उत्तर प्रदेश में 2027 की तैयारी तेज, पंकज चौधरी ने तय किया चुनावी रोडमैप

पंकज चौधरी के मुताबिक, जिम्मेदारी मिलते ही वे राष्ट्रीय नेतृत्व और उत्तर प्रदेश संगठन की टीम के साथ बैठकर जल्द रोडमैप तैयार करेंगे। आने वाले दिनों में बैठकों के जरिए संगठन की रणनीति, जमीनी तैयारी और चुनावी लक्ष्य तय कर उत्तर प्रदेश में अभियान को नई गति देने पर जोर रहेगा।

पंकज चौधरी ने 2027 का रोडमैप तय किया
पंकज चौधरी ने 2027 का रोडमैप तय किया
locationभारत
userअभिजीत यादव
calendar16 Dec 2025 10:47 AM
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UP News : उत्तर प्रदेश भाजपा को नया चेहरा और नई कमान मिल गई है। पार्टी ने केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री और महाराजगंज से सात बार के लोकसभा सांसद पंकज चौधरी को प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी है। नियुक्ति के तुरंत बाद अपने पहले बयान में उन्होंने स्पष्ट किया कि उनकी प्राथमिकता उत्तर प्रदेश में संगठन को बूथ स्तर तक और मजबूत करना तथा 2027 विधानसभा चुनाव में 2017 से बेहतर प्रदर्शन सुनिश्चित करना है। पंकज चौधरी के मुताबिक, जिम्मेदारी मिलते ही वे राष्ट्रीय नेतृत्व और उत्तर प्रदेश संगठन की टीम के साथ बैठकर जल्द रोडमैप तैयार करेंगे। आने वाले दिनों में बैठकों के जरिए संगठन की रणनीति, जमीनी तैयारी और चुनावी लक्ष्य तय कर उत्तर प्रदेश में अभियान को नई गति देने पर जोर रहेगा।

2017 से बेहतर रिजल्ट लाना लक्ष्य - पंकज चौधरी

नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष पंकज चौधरी ने जिम्मेदारी संभालते ही संकेत दे दिया कि अब उत्तर प्रदेश में संगठन को चुनावी मोड पर लाने की तैयारी तेज होगी। उन्होंने कहा कि उनकी पहली प्राथमिकता राष्ट्रीय नेतृत्व से मुलाकात और इसके बाद प्रदेश टीम के साथ व्यापक बैठक कर जमीनी फीडबैक लेना है। “सबकी राय के आधार पर आगे की रणनीति तय करेंगे। पंकज चौधरी ने कहा - हमारा लक्ष्य साफ है उत्तर प्रदेश में 2027 का जनादेश 2017 से भी ज्यादा मजबूत बनाना। उनके मुताबिक, अगले कुछ महीनों में संगठन को बूथ स्तर तक और धार देकर 2027 विधानसभा चुनाव के लिए एकजुट, सक्रिय और परिणाममुखी ढांचा खड़ा किया जाएगा।

उत्तर प्रदेश की राजनीति में ‘सामाजिक संतुलन’ की रणनीति

पार्टी के भीतर इस नेतृत्व परिवर्तन को सीधे उत्तर प्रदेश के 2027 मिशन से जोड़कर देखा जा रहा है। कुर्मी समाज से आने वाले पंकज चौधरी की पूर्वांचल में मजबूत पकड़ मानी जाती है, इसलिए उनकी ताजपोशी को उत्तर प्रदेश में ओबीसी आधार को और सुदृढ़ करने की रणनीति के रूप में भी देखा जा रहा है। संदेश साफ है नेतृत्व बदलाव के साथ संगठन को नई धार, नई रफ्तार और नई ऊर्जा देने की तैयारी है। पार्टी का जोर अब उत्तर प्रदेश में जमीनी कैडर को और सक्रिय कर, नई टीम के साथ बूथ से लेकर प्रदेश स्तर तक चुनावी मशीनरी को ज्यादा मजबूत करने पर रहेगा।

जल्द आ सकती है नई टीम की तस्वीर

सूत्रों की मानें तो नए प्रदेश अध्यक्ष की कमान संभालने के बाद पंकज चौधरी जल्द ही उत्तर प्रदेश भाजपा संगठन में अपनी टीम को लेकर अहम फैसले ले सकते हैं। कार्यकर्ताओं के बीच इस नियुक्ति से उत्साह का माहौल है और अब निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि उत्तर प्रदेश में प्रदेश स्तर से लेकर जिला और बूथ तक संगठन को ज्यादा चुस्त-दुरुस्त बनाने के लिए क्या रणनीतिक कदम उठाए जाते हैं। अंदरखाने चर्चा है कि आने वाले दिनों में उत्तर प्रदेश संगठन में कुछ और बदलाव भी हो सकते हैं, ताकि 2027 की तैयारी को नई गति और साफ दिशा दी जा सके। UP News

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यमुना एक्सप्रेसवे हादसा: सीएम योगी ने किया मुआवजा ऐलान, रोडवेज भी देगा राहत

मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। इस हादसे के बाद उत्तर प्रदेश रोडवेज की ओर से भी मुआवजे का ऐलान किया गया है। रोडवेज बस से जुड़े मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपये सहायता राशि दिए जाने की बात कही गई है।

यमुना एक्सप्रेसवे हादसा
यमुना एक्सप्रेसवे हादसा
locationभारत
userअभिजीत यादव
calendar16 Dec 2025 10:22 AM
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UP News : उत्तर प्रदेश के मथुरा में मंगलवार तड़के घने कोहरे ने यमुना एक्सप्रेसवे पर सफर को बेहद खतरनाक बना दिया। माइलस्टोन-127 के पास कम दृश्यता के चलते कई वाहन आपस में टकरा गए। टक्कर के बाद कुछ वाहनों में आग लग गई, जिससे मौके पर अफरा-तफरी मच गई। इस दर्दनाक हादसे में 4 लोगों की मौत हो गई, जबकि 50 से अधिक यात्री घायल बताए जा रहे हैं। घटना की गंभीरता को देखते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मामले का संज्ञान लिया और अधिकारियों को तत्काल मौके पर पहुंचकर राहत-बचाव कार्य तेज कराने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। इस हादसे के बाद उत्तर प्रदेश रोडवेज की ओर से भी मुआवजे का ऐलान किया गया है। रोडवेज बस से जुड़े मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपये सहायता राशि दिए जाने की बात कही गई है।

कैसे हुआ हादसा?

जानकारी के मुताबिक, तड़के कानपुर से दिल्ली की ओर जा रही कुछ प्राइवेट बसें उत्तर प्रदेश के मथुरा क्षेत्र में यमुना एक्सप्रेसवे पर पहुंचीं। इसी दौरान घना कुहासा छा गया और दृश्यता बेहद कम हो गई। बताया जा रहा है कि इसी वजह से कई बसें और कारें एक-दूसरे से टकरा गईं। टक्कर के तुरंत बाद कुछ वाहनों में आग लग गई, जिससे यात्रियों में घबराहट फैल गई। हादसे की सूचना मिलते ही उत्तर प्रदेश पुलिस, प्रशासन और दमकल विभाग की टीमें मौके पर पहुंचीं। आग पर काबू पाने के लिए दमकल गाड़ियों ने मोर्चा संभाला, वहीं कई एंबुलेंस की मदद से घायलों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया।

पुलिस का बयान

मथुरा के एसएसपी श्लोक कुमार के मुताबिक, बलदेव थाना क्षेत्र में सुबह करीब 4:30 बजे कम विजिबिलिटी के कारण कई बसें और छोटी गाड़ियां आपस में टकरा गईं। टक्कर के बाद कुछ वाहनों में आग लग गई। पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीमें रेस्क्यू में जुटीं। उन्होंने बताया कि अब तक 4 मौतों की पुष्टि हो चुकी है और 25 से अधिक लोग घायल हैं। (घायलों की संख्या अलग-अलग स्रोतों के अनुसार बढ़ भी सकती है।) UP News

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कोहरे ने छीनी राहत, एक्सप्रेसवे पर मची अफरा-तफरी… हादसे की आंखों देखी

मौके पर अफरा-तफरी मच गई। यात्रियों ने खिड़कियों के शीशे तोड़कर और दरवाजे धकेलकर किसी तरह बाहर निकलकर अपनी जान बचाई। इस दर्दनाक हादसे में 4 लोगों की मौत की सूचना है, जबकि 25 लोग घायल बताए जा रहे हैं।

मथुरा में एक्सप्रेसवे पर कई वाहनों की टक्कर, बसें धू-धू कर जलीं
मथुरा में एक्सप्रेसवे पर कई वाहनों की टक्कर, बसें धू-धू कर जलीं
locationभारत
userअभिजीत यादव
calendar16 Dec 2025 09:58 AM
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UP News : उत्तर प्रदेश में घने कोहरे ने एक बार फिर एक्सप्रेसवे पर सफर को जानलेवा बना दिया। उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले के यमुना एक्सप्रेसवे पर सुबह करीब 4:30 बजे अचानक हालात बिगड़े, जब 7 बसें और 3 कारें एक-दूसरे से टकरा गईं। टक्कर के तुरंत बाद कुछ बसों में आग भड़क उठी और कुछ ही मिनटों में लपटें विकराल होकर फैलने लगीं। मौके पर अफरा-तफरी मच गईयात्रियों ने खिड़कियों के शीशे तोड़कर और दरवाजे धकेलकर किसी तरह बाहर निकलकर अपनी जान बचाई। इस दर्दनाक हादसे में 4 लोगों की मौत की सूचना है, जबकि 25 लोग घायल बताए जा रहे हैं।

फिर गूंजने लगीं धमाकों की आवाजें

प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, हादसे के बाद दूर से ही आग की ऊंची लपटें और काले धुएं का गुबार दिखाई देने लगा। कुछ ही मिनटों में एक के बाद एक तेज आवाजें सुनाई दीं, जिससे आसपास के गांवों में दहशत फैल गई। लोग घबराकर घटनास्थल की ओर दौड़े। कई वाहन पूरी तरह आग की चपेट में आ चुके थे और एक्सप्रेसवे पर अफरा-तफरी का माहौल बन गया।

“ऐसा लगा जैसे बम फटा हो”-आंखों देखी

मौके पर मौजूद भगवान दास ने बताया, “गाड़ियां टकराईं तो जोर का धमाका हुआ… ऐसा लगा जैसे बम फट गया हो। फिर आग इतनी तेजी से फैली कि लोग बसों से निकलने के लिए छटपटाने लगे। एक अन्य चश्मदीद ने कहा, “धुआं उठते ही लोग खिड़कियों के शीशे तोड़कर कूदने लगे। हर तरफ चीख-पुकार थी। प्रत्यक्षदर्शी सुनील कुमार यादव के अनुसार, वे जौनपुर से लौटकर दिल्ली जा रहे थे। “कोहरा इतना घना था कि कुछ दिख ही नहीं रहा था। अचानक तेज आवाज आई। मैं बाहर निकला तो पीछे से एक के बाद एक बसें टकराने लगीं। कुछ ही देर में हालात बेकाबू हो गए।

राहत-बचाव में जुटीं टीम

हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस, यमुना एक्सप्रेसवे अथॉरिटी की टीम और दमकल विभाग की गाड़ियां मौके पर पहुंचीं। आग पर काबू पाने के बाद घायलों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया। कई बसें पूरी तरह जल चुकी थीं, जिन्हें क्रेन की मदद से सड़क से हटाने का काम किया गया। एसएसपी श्लोक कुमार के मुताबिक, इस हादसे की बड़ी वजह घना कोहरा माना जा रहा है। “टक्कर के बाद कुछ बसों में आग लगी। राहत और बचाव कार्य अब अंतिम चरण में है। UP News

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