Friday, 15 November 2024

UP में एग डोनेशन का काला धंधा, पुलिस ने ऐसे किया भंडाफोड़

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UP में एग डोनेशन का काला धंधा, पुलिस ने ऐसे किया भंडाफोड़

UP News : देश की राजधानी दिल्ली के ग्रेटर कैलाश में चल रहे फर्जी अस्पताल के गोरखधंधे का भंडाफोड़ होने के बाद अब उत्तर प्रदेश की वाराणसी पुलिस ने एक ऐसे काले कारोबार का भंडाफोड़ किया है, जिसे एग डोनेशन (Egg Donation) का नाम दिया गया था। वाराणसी में यह पूरा धंधा एक गिरोह बनाकर किया जा रहा था। पुलिस ने दंपति समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपी मोटी राशि वसूल कर संतानहीन दंपतियों को गरीब लड़कियों का एग बेचने का काम करते थे।

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मामला वाराण्सी के जैतपुरा का है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, IVF सेंटर में जरूरतमंद और गरीब लड़कियों को लालच देकर एग डोनेशन (Egg Donation) कराया जाता था। इस काम को पूरा गिरोह अंजाम देता था। गिरोह के सदस्य जरूरतमंद गरीब लड़कियों को अपने झांसे में लेता था। रुपयों का लालच देकर उनके फर्जी दस्तावेज तैयार किए जाते थे। जिसके बाद गैरकानूनी तरीके से एग डोनेशन कराया जाता और उसे निःसंतान दंपतियों को बेच देता था। इसके लिए वो दंपति से मोटी रकम वसूलते थे। इस काले कारोबार में IVF सेंटर के कुछ कर्मचारियों व डाक्टरों की मिलीभगत भी सामने आई है।

महिला थाने की पुलिस और उनकी टीम ने इस गिरोह का पर्दाफाश किया है, जो जरूरतमंद नाबालिग और बालिग लड़कियों को अपने झांसे में लेकर उनके ओवम यानि एग को अवैध रूप से IVF सेंटर के जरिए निकालकर निःसंतान दंपति को ऊंचे दामों में बेच दिया करते थे। पुलिस ने इस गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है, जिसमें दो महिला और दो पुरूष शामिल हैं।

क्या है पूरा मामला

वाराणसी के महिला थाने में जैतपुरा इलाके की एक पीड़िता की मां ने अवैध एग डोनेशन की शिकायत दर्ज करवाई थी। उस पीड़ित लड़की की उम्र महज 17 साल है। शिकायत के बाद पुलिस एक्टिव हुई और धरपकड़ के लिए पूरा जाल बनाया। जल्द ही पूरे गिरोह का भंडाफोड़ हो गया।

गिरफ्तार सीमा देवी और उसका पति आशीष कुमार जैतपुरा इलाके में ही रहते हैं। उन्होंने 17 साल की लड़की को अपना शिकार बनाया था। दोनों ने लड़की को बहला-फुसलाकर पैसों का लालच दिया और उसके एग डोनेट करवा दिए।

इसके अलावा भेलूपुर क्षेत्र के खोजवा इलाके की अनीता देवी भी गरीब लड़कियों को झांसा देकर IVF सेंटर पर एग डोनेट कराया करती थी। वहीं, सोनभद्र के अनपरा का अनमोल जायसवाल लड़कियों का फर्जी दस्तावेज तैयार कराता था। फिलहाल, अनीता और अनमोल दोनों ही पुलिस की गिरफ्त में आ चुके हैं। काशी जोन के डीसीपी आरएस गौतम ने बताया कि मामले में FIR दर्ज हो गई है। मामले में पूछताछ जारी है। लड़कियों की उम्र आदि पता करवाई जा रही है।

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