पुणे (महाराष्ट्र)। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता अजित पवार ने महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार समारोह के दौरान या बाद में लोगों की मौत के मामले की न्यायिक जांच की मांग दोहराई है। उन्होंने कहा कि वह सूचना का अधिकार (आरटीआई) अधिनियम के जरिए हताहतों की वास्तविक संख्या और घटना के संबंध में जानकारी हासिल कर रहे हैं।
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शरद पवार और अडाणी की मुलाकात में कुछ भी गलत नहीं
पुणे में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में उद्योगपति गौतम अडाणी और राकांपा प्रमुख शरद पवार के बीच बृहस्पतिवार को हुई मुलाकात के बाबत पूछे गए सवाल पर पवार ने कहा कि दोनों एक-दूसरे को जानते हैं और दोनों के मिलने में कुछ गलत नहीं है। उन्होंने कहा कि उन्हें बैठक के पीछे की वजह के बारे में कुछ पता नहीं है। महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार के दौरान हुए हादसे के सवाल पर अजित पवार ने कहा कि उन्होंने राज्यपाल को पत्र लिखकर मामले पर न्यायिक जांच शुरू करने का आग्रह किया है। नवी मुंबई में रविवार को आयोजित ‘महाराष्ट्र भूषण’ पुरस्कार समारोह के दौरान लू लगने से कम से कम से 14 लोगों की मौत हो गई थी।
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सरकार के आंकड़ों में विसंगति
पवार ने कहा कि हमें अभी तक हादसे में जान गंवाने वालों की वास्तविक संख्या नहीं पता चली है। हमें सरकार द्वारा घोषित आंकड़ों का पता है। कई लोग हैं जो लू, भोजन की कमी आदि जैसे कारणों की बात कर रहे हैं। राकांपा के नेता ने कहा कि शवों का पोस्टमार्टम हो गया है और उन्होंने आरटीआई के जरिए उसकी रिपोर्ट मांगी है। कुछ लोगों का कहना है कि राज्य सरकार द्वारा दिए गए आंकड़ों में विसंगति है। कुछ मृतक संख्या अधिक होने का दावा कर रहे हैं, लेकिन मैं इस बारे में कुछ नहीं कहना चाहता। कोविड-19 (वैश्विक महामारी) के दौरान हमने तय किया था कि हम वास्तविक संख्या को नहीं छिपाएंगे। दूसरी ओर, शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) के नेता संजय राउत ने सरकार पर हताहतों की वास्तविक संख्या छिपाने का आरोप लगाते हुए दावा किया कि इस घटना में 50 से 75 लोगों की मौत हुई है।
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सरकार ने किया कार्यक्रम तो जिम्मेदारी भी उसी की
न्यायिक जांच की मांग पर जोर देते हुए अजित पवार ने कहा कि कई वीडियो सामने आए हैं, जिसमें लोग चिल्लाते नजर आ रहे हैं। उनके पास जाने के लिए कोई जगह नहीं है। वहीं कुछ लोगों के लिए एयर-कंडिशनर्स लगाए गए थे। उन्होंने कहा कि सरकार ने कार्यक्रम आयोजित किया था तो जिम्मेदारी भी उसी की बनती है। महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले के खारघर क्षेत्र में रविवार को खुले मैदान में आयोजित कार्यक्रम में करीब सात लाख लोग पहुंचे थे। केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने कार्यक्रम में आध्यात्मिक नेता एवं समाज सुधारक अप्पासाहेब धर्माधिकारी को महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार दिया था। पवार ने कहा कि न्यायिक जांच के बाद घटना के तथ्य सामने आएंगे।
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