दिल्ली-एनसीआर का नया चमकता सितारा बनने को तैयार सोनीपत, नोएडा-गुरुग्राम को देने जा रहा कड़ी टक्कर

दिल्ली-एनसीआर का नया चमकता सितारा बनने को तैयार सोनीपत, नोएडा-गुरुग्राम को देने जा रहा कड़ी टक्कर
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calendar29 Nov 2025 11:06 AM
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Delhi-NCR : अब तक जब भी दिल्ली-NCR की बात होती थी, तो नोएडा और गुरुग्राम को ही विकास और निवेश का पर्याय माना जाता था। लेकिन अब एक नया शहर इस फेहरिस्त में तेजी से अपनी जगह बना रहा है सोनीपत। यह हरियाणा का एक जिला है, लेकिन आने वाले वर्षों में यह दिल्ली-एनसीआर की रियल एस्टेट और इंडस्ट्रियल मैप पर एक नई राजधानी के रूप में उभरने जा रहा है।

सोनीपत की बड़ी छलांग

दिल्ली से सिर्फ 40 किलोमीटर दूर स्थित सोनीपत अब निवेशकों, रियल एस्टेट कंपनियों और युवाओं की पहली पसंद बनता जा रहा है। नोएडा और गुरुग्राम में जहां प्रॉपर्टी की कीमतें आसमान छू रही हैं, वहीं सोनीपत में उसी तरह की सुविधाएं आधी से भी कम कीमत में उपलब्ध हैं। यही वजह है कि यहां की जमीन और फ्लैट्स की मांग तेजी से बढ़ रही है।

कुंडली बना नया इंडस्ट्रियल पावरहाउस

सोनीपत के कुंडली इंडस्ट्रियल एरिया में बीते चार वर्षों में जमीन की कीमतों में 190% की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। जहां 2020 में जमीन 21,000 प्रति वर्ग गज थी, वहीं अब वही प्लॉट 61,000 में बिक रहा है। यह क्षेत्र अब छोटे-बड़े उद्योगों, वेयरहाउस और रेजिडेंशियल प्रोजेक्ट्स के लिए एक प्रमुख हब बन चुका है। इन्फ्रास्ट्रक्चर के मोर्चे पर भी सोनीपत को बड़ी बढ़त मिलने जा रही है। दिल्ली मेट्रो की येलो लाइन का विस्तार अब सीधे सोनीपत तक किया जा रहा है, जिससे साल 2028 तक सोनीपत के लोग सिर्फ 45 मिनट में कनॉट प्लेस पहुंच सकेंगे। अर्बन एक्सटेंशन रोड भी तैयार हो चुका है, जिससे अब एयरपोर्ट भी महज 45 मिनट की दूरी पर रह गया है।

कम कीमत, बेहतर सुविधाएं

जहां गुरुग्राम में फ्लैट की कीमतें 8000 से 15,000 प्रति वर्ग फीट तक हैं, वहीं सोनीपत में यही संपत्ति 4500 से 6500 प्रति वर्ग फीट में मिल रही है। यही नहीं, यहां कंपनियों के आॅफिस, फैक्ट्रियों और कर्मचारियों के लिए सस्ती और बेहतर रेजिडेंशियल योजनाएं उपलब्ध हैं। सोनीपत में काम करने वाले युवाओं के लिए यह शहर किसी वरदान से कम नहीं। यहां रियल एस्टेट की किफायती दरों के साथ-साथ बेहतर जीवनशैली और इन्फ्रास्ट्रक्चर भी उपलब्ध है। इंडिया ब्रांड इक्विटी फाउंडेशन की रिपोर्ट के मुताबिक, 2024 में दिल्ली-एनसीआर के लग्जरी हाउसिंग सेगमेंट में 85% की ग्रोथ दर्ज हुई, जिसमें सोनीपत की भागीदारी उल्लेखनीय रही।

सोनीपत : भविष्य की स्मार्ट सिटी

आज जब दिल्ली-NCR के पारंपरिक शहरों में भीड़, महंगाई और जाम जैसी समस्याएं बढ़ रही हैं, ऐसे में सोनीपत एक सुनहरा विकल्प बनकर उभरा है जहां भविष्य की योजनाएं भी हैं और वर्तमान की जरूरतों का समाधान भी। अगर आप एनसीआर में निवेश का सोच रहे हैं, तो अब केवल नोएडा या गुरुग्राम की ओर देखने की जरूरत नहीं। सोनीपत वह शहर है, जो दिल्ली से कनेक्टिविटी, विकास और बेहतर जीवन की नई कहानी लिख रहा है।
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स्कूलों की मनमानी पर लगेगा ब्रेक, आ रहा है दिल्ली सरकार का सख्त बिल

स्कूलों की मनमानी पर लगेगा ब्रेक, आ रहा है दिल्ली सरकार का सख्त बिल
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calendar02 Aug 2025 09:04 PM
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दिल्ली सरकार राजधानी के निजी स्कूलों में हो रही अनियंत्रित फीस वृद्धि पर सख्ती बरतने की तैयारी में है। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने शनिवार को इस दिशा में बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि आगामी मानसून सत्र में उनकी सरकार एक विशेष विधेयक पेश करेगी, जो शिक्षा व्यवस्था में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने की दिशा में निर्णायक कदम होगा।  Delhi Samachar

मुख्यमंत्री ने बताया कि यह विधेयक 29 अप्रैल को कैबिनेट द्वारा अनुमोदित उस अध्यादेश पर आधारित होगा, जिसमें निजी स्कूलों द्वारा मनमाने ढंग से फीस बढ़ाने पर सख्त दंडात्मक प्रावधान किए गए हैं। प्रस्तावित कानून के तहत यदि कोई स्कूल पहली बार नियमों का उल्लंघन करता है, तो उस पर ₹1 लाख से ₹5 लाख तक का जुर्माना लगाया जाएगा। वहीं, बार-बार उल्लंघन की स्थिति में यह राशि ₹2 लाख से ₹10 लाख तक हो सकती है।

यही नहीं, यदि स्कूल नियत समयसीमा में अभिभावकों की अतिरिक्त वसूली गई फीस वापस नहीं करता, तो हर 20 दिन की देरी पर दंडात्मक राशि क्रमशः दोगुनी, तिगुनी होती चली जाएगी। निरंतर उल्लंघन की स्थिति में स्कूल प्रबंधन के सदस्यों को प्रशासनिक पदों पर रहने से अयोग्य घोषित किया जा सकता है और उन्हें भविष्य में शुल्क संशोधन का प्रस्ताव लाने का अधिकार भी नहीं मिलेगा।

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दिल्ली विधानसभा बनेगी पूरी तरह डिजिटल

मुख्यमंत्री ने प्रशासनिक व्यवस्था में डिजिटलीकरण की दिशा में एक और अहम पहल की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि अब दिल्ली विधानसभा पूरी तरह पेपरलेस यानी ई-विधानसभा के रूप में कार्य करेगी। यह हमारे लिए गर्व का विषय है कि दिल्ली विधानसभा अब पर्यावरण के प्रति जिम्मेदार और डिजिटल दृष्टिकोण के साथ काम करेगी," उन्होंने कहा। उन्होंने यह भी बताया कि विधानसभा भवन अब शत-प्रतिशत सौर ऊर्जा पर आधारित है, जिससे इसे एक आदर्श और सतत विधानसभा के रूप में स्थापित किया गया है।मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि दिल्ली सचिवालय को भी कागज़ रहित बनाने की दिशा में ठोस प्रयास जारी हैं, जो सरकार के व्यापक डिजिटल गवर्नेंस और ग्रीन एनर्जी एजेंडे का हिस्सा है।

मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने साफ किया कि उनकी सरकार नीति निर्माण में दूरदृष्टि अपनाते हुए ऐसे फैसले ले रही है, जो दिल्ली के संतुलित और टिकाऊ विकास को गति दें। उनके नेतृत्व में यह दिल्ली विधानसभा का तीसरा सत्र होगा, जिसमें शिक्षा सुधार, प्रशासनिक पारदर्शिता और तकनीकी आधुनिकीकरण को प्राथमिकता दी जा रही है।  Delhi Samachar

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DMRC की स्मार्ट पहल, अब चलती मेट्रो में नहीं घिसटेगा कोई सामान या कपड़ा

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calendar02 Aug 2025 07:03 PM
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दिल्ली मेट्रो में सफर करने वाले यात्रियों के लिए राहत भरी खबर है। अक्सर देखा गया है कि मेट्रो के दरवाजे बंद होते समय यात्रियों का दुपट्टा, बैग या साड़ी का पल्लू फंस जाता है, जिससे कई बार हादसे जैसी स्थिति बन जाती है। अब इस खतरे को पूरी तरह खत्म करने के लिए दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (DMRC) एक नई तकनीक पर काम कर रहा है। Delhi Metro 

खुद-ब-खुद लगेगी इमरजेंसी ब्रेक

DMRC ने फिलहाल ट्रायल के तौर पर एक मेट्रो ट्रेन में इस तकनीक को इंस्टॉल किया है जबकि चार और ट्रेनों में इसे लगाया जा रहा है। इस सिस्टम की खासियत यह है कि अगर दरवाजे बंद होने के दौरान किसी कपड़े या सामान के फंसने की स्थिति बनती है, तो ट्रेन खुद-ब-खुद इमरजेंसी ब्रेक लगा देगी। यानी दरवाजों में फंसी चीजें घिसटने से बच जाएंगी और जान का खतरा टल जाएगा।

दबाव का तुरंत चलेगा पता

DMRC के मैनेजिंग डायरेक्टर विकास कुमार ने जानकारी दी कि यह एंटी-ड्रैग फीचर ट्रेनों के दरवाजों के बीच होने वाले दबाव का तुरंत पता लगाता है और इसी के आधार पर ट्रेन की गति रोकी जाती है। पहले दरवाजों में रुकावट पहचानने की क्षमता 15 मिमी थी जिसे अब घटाकर सिर्फ 7 मिमी कर दिया गया है ताकि पतले कपड़े भी पहचान में आ सकें।

कहां लगाई जाएगी यह तकनीक?

DMRC अधिकारियों के अनुसार, यह तकनीक फिलहाल पुरानी मेट्रो लाइनों में ही जरूरी है क्योंकि नई लाइनों जैसे पिंक और मैजेंटा में पहले से ही प्लेटफॉर्म स्क्रीन डोर्स (PSD) लगे हैं, जो दरवाजों में किसी के फंसने की संभावना को बहुत हद तक खत्म कर देते हैं। आने वाले फेज 4 के सभी स्टेशनों पर PSD अनिवार्य रूप से लगाए जाएंगे। यात्रियों को और अधिक सतर्क करने के लिए DMRC मेट्रो ट्रेनों के अंदर घोषणाओं के जरिए भी जागरूकता फैला रहा है। यात्रियों को साड़ी, दुपट्टा, धोती या बैग के स्ट्रैप आदि का खास ध्यान रखने की सलाह दी जा रही है।

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यात्रियों की सुविधाओं का रखा जा रहा ख्याल

इस नई पहल से दिल्ली मेट्रो न केवल सफर को और सुरक्षित बनाने की दिशा में एक कदम आगे बढ़ा रही है, बल्कि तकनीक के जरिए यात्रियों की छोटी-छोटी असुविधाओं को भी गंभीरता से ले रही है। Delhi Metro