Ranchi : रांची। तमाम कयासों के बीच झारखंड विधानसभा (Jharkhand Legislative Assembly) में हेमंत सोरेन सरकार (Hemant Soren Government) ने विश्वास मत (vote of confidence) हासिल कर लिया। 81 सदस्यों वाली विधानसभा में सरकार के पक्ष में 48 वोट पड़े। इस दौरान भाजपा ने वॉक आउट किया (BJP walk out)। विश्वासमत पर वोटिंग को बाद विधानसभा की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई।
हेमंत सोरेन सोमवार सुबह छत्तीसगढ़ से लौटे। अपने सभी विधायकों को खुद बस से लेकर विधानसभा आए थे। इस दौरान भाजपा विधायकों ने विधानसभा के सामने प्रदर्शन किया। वे सोरेन के विधायकों के छत्तीसगढ़ जाने और दुमका हत्याकांड का मुद्दा उठा रहे थे। सीएम हेमंत सोरेन एक बार फिर से सभी विधायकों के साथ बस में सवार होकर सर्किट हाउस के लिए निकल गए हैं। जिस तरह से दो बस में सरकार के मंत्री विधानसभा आए थे उसी तरह बस में सवार होकर यह वापस जा रहे हैं।
सदन में सोरेन ने कहा कि हमने सब्जी, राशन और कपड़ा खरीदने की बातें सुनी थीं। भाजपा तो विधायक खरीद रही है। भाजपा के वॉकआउट पर कहा कि विपक्ष इस प्रस्ताव को पूरा सुने। मैदान छोड़कर बाहर न जाए। मैं आंदोलनकारी का बेटा हूं। इनसे डरने वाला नहीं हूं। न डरा हूं और ना ही किसी को डराऊंगा। सोरेन ने कहा कि भाजपा राज्यों में गृहयुद्ध के हालात बना रही है। झारखंड सरकार राज्य में साल, 1932 का खतियान लागू करने की तैयारी में हैं। सोरेन ने कहा कि वर्ष-1932 का खतियान और ओबीसी के मामले में जल्द सरकार आगे बढ़ने वाली है। साल 1985 की स्थानीयता इन्होंने परिभाषित की। जब 85 की स्थानीयता घोषित हुई तो ताली बजाकर कह रहे थे कि 85 का ही खतियान बेस्ट है। हेमंत सोरेन ने कहा कि विपक्ष ने तंत्र को खत्म कर दिया है, सिर्फ लोक बचा है। लोकतंत्र को बचाना हमारी सरकार की प्राथमिकता है। बीजेपी देश के आधे राज्यों में गृह युद्ध की स्थिति बना रही है। कपड़ा, सब्जी और राशन को खरीदना सुना था, बीजेपी विधायक खरीद रही है।
सदन में बीजेपी के विधायक नीलकंठ सिंह मुंडा ने कहा कि ना ही कोर्ट की ओर से, ना ही राज्यपाल ने बहुमत साबित करने को कहा, फिर सरकार विश्वासमत क्यों लाना चाहती है। बीते दिनों से सीएम विधायकों को लेकर जिस तरह से घूम रहे हैं। उससे लगता है कि उन्हें अपने ही विधायकों पर भरोसा नहीं है। सरकार मुस्लिम तुष्टिकरण में लगी है। राज्य की बेटियों पर अत्याचार हो रहा है, लेकिन सरकार को कोई फर्क नहीं पड़ता है। दूसरी ओर, बीजेपी विधायक सीपी सिंह सदन में सीएम के व्यवहार पर आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि सीएम ने सदन में प्रवेश के साथ ही बीजेपी पर हमला बोल दिया। साथ ही कहा कि मैं खुद भी स्पीकर रह चुका हूं, ऐसे में कोई विधानसभा अध्यक्ष गलत करेंगे तो मैं चुप नहीं बैठूंगा।
कांग्रेस विधायक दीपिका पांडेय ने कहा कि झारखंड सरकार में अस्थिरता पैदा करने वाले असमंजस में हैं। महामहिम हफ्तेभर से दिल्ली में क्या कर रहे हैं। आज वापसी हो रही है तो आगे क्या होगा। केंद्र और राज्य के भाजपा के नेता हैं वो राजनीति षडयंत्र करने में व्यस्त हैं। हमारी सरकार ने ओल्ड पेंशन स्कीम को लागू करने का काम किया। 1.5 लाख कर्मचारियों के हितों की रक्षा की।