Global Ocean Logistics IPO की धीमी शुरुआत के बाद तेजी, जानें शेयर की नई कीमत
Global Ocean Logistics IPO BSE SME पर ₹78 के इश्यू प्राइस पर लिस्ट हुआ। जानें शेयर प्राइस, लिस्टिंग गेन, IPO सब्सक्रिप्शन, फंड उपयोग और कंपनी की वित्तीय स्थिति। निवेश से पहले पूरी जानकारी यहां पढ़ें।

Global Ocean Logistics IPO Listing ने शेयर बाजार में भले ही धीमी शुरुआत की हो लेकिन कुछ ही समय में इसने निवेशकों का ध्यान अपनी ओर खींच लिया। ₹78 के इश्यू प्राइस पर आया यह आईपीओ आज BSE SME प्लेटफॉर्म पर लिस्ट हुआ जहां इसकी एंट्री ₹79.20 पर हुई। इस तरह आईपीओ निवेशकों को करीब 1.54% का लिस्टिंग गेन मिला। हालांकि शुरुआत में तेजी सीमित रही लेकिन लिस्टिंग के बाद शेयर में खरीदारी बढ़ी और यह उछलकर ₹82.40 तक पहुंच गया। इस स्तर पर आईपीओ निवेशक करीब 5.64% के मुनाफे में नजर आए जिससे साफ है कि बाजार धीरे-धीरे इस शेयर में भरोसा दिखा रहा है।
निवेशकों का शानदार रिस्पॉन्स
ग्लोबल ओशन लॉजिस्टिक्स का ₹30 करोड़ का आईपीओ 17 से 19 दिसंबर के बीच सब्सक्रिप्शन के लिए खुला था और इसे निवेशकों का शानदार रिस्पॉन्स मिला था। ओवरऑल यह आईपीओ 13.64 गुना सब्सक्राइब हुआ, जो SME सेगमेंट के लिहाज से मजबूत डिमांड को दर्शाता है। क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स के लिए आरक्षित हिस्सा 4.77 गुना भरा जबकि नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स का कोटा सबसे ज्यादा 29.47 गुना सब्सक्राइब हुआ। वहीं खुदरा निवेशकों ने भी इसमें अच्छा भरोसा दिखाया और उनका हिस्सा 11.90 गुना भर गया।
कहां लगाए जाएंगे पैसे?
इस आईपीओ के तहत कंपनी ने ₹10 फेस वैल्यू वाले कुल 38,99,200 नए शेयर जारी किए हैं। आईपीओ से जुटाई गई रकम में से ₹21.27 करोड़ का इस्तेमाल कंपनी अपनी वर्किंग कैपिटल जरूरतों को पूरा करने में करेगी जबकि बाकी पैसा सामान्य कॉरपोरेट उद्देश्यों के लिए लगाया जाएगा। इससे कंपनी की रोजमर्रा की गतिविधियों और बिजनेस विस्तार को सपोर्ट मिलने की उम्मीद है।
Global Ocean Services के नाम से भी जाना जाता है
Global Ocean Logistics जिसे Global Ocean Services के नाम से भी जाना जाता है। जनवरी 2021 में स्थापित एक फ्रेट फारवर्डिंग और लॉजिस्टिक्स कंपनी है। यह कंपनी सड़क, रेल, एयर और कोस्टल ट्रांसपोर्टेशन जैसे सभी प्रमुख माध्यमों के जरिए लॉजिस्टिक्स सेवाएं प्रदान करती है। कंपनी की मार्केटिंग ऑफिस विशाखापत्तनम, जयपुर, पुणे और तूतीकोरिन जैसे चार प्रमुख शहरों में मौजूद हैं और इसका कारोबार दुनिया भर के 263 बंदरगाहों से जुड़ा हुआ है।
कई सेवाएं शामिल
कंपनी की सेवाओं में ओशन फ्रेट फारवर्डिंग के तहत शिपिंग और कोस्टल ट्रांसपोर्टेशन, रोड और रेल के जरिए माल ढुलाई, एयर फ्रेट फारवर्डिंग के अंतर्गत एयर कार्गो, कंटेनर फ्रेट स्टेशन, कस्टम क्लियरेंस और अन्य लॉजिस्टिक्स से जुड़ी सेवाएं शामिल हैं। मल्टी-मॉडल ट्रांसपोर्टेशन की सुविधा होने के कारण कंपनी अलग-अलग सेक्टर के ग्राहकों की जरूरतें पूरी करने में सक्षम है।
कुछ वर्षों में देखने को मिला उतार-चढ़ाव
अगर कंपनी की वित्तीय सेहत की बात करें तो इसमें पिछले कुछ वर्षों में उतार-चढ़ाव जरूर देखने को मिला है। वित्त वर्ष 2023 में कंपनी ने ₹3.83 करोड़ का शुद्ध मुनाफा कमाया था, जो वित्त वर्ष 2024 में घटकर ₹2.63 करोड़ रह गया। हालांकि वित्त वर्ष 2025 में कंपनी ने जोरदार वापसी की और इसका शुद्ध मुनाफा बढ़कर ₹6.82 करोड़ पर पहुंच गया। इसी तरह कंपनी की टोटल इनकम भी वित्त वर्ष 2023 में ₹191.43 करोड़, वित्त वर्ष 2024 में ₹103.45 करोड़ और वित्त वर्ष 2025 में फिर बढ़कर ₹191.60 करोड़ हो गई। चालू वित्त वर्ष 2026 की बात करें तो अप्रैल से सितंबर 2025 की पहली छमाही में ही कंपनी ने ₹4.54 करोड़ का शुद्ध मुनाफा और ₹108.31 करोड़ की टोटल इनकम हासिल कर ली है। सितंबर 2025 के अंत तक कंपनी पर कुल कर्ज ₹4.17 करोड़ था जबकि इसके रिजर्व और सरप्लस ₹11.39 करोड़ के स्तर पर थे जो इसकी बैलेंस शीट को मजबूत बनाते हैं।
(डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। चेतना मंच की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।)
Global Ocean Logistics IPO Listing ने शेयर बाजार में भले ही धीमी शुरुआत की हो लेकिन कुछ ही समय में इसने निवेशकों का ध्यान अपनी ओर खींच लिया। ₹78 के इश्यू प्राइस पर आया यह आईपीओ आज BSE SME प्लेटफॉर्म पर लिस्ट हुआ जहां इसकी एंट्री ₹79.20 पर हुई। इस तरह आईपीओ निवेशकों को करीब 1.54% का लिस्टिंग गेन मिला। हालांकि शुरुआत में तेजी सीमित रही लेकिन लिस्टिंग के बाद शेयर में खरीदारी बढ़ी और यह उछलकर ₹82.40 तक पहुंच गया। इस स्तर पर आईपीओ निवेशक करीब 5.64% के मुनाफे में नजर आए जिससे साफ है कि बाजार धीरे-धीरे इस शेयर में भरोसा दिखा रहा है।
निवेशकों का शानदार रिस्पॉन्स
ग्लोबल ओशन लॉजिस्टिक्स का ₹30 करोड़ का आईपीओ 17 से 19 दिसंबर के बीच सब्सक्रिप्शन के लिए खुला था और इसे निवेशकों का शानदार रिस्पॉन्स मिला था। ओवरऑल यह आईपीओ 13.64 गुना सब्सक्राइब हुआ, जो SME सेगमेंट के लिहाज से मजबूत डिमांड को दर्शाता है। क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स के लिए आरक्षित हिस्सा 4.77 गुना भरा जबकि नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स का कोटा सबसे ज्यादा 29.47 गुना सब्सक्राइब हुआ। वहीं खुदरा निवेशकों ने भी इसमें अच्छा भरोसा दिखाया और उनका हिस्सा 11.90 गुना भर गया।
कहां लगाए जाएंगे पैसे?
इस आईपीओ के तहत कंपनी ने ₹10 फेस वैल्यू वाले कुल 38,99,200 नए शेयर जारी किए हैं। आईपीओ से जुटाई गई रकम में से ₹21.27 करोड़ का इस्तेमाल कंपनी अपनी वर्किंग कैपिटल जरूरतों को पूरा करने में करेगी जबकि बाकी पैसा सामान्य कॉरपोरेट उद्देश्यों के लिए लगाया जाएगा। इससे कंपनी की रोजमर्रा की गतिविधियों और बिजनेस विस्तार को सपोर्ट मिलने की उम्मीद है।
Global Ocean Services के नाम से भी जाना जाता है
Global Ocean Logistics जिसे Global Ocean Services के नाम से भी जाना जाता है। जनवरी 2021 में स्थापित एक फ्रेट फारवर्डिंग और लॉजिस्टिक्स कंपनी है। यह कंपनी सड़क, रेल, एयर और कोस्टल ट्रांसपोर्टेशन जैसे सभी प्रमुख माध्यमों के जरिए लॉजिस्टिक्स सेवाएं प्रदान करती है। कंपनी की मार्केटिंग ऑफिस विशाखापत्तनम, जयपुर, पुणे और तूतीकोरिन जैसे चार प्रमुख शहरों में मौजूद हैं और इसका कारोबार दुनिया भर के 263 बंदरगाहों से जुड़ा हुआ है।
कई सेवाएं शामिल
कंपनी की सेवाओं में ओशन फ्रेट फारवर्डिंग के तहत शिपिंग और कोस्टल ट्रांसपोर्टेशन, रोड और रेल के जरिए माल ढुलाई, एयर फ्रेट फारवर्डिंग के अंतर्गत एयर कार्गो, कंटेनर फ्रेट स्टेशन, कस्टम क्लियरेंस और अन्य लॉजिस्टिक्स से जुड़ी सेवाएं शामिल हैं। मल्टी-मॉडल ट्रांसपोर्टेशन की सुविधा होने के कारण कंपनी अलग-अलग सेक्टर के ग्राहकों की जरूरतें पूरी करने में सक्षम है।
कुछ वर्षों में देखने को मिला उतार-चढ़ाव
अगर कंपनी की वित्तीय सेहत की बात करें तो इसमें पिछले कुछ वर्षों में उतार-चढ़ाव जरूर देखने को मिला है। वित्त वर्ष 2023 में कंपनी ने ₹3.83 करोड़ का शुद्ध मुनाफा कमाया था, जो वित्त वर्ष 2024 में घटकर ₹2.63 करोड़ रह गया। हालांकि वित्त वर्ष 2025 में कंपनी ने जोरदार वापसी की और इसका शुद्ध मुनाफा बढ़कर ₹6.82 करोड़ पर पहुंच गया। इसी तरह कंपनी की टोटल इनकम भी वित्त वर्ष 2023 में ₹191.43 करोड़, वित्त वर्ष 2024 में ₹103.45 करोड़ और वित्त वर्ष 2025 में फिर बढ़कर ₹191.60 करोड़ हो गई। चालू वित्त वर्ष 2026 की बात करें तो अप्रैल से सितंबर 2025 की पहली छमाही में ही कंपनी ने ₹4.54 करोड़ का शुद्ध मुनाफा और ₹108.31 करोड़ की टोटल इनकम हासिल कर ली है। सितंबर 2025 के अंत तक कंपनी पर कुल कर्ज ₹4.17 करोड़ था जबकि इसके रिजर्व और सरप्लस ₹11.39 करोड़ के स्तर पर थे जो इसकी बैलेंस शीट को मजबूत बनाते हैं।
(डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। चेतना मंच की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।)












