शाहजहांपुर जैसे तराई क्षेत्रों में भारी बारिश होगी। यहां गरज-चमक के साथ बिजली भी गिरने का अनुमान है।

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इसके अलावा सोनभद्र, मिर्जापुर, चंदौली, वाराणसी, गाजीपुर, आजमगढ़, मऊ, बलिया, देवरिया, गोरखपुर, संतकबीर नगर, कुशीनगर, महाराजगंज, सिद्धार्थनगर, बलरामपुर, लखनऊ, बाराबंकी, रायबरेली, अमेठी, सुल्तानपुर, अयोध्या, अंबेडकर नगर, मुरादाबाद, रामपुर, पीलीभीत, बदायूं, हमीरपुर, महोबा, झांसी और ललितपुर में भी भारी बारिश होगी। 40 से 70 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से इन जिलों में हवाएं भी चल सकती हैं।

आपको बता दें कि सहारनपुर में शुक्रवार को बादल छाए हैं। गुरुवार को जिले के कुछ हिस्सों में हल्की बूंदाबांदी हुई थाी। मेरठ में सुबह से ही तेज धूप निकली है।

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Kanpur News : केबिन में बुलाकर प्रोफेसर था करता छात्राओं से छेड़छाड़, इस तरह छलक आया दर्द

Kanpur
Kanpur News: केबिन में बुलाकर प्रोफेसर था छात्राओं से छेड़छाड़, इस तरह छलक आया दर्द
locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 SEPT 2022 11:27 AM
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Kanpur News: खबर उत्तर प्रदेश के कानपुर से है। जहां की हरकोर्ट बटलर टेक्निकल यूनिवर्सिटी की प्रथम वर्ष की दो छात्राओं ने प्रोफेसर पर छेड़छाड़ करने का आरोप लगाया है। हैरत की बात यह है कि यूनिवर्सिटी के कुलपति से शिकायत करने के बावजूद आरोपी प्रोफेसर के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। छात्राओं का दर्द उस समय छलक आता था, जब प्रोफेसर छात्रा को अपने केबिन में बुलाकर न केवल अश्लील बातें करता था, बल्कि यह भी कहता था कि यहां पर कैमरा नहीं लगा है।

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शिकायत के बावजूद कोई कार्रवाई न होने और परेशान छात्राओं ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। जिसके बाद नवाबगंज थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने आरोपी प्रोफेसर डॉ. विनोद कुमार यादव को गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि, बाद में उन्हें थाने से ही जमानत दे दी।

जानकारी के अनुसार एक पीड़ित छात्रा ने बताया कि वह कानपुर की ही रहने वाली है। प्रोफेसर क्या करना चाहते हैं, ये शुरुआत में हमें नहीं पता चला। मगर, प्रोफेसर की नीयत का पता चलने के बाद उनके केबिन में जाना बंद कर दिया। छात्रा ने बताया कि प्रोफेसर ने करियर बर्बाद करने की धमकी दी थी, जिस कारण उन्होंने यह बात अपने परिजनों को भी नहीं बताई। अगर हमारे साथ कुछ गलत होता है, तो इसकी जिम्मेदारी यूनिवर्सिटी प्रशासन और पुलिस की होगी। छात्रा ने बताया कि वह बहुत डिप्रेशन में है।

दूसरी छात्रा लखीमपुर निवासी है और यूनिवर्सिटी में पढ़ाई करती है। इस छात्रा कहना है कि जब भी वह डॉक्यूमेंट की फाइल लेकर प्रोफेसर के केबिन में जाती थी तो मेरा हाथ जबरन फाइल के बहाने पकड़ लेता था। आरोप है कि प्रोफेसर बात-बात पर केबिन में बुलाते थे और बदतमीजी करता था। जब इस छात्रा ने विरोध किया तो प्रोफेसर ने कहा कि मेरे केबिन में कैमरा नहीं है। परेशान मत हो।

उधर, कानपुर के एसीपी स्वरूप नगर बृज नारायण सिंह ने बताया, कि आरोपी प्रोफेसर के खिलाफ उनके पास अभी कोई साक्ष्य नहीं हैं। छात्रा के बयान के आधार पर रिपोर्ट दर्ज करके मामले की जांच की जा रही है। साक्ष्य मिलने पर आरोपी प्रोफेसर और उनके दोनों सहयोगियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

दोनों छात्राओं की तहरीर पर नवाबगंज थाने की पुलिस ने दो अलग-अलग रिपोर्ट दर्ज की है। इसमें एचओडी डॉ. विनोद कुमार यादव के खिलाफ छेड़खानी और अश्लील कमेंट करने की एफआईआर दर्ज की गई है। जबकि एचओडी के केबिन में जाने के लिए दबाव डालने के आरोप में यूनिवर्सिटी की गेस्ट फैकल्टी हरश्मीत कौर और अंचित अग्रवाल को धारा-120 बी के तहत साजिश का आरोपी बनाया गया है।