Global Ocean Logistics IPO की धीमी शुरुआत के बाद तेजी, जानें शेयर की नई कीमत

Global Ocean Logistics IPO BSE SME पर ₹78 के इश्यू प्राइस पर लिस्ट हुआ। जानें शेयर प्राइस, लिस्टिंग गेन, IPO सब्सक्रिप्शन, फंड उपयोग और कंपनी की वित्तीय स्थिति। निवेश से पहले पूरी जानकारी यहां पढ़ें।

Global Ocean Logistics IPO
Global Ocean Logistics IPO Listing
locationभारत
userअसमीना
calendar24 Dec 2025 03:42 PM
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Global Ocean Logistics IPO Listing ने शेयर बाजार में भले ही धीमी शुरुआत की हो लेकिन कुछ ही समय में इसने निवेशकों का ध्यान अपनी ओर खींच लिया। ₹78 के इश्यू प्राइस पर आया यह आईपीओ आज BSE SME प्लेटफॉर्म पर लिस्ट हुआ जहां इसकी एंट्री ₹79.20 पर हुई। इस तरह आईपीओ निवेशकों को करीब 1.54% का लिस्टिंग गेन मिला। हालांकि शुरुआत में तेजी सीमित रही लेकिन लिस्टिंग के बाद शेयर में खरीदारी बढ़ी और यह उछलकर ₹82.40 तक पहुंच गया। इस स्तर पर आईपीओ निवेशक करीब 5.64% के मुनाफे में नजर आए जिससे साफ है कि बाजार धीरे-धीरे इस शेयर में भरोसा दिखा रहा है।

निवेशकों का शानदार रिस्पॉन्स

ग्लोबल ओशन लॉजिस्टिक्स का ₹30 करोड़ का आईपीओ 17 से 19 दिसंबर के बीच सब्सक्रिप्शन के लिए खुला था और इसे निवेशकों का शानदार रिस्पॉन्स मिला था। ओवरऑल यह आईपीओ 13.64 गुना सब्सक्राइब हुआ, जो SME सेगमेंट के लिहाज से मजबूत डिमांड को दर्शाता है। क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स के लिए आरक्षित हिस्सा 4.77 गुना भरा जबकि नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स का कोटा सबसे ज्यादा 29.47 गुना सब्सक्राइब हुआ। वहीं खुदरा निवेशकों ने भी इसमें अच्छा भरोसा दिखाया और उनका हिस्सा 11.90 गुना भर गया।

कहां लगाए जाएंगे पैसे?

इस आईपीओ के तहत कंपनी ने ₹10 फेस वैल्यू वाले कुल 38,99,200 नए शेयर जारी किए हैं। आईपीओ से जुटाई गई रकम में से ₹21.27 करोड़ का इस्तेमाल कंपनी अपनी वर्किंग कैपिटल जरूरतों को पूरा करने में करेगी जबकि बाकी पैसा सामान्य कॉरपोरेट उद्देश्यों के लिए लगाया जाएगा। इससे कंपनी की रोजमर्रा की गतिविधियों और बिजनेस विस्तार को सपोर्ट मिलने की उम्मीद है।

Global Ocean Services के नाम से भी जाना जाता है

Global Ocean Logistics जिसे Global Ocean Services के नाम से भी जाना जाता है। जनवरी 2021 में स्थापित एक फ्रेट फारवर्डिंग और लॉजिस्टिक्स कंपनी है। यह कंपनी सड़क, रेल, एयर और कोस्टल ट्रांसपोर्टेशन जैसे सभी प्रमुख माध्यमों के जरिए लॉजिस्टिक्स सेवाएं प्रदान करती है। कंपनी की मार्केटिंग ऑफिस विशाखापत्तनम, जयपुर, पुणे और तूतीकोरिन जैसे चार प्रमुख शहरों में मौजूद हैं और इसका कारोबार दुनिया भर के 263 बंदरगाहों से जुड़ा हुआ है।

कई सेवाएं शामिल

कंपनी की सेवाओं में ओशन फ्रेट फारवर्डिंग के तहत शिपिंग और कोस्टल ट्रांसपोर्टेशन, रोड और रेल के जरिए माल ढुलाई, एयर फ्रेट फारवर्डिंग के अंतर्गत एयर कार्गो, कंटेनर फ्रेट स्टेशन, कस्टम क्लियरेंस और अन्य लॉजिस्टिक्स से जुड़ी सेवाएं शामिल हैं। मल्टी-मॉडल ट्रांसपोर्टेशन की सुविधा होने के कारण कंपनी अलग-अलग सेक्टर के ग्राहकों की जरूरतें पूरी करने में सक्षम है।

कुछ वर्षों में देखने को मिला उतार-चढ़ाव

अगर कंपनी की वित्तीय सेहत की बात करें तो इसमें पिछले कुछ वर्षों में उतार-चढ़ाव जरूर देखने को मिला है। वित्त वर्ष 2023 में कंपनी ने ₹3.83 करोड़ का शुद्ध मुनाफा कमाया था, जो वित्त वर्ष 2024 में घटकर ₹2.63 करोड़ रह गया। हालांकि वित्त वर्ष 2025 में कंपनी ने जोरदार वापसी की और इसका शुद्ध मुनाफा बढ़कर ₹6.82 करोड़ पर पहुंच गया। इसी तरह कंपनी की टोटल इनकम भी वित्त वर्ष 2023 में ₹191.43 करोड़, वित्त वर्ष 2024 में ₹103.45 करोड़ और वित्त वर्ष 2025 में फिर बढ़कर ₹191.60 करोड़ हो गई। चालू वित्त वर्ष 2026 की बात करें तो अप्रैल से सितंबर 2025 की पहली छमाही में ही कंपनी ने ₹4.54 करोड़ का शुद्ध मुनाफा और ₹108.31 करोड़ की टोटल इनकम हासिल कर ली है। सितंबर 2025 के अंत तक कंपनी पर कुल कर्ज ₹4.17 करोड़ था जबकि इसके रिजर्व और सरप्लस ₹11.39 करोड़ के स्तर पर थे जो इसकी बैलेंस शीट को मजबूत बनाते हैं।

(डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। चेतना मंच की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।)

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कम पूंजी में बड़ा मुनाफा: ये 5 स्मॉल बिजनेस बदल सकते हैं आपकी किस्मत

ये स्मॉल बिजनेस आइडियाज यह साबित करते हैं कि कम पूंजी और सीमित संसाधनों के बावजूद भी अच्छी कमाई संभव है। जरूरी नहीं कि बड़ी नौकरी या भारी निवेश ही सफलता का रास्ता हो। सही सोच और मेहनत के साथ छोटे बिजनेस भी हर महीने 50 से 60 हजार रुपये की कमाई का मजबूत जरिया बन सकते हैं।

Small business ideas
स्मॉल बिजनेस आइडियाज (फाइल फोटो)
locationभारत
userऋषि तिवारी
calendar20 Dec 2025 02:58 PM
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आज के समय में जब नौकरी पाना और महंगाई से तालमेल बिठाना चुनौती बनता जा रहा है, तब स्मॉल बिजनेस लोगों के लिए कमाई का मजबूत विकल्प बनकर उभरे हैं। खास बात यह है कि इन कामों को शुरू करने के लिए न तो ज्यादा पूंजी की जरूरत होती है और न ही किसी बड़ी दुकान या भारी मशीनरी की। सही प्लानिंग, मेहनत और निरंतरता के साथ छोटे बिजनेस भी हर महीने 50 से 60 हजार रुपये तक की स्थिर कमाई दे सकते हैं।

टिफिन सर्विस: घर से शुरू होने वाला भरोसेमंद बिजनेस

शहरों में स्टूडेंट्स और नौकरीपेशा लोगों के बीच टिफिन सर्विस की मांग तेजी से बढ़ी है। रोजाना घर का बना, साफ और स्वादिष्ट खाना लोगों की पहली पसंद बनता जा रहा है। अगर शुरुआत में 20–25 ग्राहकों को भी टिफिन सप्लाई की जाए और प्रति टिफिन 80 से 100 रुपये लिए जाएं, तो महीने की कमाई 50 हजार रुपये के आसपास पहुंच सकती है। इस बिजनेस की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसे घर की किचन से ही शुरू किया जा सकता है।

मोबाइल रिपेयरिंग: हमेशा डिमांड में रहने वाला काम

मोबाइल फोन आज हर व्यक्ति की जरूरत बन चुका है और इसके साथ ही मोबाइल रिपेयरिंग की मांग भी लगातार बढ़ रही है। स्क्रीन बदलना, बैटरी रिप्लेसमेंट और सॉफ्टवेयर से जुड़ी छोटी समस्याओं को ठीक कर रोजाना अच्छी कमाई की जा सकती है। अगर प्रतिदिन 8–10 मोबाइल भी रिपेयर हो जाएं, तो महीने में करीब 50 हजार रुपये तक की आमदनी संभव है।

अगरबत्ती निर्माण: कम खर्च में स्थायी इनकम

पूजा-पाठ और धार्मिक कार्यों में अगरबत्ती की मांग सालभर बनी रहती है। यही वजह है कि यह बिजनेस गांव और शहर दोनों जगह सफल माना जाता है। घर से शुरू होकर लोकल दुकानों तक सप्लाई बढ़ाई जा सकती है। रोजाना कुछ किलो अगरबत्ती बनाकर थोक में बेचने से 40 से 60 हजार रुपये महीने तक कमाए जा सकते हैं।

ऑनलाइन रीसेलिंग: मोबाइल से चलता है पूरा बिजनेस

डिजिटल दौर में ऑनलाइन रीसेलिंग तेजी से लोकप्रिय हो रही है। इसमें कपड़े, किचन आइटम, होम डेकोर या ब्यूटी प्रोडक्ट्स जैसे सामान सप्लायर से लेकर अपने मुनाफे पर ऑनलाइन बेचे जाते हैं। अगर रोज 5–6 ऑर्डर भी मिलते हैं और हर ऑर्डर पर अच्छा मार्जिन होता है, तो महीने की कमाई 50–60 हजार रुपये तक पहुंच सकती है।

जूस और शेक की दुकान: सेहत के साथ कमाई

स्वास्थ्य के प्रति बढ़ती जागरूकता ने जूस और शेक के बिजनेस को नई ऊंचाई दी है। भीड़भाड़ वाले इलाके, स्कूल या ऑफिस के पास छोटी सी दुकान खोलकर ताजे फलों के जूस और शेक बेचे जा सकते हैं। अगर रोज 40–50 गिलास बिकते हैं और प्रति गिलास 30–40 रुपये का मुनाफा हो, तो महीने की कमाई 50 हजार रुपये से ज्यादा हो सकती है।

सफलता के लिए जरूरी बातें

इन सभी स्मॉल बिजनेस में सफलता की कुंजी है—क्वालिटी, ईमानदारी और नियमितता। शुरुआत में मुनाफा कम हो सकता है, लेकिन जैसे-जैसे ग्राहक बढ़ते हैं, कमाई भी स्थिर हो जाती है। सही जगह का चुनाव, खर्च पर नियंत्रण और ग्राहकों से अच्छा व्यवहार बिजनेस को आगे बढ़ाने में अहम भूमिका निभाता है।


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धड़ाम से गिरी सोने-चांदी की कीमत, खरीदारी करना रहेगा ठीक?

जापान के केंद्रीय बैंक के बड़े फैसले से ग्लोबल सर्राफा बाजार में हलचल मच गई है। बैंक ऑफ जापान द्वारा ब्याज दरें बढ़ाने और अमेरिका में महंगाई घटने के चलते भारत के वायदा बाजार MCX पर सोने और चांदी की कीमतों में तेज गिरावट देखने को मिली।

गोल्ड रेट टूडे
आज भारत में सोना कितना सस्ता हुआ?
locationभारत
userअसमीना
calendar19 Dec 2025 10:54 AM
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दुनियाभर के सर्राफा बाजार में उस वक्त हलचल मच गई जब दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था जापान ने ब्याज दरों को लेकर बड़ा फैसला लिया। इस फैसले का असर सीधे अंतरराष्ट्रीय बाजारों से होते हुए भारत के सोने और चांदी के दामों पर दिखाई दिया। न्यूयॉर्क से लेकर नई दिल्ली तक कीमती धातुओं में दबाव देखने को मिला जिसकी वजह से भारतीय वायदा बाजार में सोना और चांदी दोनों सस्ते हो गए। निवेशकों और आम ग्राहकों के लिए यह जानना बेहद जरूरी हो गया है कि आखिर कीमतों में यह गिरावट क्यों आई और आगे क्या रुख रह सकता है।

अंतरराष्ट्रीय कीमतों पर पड़ा असर

जापान के केंद्रीय बैंक बैंक ऑफ जापान ने अपनी पॉलिसी रेट में 0.25 फीसदी की बढ़ोतरी की है जिससे ब्याज दरें करीब 30 साल के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई हैं। यह फैसला भले ही बाजार की उम्मीदों के मुताबिक था लेकिन इसके बाद वैश्विक निवेशकों ने सुरक्षित निवेश माने जाने वाले सोने और चांदी से दूरी बनानी शुरू कर दी। इसका सीधा असर अंतरराष्ट्रीय कीमतों पर पड़ा और यही दबाव भारतीय बाजार तक पहुंच गया।

सोने-चांदी की कीमतों में गिरावट

भारतीय वायदा बाजार मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज यानी MCX पर सोने और चांदी की कीमतों में साफ गिरावट दर्ज की गई। शुक्रवार सुबह करीब 9 बजकर 45 मिनट पर सोना 747 रुपये टूटकर 1,33,774 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार करता दिखा। कारोबारी सत्र के दौरान सोने में और कमजोरी आई और यह 846 रुपये गिरकर दिन के निचले स्तर 1,33,675 रुपये तक पहुंच गया। गौर करने वाली बात यह है कि एक दिन पहले ही सोना 1,34,082 रुपये पर बंद हुआ था। वहीं चांदी की बात करें तो इसमें भी गिरावट कम नहीं रही। सुबह 9 बजकर 50 मिनट पर MCX पर चांदी 420 रुपये टूटकर 2,03,145 रुपये प्रति किलो पर कारोबार कर रही थी। सत्र के दौरान चांदी में 909 रुपये तक की गिरावट दर्ज की गई और भाव 2,02,656 रुपये प्रति किलो तक फिसल गए। इससे साफ है कि निवेशकों की बिकवाली ने दोनों कीमती धातुओं को कमजोर कर दिया।

सोने-चांदी की कीमतों की गिरावट की बड़ी वजह

सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट की एक बड़ी वजह अमेरिका से आए महंगाई के आंकड़े भी हैं। हाल ही में जारी आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका में उपभोक्ता महंगाई दर उम्मीद से कम रही है। सालाना आधार पर महंगाई 2.7 फीसदी दर्ज की गई जबकि बाजार को 3.1 फीसदी तक की उम्मीद थी। महंगाई कम होने से डॉलर इंडेक्स मजबूत हुआ और जब डॉलर मजबूत होता है तो सोने की कीमतों पर दबाव बढ़ जाता है। डॉलर इंडेक्स में करीब 0.10 फीसदी की तेजी देखी गई, जिसने सोने की अंतरराष्ट्रीय मांग को कमजोर किया।

ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद

हालांकि इससे पहले सोना अपने रिकॉर्ड हाई के करीब कारोबार कर रहा था और लगातार दूसरे हफ्ते बढ़त की ओर बढ़ रहा था। रिलायंस सिक्योरिटीज के रिसर्च एनालिस्ट जिगर त्रिवेदी के मुताबिक, अमेरिकी महंगाई में गिरावट से ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदें जरूर बनी हैं लेकिन जापान के फैसले और डॉलर की मजबूती ने फिलहाल सोने पर दबाव बना दिया है। इसके बावजूद भू-राजनीतिक तनाव जैसे यूक्रेन संकट और तेल आपूर्ति से जुड़े मुद्दे सोने को लंबे समय में सपोर्ट दे सकते हैं।

बना रह सकता है उतार-चढ़ाव

आगे की बात करें तो जानकारों का मानना है कि आने वाले दिनों में सोने और चांदी दोनों में उतार-चढ़ाव बना रह सकता है। जिगर त्रिवेदी के अनुसार MCX पर फरवरी गोल्ड वायदा 1,34,000 रुपये से 1,35,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के दायरे में रह सकता है। वहीं मेहता इक्विटीज के कमोडिटी एक्सपर्ट राहुल कलंत्री का कहना है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने को 4,275 और 4,245 डॉलर पर सपोर्ट मिल रहा है, जबकि ऊपर की ओर 4,355 और 4,385 डॉलर पर रुकावट आ सकती है।

भारतीय बाजार की बात करें तो रुपये में सोने को 1,33,850 और 1,33,110 रुपये पर मजबूत सपोर्ट मिल रहा है जबकि 1,35,350 और 1,35,970 रुपये के स्तर पर रेजिस्टेंस देखा जा सकता है। चांदी के लिए सपोर्ट लेवल 2,02,450 और 2,00,280 रुपये हैं, जबकि ऊपर की ओर 2,05,810 और 2,07,270 रुपये पर बिकवाली आ सकती है।

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