यूपी में साहिबाबाद को स्मार्ट सिटी जैसा लुक देने की तैयारी, यूरोपीय शहरों को देगा टक्कर

अब सड़कें नहीं रहेंगी बदहाल, होगा स्थायी समाधान
यहां पर दो चरणों में सड़कों का कायाकल्प किया जाएगा। पहले चरण में 17 सड़कों का निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा। जिसका अनुमानित खर्च 12 करोड़ रुपया आंका गया है। इससे जो मुख्य कार्य किए जाएंगे उनमें एस-ब्लॉक और बनाना ट्री होटल के पीछे की आरसीसी सड़क का निर्माण किया जाना है। इसके दूसरे चरण में 19 नई सड़कों के निर्माण का प्रस्ताव रखा गया है जिसकी अनुमानित लागत 14 करोड़ रुपया है। इसका टेंडर प्रक्रिया भी शुरू हो गया है।अतिरिक्त सहायता दी गई
40 करोड़ की मंजूरी टूटी हुई सड़कों की मरम्मत के लिए दिया गया है। इससे हजारों लोगों को गड्ढों और धूलभरी सड़कों से राहत मिलेगी। 14,000 वर्ग मीटर क्षेत्रफल में रामलीला पार्क का कायाकल्प किया जाएगा। हरियाली और आरामदायक वातावरण का ख्याल रखा जाएगा। यहां वॉकिंग ट्रैक, सुंदर फव्वारे और सघन पौधारोपण किया जाएगा। जिसपर 50 लाख रुपये का खर्च आएगा।कार्यों की रूपरेखा तैयार, कंसल्टेंट की नियुक्ति हो चुकी
ग्रीन बेल्ट के लिए 1 करोड़ का प्रस्ताव भेजा गया है। मंजूरी मिलने के बाद औद्योगिक क्षेत्र के आसपास हरियाली को बढ़ावा दिया जाएगा। भव्य प्रवेश द्वारों बनाए जाएंगे जिससे पहचान और गौरव बढ़ेगा। साइट-4 में 7 मीटर ऊंचा प्रवेश द्वार 1 करोड़ की लागत से बनाया जाएगा। जो नमो भारत स्टेशन के पास होगा। इसके साथ ही कौशांबी-वसुंधरा मार्ग पर द्वार बनाया जाएगा, जिसकी लागत 46 लाख रुपये होगी। इन सभी की मंजूरी मिल चुकी है। यह द्वार न केवल सुंदरता बढ़ाएंगे, बल्कि पूरे क्षेत्र की अलग पहचान भी बनाएंगे।स्मार्ट सुरक्षा और रोशनी से सजेगा इलाका
साइट-4 में सीसीटीवी कैमरे और स्ट्रीट लाइट लग चुकी हैं। जिसपर 10 करोड़ की लागत आई है। रात के समय सुरक्षा और दृश्यता अब बेहतर होगी। यह क्षेत्र रोशनी से सजेगा जिससे यह इलाका जगमगा जाएगा। पुलिया का निर्माण किया जाएगा जिससे इससे भारी वाहन और औद्योगिक सामग्री के ट्रांसपोर्टेशन में सहूलियत होगी। यह पूरी परियोजना न केवल एक क्षेत्रीय कायाकल्प है, बल्कि यह यूपी के औद्योगिक विकास और "नए भारत की नई तस्वीर" का हिस्सा है। साहिबाबाद अब सिर्फ एक औद्योगिक क्षेत्र नहीं, बल्कि स्मार्ट इंफ्रास्ट्रक्चर, बेहतर जीवन और आधुनिक सुविधाओं का केंद्र बनने की राह पर है। Ghaziabad Newsस्टार्टअप और छोटे उद्योगों को मिलेगा मंच, सेक्टर-10 और 28 में बनेगी फ्लैटेड फैक्टरी
ग्रेटर नोएडा– नोएडा की खबरों से अपडेट रहने के लिए चेतना मंच से जुड़े रहें। देश–दुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें।अगली खबर पढ़ें
अब सड़कें नहीं रहेंगी बदहाल, होगा स्थायी समाधान
यहां पर दो चरणों में सड़कों का कायाकल्प किया जाएगा। पहले चरण में 17 सड़कों का निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा। जिसका अनुमानित खर्च 12 करोड़ रुपया आंका गया है। इससे जो मुख्य कार्य किए जाएंगे उनमें एस-ब्लॉक और बनाना ट्री होटल के पीछे की आरसीसी सड़क का निर्माण किया जाना है। इसके दूसरे चरण में 19 नई सड़कों के निर्माण का प्रस्ताव रखा गया है जिसकी अनुमानित लागत 14 करोड़ रुपया है। इसका टेंडर प्रक्रिया भी शुरू हो गया है।अतिरिक्त सहायता दी गई
40 करोड़ की मंजूरी टूटी हुई सड़कों की मरम्मत के लिए दिया गया है। इससे हजारों लोगों को गड्ढों और धूलभरी सड़कों से राहत मिलेगी। 14,000 वर्ग मीटर क्षेत्रफल में रामलीला पार्क का कायाकल्प किया जाएगा। हरियाली और आरामदायक वातावरण का ख्याल रखा जाएगा। यहां वॉकिंग ट्रैक, सुंदर फव्वारे और सघन पौधारोपण किया जाएगा। जिसपर 50 लाख रुपये का खर्च आएगा।कार्यों की रूपरेखा तैयार, कंसल्टेंट की नियुक्ति हो चुकी
ग्रीन बेल्ट के लिए 1 करोड़ का प्रस्ताव भेजा गया है। मंजूरी मिलने के बाद औद्योगिक क्षेत्र के आसपास हरियाली को बढ़ावा दिया जाएगा। भव्य प्रवेश द्वारों बनाए जाएंगे जिससे पहचान और गौरव बढ़ेगा। साइट-4 में 7 मीटर ऊंचा प्रवेश द्वार 1 करोड़ की लागत से बनाया जाएगा। जो नमो भारत स्टेशन के पास होगा। इसके साथ ही कौशांबी-वसुंधरा मार्ग पर द्वार बनाया जाएगा, जिसकी लागत 46 लाख रुपये होगी। इन सभी की मंजूरी मिल चुकी है। यह द्वार न केवल सुंदरता बढ़ाएंगे, बल्कि पूरे क्षेत्र की अलग पहचान भी बनाएंगे।स्मार्ट सुरक्षा और रोशनी से सजेगा इलाका
साइट-4 में सीसीटीवी कैमरे और स्ट्रीट लाइट लग चुकी हैं। जिसपर 10 करोड़ की लागत आई है। रात के समय सुरक्षा और दृश्यता अब बेहतर होगी। यह क्षेत्र रोशनी से सजेगा जिससे यह इलाका जगमगा जाएगा। पुलिया का निर्माण किया जाएगा जिससे इससे भारी वाहन और औद्योगिक सामग्री के ट्रांसपोर्टेशन में सहूलियत होगी। यह पूरी परियोजना न केवल एक क्षेत्रीय कायाकल्प है, बल्कि यह यूपी के औद्योगिक विकास और "नए भारत की नई तस्वीर" का हिस्सा है। साहिबाबाद अब सिर्फ एक औद्योगिक क्षेत्र नहीं, बल्कि स्मार्ट इंफ्रास्ट्रक्चर, बेहतर जीवन और आधुनिक सुविधाओं का केंद्र बनने की राह पर है। Ghaziabad Newsस्टार्टअप और छोटे उद्योगों को मिलेगा मंच, सेक्टर-10 और 28 में बनेगी फ्लैटेड फैक्टरी
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