Wednesday, 27 November 2024

दिल्ली पुलिस की महिला कांस्टेबल की हत्या का खुलासा: एक तरफा प्यार, हत्या और कॉल गर्ल कनेक्शन

Delhi Crime story : बुलंदशहर की रहने वाली दिल्ली पुलिस की पूर्व कांस्टेबल और UP पुलिस में सब इंस्पेक्टर चुनी…

दिल्ली पुलिस की महिला कांस्टेबल की हत्या का खुलासा: एक तरफा प्यार, हत्या और कॉल गर्ल कनेक्शन

Delhi Crime story : बुलंदशहर की रहने वाली दिल्ली पुलिस की पूर्व कांस्टेबल और UP पुलिस में सब इंस्पेक्टर चुनी गई महिला की हत्या के आरोप में तीन लोगों को क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया है। हत्या का खुलासा होने के बाद लोग हैरान है। पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर बुराड़ी के पुस्ता इलाके से लड़की का कंकाल भी बरामद कर लिया है। इस मर्डर केस में साजिश और कॉल गर्ल का एंगल भी सामने आया है। पुलिस आगे की जांच पड़ताल कर रही है।

2 साल पहले की थी हत्या

दरअसल दिल्ली पुलिस 2 साल से एक केस को सुलझाने की कोशिश कर रही थी। 2 साल से गायब एक महिला कांस्टेबल मोना की तलाश की जा रही थी। पुलिस ने इस मामले में एक हेड कांस्टेबल और उसके साले सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। लड़की मूल रूप से बुलंदशहर की रहने वाली थी। हत्या करने वाले का नाम सुरेंद्र है जो हेड कांस्टेबल है। सुरेंद्र का साथ उसके साले रविंद, राजपाल ने दिया। दरअसल पूर्व में कांस्टेबल रही लड़की मोना और मर्डर का आरोपी हेड कांस्टेबल सुरेंद्र सिंह राणा पहले एक साथ पीसीआर यूनिट में तैनात थे। मोना और सुरेंद्र एक दूसरे के अच्छे परिचित थे लेकिन सुरेंद्र मोना पर बुरी नजर रखने लगा था। सुरेंद्र मोना से एक तरफा प्यार करने लगा था साथ ही उससे संबंध बनाने की इच्छा भी रखता था। इसी दौरान मोना का यूपी पुलिस में सब इंस्पेक्टर पद पर सिलेक्शन हो गया और उसने दिल्ली पुलिस कांस्टेबल की नौकरी छोड़ दी लेकिन बुलंदशहर निवासी मोना आईपीएस बनना चाहती थी इसलिए उसने नौकरी छोड़ी और कोचिंग शुरु कर दी। सुरेंद्र मोना पर बुरी नजर रखता था लेकिन मोना इस बात का विरोध करती थी। इसी कारण सुरेंद्र ने मोना की गला दबाकर हत्या कर दी। हत्या के बाद उसकी लाश को नाले के पास दफन कर दिया और उस पर पत्थर डाल दिए।

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झूठी कहानी से परिवार को दिलाता था यकीन

हत्या के बाद बड़ी ही चालाकी से पुलिस और कांस्टेबल मोना के परिवार को 2 साल तक सुरेंद्र गुमराह करता रहा। वह कॉल गर्ल्स का अरेंजमेंट कर अपने साले के साथ होटल में भेज कर 2 साल तक मोना के परिवार को यह यकीन दिलाता रहा कि वह जिंदा है और खुद घर नहीं लौटना चाहती है। उसने कॉल गर्ल को मोना का पहचान पत्र देकर कॉविड वैक्सीन भी लगवाई और उसके सर्टिफिकेट को मोना के परिवार को दिखाकर कहा कि मोना जिंदा है घर लौटना नहीं चाहती है। सुरेंद्र और उसका साला परिवार और पुलिस को बेवकूफ बना रहे थे। सुरेंद्र मोना के परिवार से कहता था कि वह किसी शख्स के साथ चली गई और घर लौटना नहीं चाहती है। हत्या आरोपी सुरेंद्र मोना के बैंक खाते का भी इस्तेमाल किया करता था ताकि यह लगे की मोना जिंदा है और घर नहीं लौटना चाहती है। पुलिस ने पूरे मामले का खुलासा कर दिया है। पुलिस ने हेड कांस्टेबल समेत तीन लोगों गिरफ्तार किया है।

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