Noida News : नोएडा। मध्यम वर्गीय परिवार के लोगों को गल्फ देशों में अच्छी नौकरी का लालच देकर ठगने वाले अंतर्राज्यीय गैंग में डाक्टर से लेकर टेक्निकल सदस्य भी शामिल हैं। कबूतरबाजी गैंग ने अब तक 2 हजार से अधिक लोगों को गल्फ देशों में नौकरी दिलाने का सपना दिखाकर करोड़ों रूपये ठग लिए हैं।
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एडीसीपी आशुतोष द्विवेदी ने एक प्रेसवार्ता में बताया कि पुलिस ने थाना सेक्टर-20 क्षेत्र के सेक्टर-27 से इस अंतर्राज्यीय गिरोह के दो सदस्य सुधीर सिंह पुत्र रामजी सिंह निवासी ग्राम देवरिया थाना महाराजगंज जिला सिवान बिहार तथा हामिद पुत्र करीम निवासी ग्राम धरमौली थाना स्याम दवरूवा जिला महाराजगंज उप्र हाल पता खोड़ा कालोनी को गिरफ्तार किया है। इनके पास से 80 पासपोर्ट, 22 फर्जी आधारकार्ड, प्रिंटर, 3 मोबाइल फोन, 1 डेस्क टॉप, 1 सीपीयू, एक लैपटॉप तथा 4 लाख, 24 हजार रूपये की नकदी बरामद की है। इन कबूतरबाजों के खिलाफ अंकुर कुमार सिंह पुत्र अशोक सिंह नि0 पोस्ट बटलही रूद्रपुर देवरिया उत्तर प्रदेश ने रिपोर्ट दर्ज करायी थी। अंकुर के साथ ही 15 और व्यक्तियों को इराक में नौकरी दिलाने के नाम पर 65000 से लेकर 1 लाख रूपए तक लिए गए थे।
एडीसीपी ने बताया कि अभियुक्तों द्वारा अपनी पहचान छिपा कर एक कार्यालय किराए पर लिया जाता है, तथा अम्बा इन्टरप्राइजेस नाम से फर्जी कम्पनी तैयार की गई तथा GULF Course नाम से फेस-बुक पर फर्जी अकाउंट बनाकर गल्फ देशों में जिनमें मुख्य: इराक, दुबई, बहरीन आदि, नौकरी लगवाने का विज्ञापन प्रसारित किया जाता था । इस विज्ञापन को देखकर मध्यम वर्गीय गरीब परिवार के लोग नौकरी लेने के लिए विज्ञापन में लिखित मो0 नम्बरों से उक्त गैंग द्वारा स्थापित किए गए अस्थाई कार्यालय में गैंग के सदस्यों से संपर्क करते है । इसके बाद गैंग द्वारा लोगों को कार्यालय बुलाकर गल्फ देशों में नौकरी लगवाने के नाम की फर्जी प्रक्रिया समझायी जाती थी। इस प्रक्रिया के तहत यह अपराधी आवेदनकर्ताओं से उनका पासपोर्ट ले लिया जाता है तथा फर्जी वीजा एवं एयर लाइन्स के फर्जी टिकट तैयार किये जाते हैं। इसी दौरान पूर्व से निर्धारित योजना के मुताबिक आवेदनकर्ताओं का फर्जी चिकित्सीय परीक्षण भी कराया जाता है। इसी प्रक्रिया के दौरान यह अपराधी आवेदनकर्ताओं से करीब 65 हजार से एक लाख रूपये की धनराशि प्रत्येक व्यक्ति के हिसाब से अकाउंट में ट्रांन्सफर एवं नगद रूप में वसूल कर ली जाती है। जब आवेदनकर्ताओं की संख्या अत्यधिक हो जाती है तो यह सभी अपराधी अपना कार्यालय एवं मोबाइल फोन बन्द करके फरार हो जाते हैं। यह गैंग पिछले 4-5 महीने से नोएडा में सक्रिय था। इस गैंग ने पिछले 4 महीने के दौरान अपने बैंक एकाउंट से 60 लाख रूपए निकाले हैं। इनके 12 बैंक खाते पता चले हैं जिनमें से 3 को सीज कर दिया गया है जिसमें 5 लाख रूपए भी सीज हुए हैं।
अभियुक्त सुधीर ग्रेजुएट एवं हमीद इण्टर पास है। अभियुक्त सुधीर पूर्व मे दुबई में पल्मबर की नौकरी के लिए गया था लेकिन कोविड-19 के लॉक डाउन की वजह से इसके बाद इसने कुछ समय हल्दीराम कम्पनी में नौकरी की इसके बाद यह इस धोखाधडी के कार्य में शामिल हो गया।
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गैंग के अपराधियों द्वारा 4 माह पूर्व नोएडा के सेक्टर-27 में खोले गए ऑफिस में अब तक करीब 75-80 व्यक्तियो के साथ विदेश में नौकरी लगवाने के नाम पर धोखाधडी कर रूपये हडप लिए गए। अभियुक्त हमीद उर्फ करीम गैंग का मास्टर माइन्ड है यह ऑफिस में मेन चेयर पर बैठकर पूरे ऑफिस का कार्य देखता था। ऑफिस में जो कोई व्यक्ति आता था उससे बात चीत कर अपने जाल में फंसा लेता था।
Noida Crime News : कबूतरबाज गैंग के दो जालसाज गिरफ्तार
फरार अभियुक्त डा0 दानिश द्वारा गैंग की योजना के अनुसार आवेदनकर्ताओं के फर्जी चिकित्सीय परीक्षण तैयार किए जाते थे। फर्जी चिकित्सीय प्रमाण-पत्र का प्रत्येक आवेदनकर्ता से 5000/-रू0 वसूले जाते थे । इस मामले में अभी मो0 फिरोज निवासी न्यू फ्रैडस कालोनी दिल्ली, वैद्यनाथ यादव पुत्र लालधर यादव नि0 ग्राम मदनपुर खादर दिल्ली, मुस्तकीम उर्फ समीर नि0 संगम विहार दिल्ली, डा0 दानिश नि0 न्यू फ्रैडस कालोनी दिल्ली व कुलदीप नि0 न्यू फ्रैडस कालोनी दिल्ली फरार है। जिनकी तलाश की जा रही है।