यूक्रेन पर कब्जे की तैयारी, ड्रोन और गाइडेड बमों की बारिश के बीच रूस की बढ़त

रूसी रक्षा मंत्रालय के अनुसार, बीते 24 घंटों में उसकी सेना ने यूक्रेन के कई अहम ठिकानों पर हमले किए। इनमें सैन्य उत्पादन से जुड़े केंद्र, ऊर्जा से जुड़ा बुनियादी ढांचा, परिवहन और लॉजिस्टिक नेटवर्क शामिल बताए गए हैं। रूस का कहना है कि इन हमलों से यूक्रेनी सेना की संचालन क्षमता पर असर पड़ा है।

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युद्धरत रूस
locationभारत
userयोगेन्द्र नाथ झा
calendar22 Dec 2025 02:54 PM
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Russia-Ukraine war : रूस-यूक्रेन युद्ध थमने के बजाय और ज्यादा तेज होता नजर आ रहा है। ताजा घटनाक्रम में रूस ने दावा किया है कि उसकी सेना यूक्रेन की लगभग सभी प्रमुख फ्रंटलाइनों पर आगे बढ़ रही है। हाल के दिनों में ड्रोन, गाइडेड एरियल बम और मिसाइल हमलों की संख्या में तेज बढ़ोतरी देखी गई है। रूसी रक्षा मंत्रालय के अनुसार, बीते 24 घंटों में उसकी सेना ने यूक्रेन के कई अहम ठिकानों पर हमले किए। इनमें सैन्य उत्पादन से जुड़े केंद्र, ऊर्जा से जुड़ा बुनियादी ढांचा, परिवहन और लॉजिस्टिक नेटवर्क शामिल बताए गए हैं। रूस का कहना है कि इन हमलों से यूक्रेनी सेना की संचालन क्षमता पर असर पड़ा है।

यूक्रेन की प्रतिक्रिया

यूक्रेन के सशस्त्र बलों के जनरल स्टाफ ने स्वीकार किया है कि कुछ इलाकों में रूसी हमलों का दबाव काफी बढ़ गया है, जिसके चलते उनकी सेनाओं को रणनीतिक रूप से पीछे हटना पड़ा। हालांकि, यूक्रेन का यह भी दावा है कि कई मोर्चों पर रूसी हमलों को रोका गया है। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की के मुताबिक, सिर्फ एक हफ्ते के भीतर रूस ने लगभग 1,300 ड्रोन, करीब 1,200 गाइडेड एरियल बम का इस्तेमाल किया। उनका कहना है कि यह हमले सिर्फ सैन्य नहीं, बल्कि देश की ऊर्जा और नागरिक व्यवस्था को कमजोर करने की कोशिश भी हैं।क्या रूस बड़े कब्जे की तैयारी में हैयह सवाल सबसे अहम है, लेकिन इसका जवाब सीधा हां या नहीं में देना मुश्किल है। विशेषज्ञों के अनुसार रूस फिलहाल तेज कब्जे के बजाय यूक्रेन को धीरे-धीरे कमजोर करने की नीति पर काम कर रहा है। लगातार हमलों का उद्देश्य यूक्रेनी सेना, उसकी सप्लाई और एयर डिफेंस सिस्टम को थकाना हो सकता है। रूस को कुछ इलाकों में जमीन पर बढ़त जरूर मिली है, लेकिन यह अब तक ऐसा निर्णायक हमला नहीं माना जा रहा जिससे पूरे देश पर नियंत्रण संभव होदबाव की राजनीति

इतने बड़े पैमाने पर हमले पश्चिमी देशों को यह संदेश देने की कोशिश भी हो सकते हैं कि रूस लंबी जंग के लिए तैयार है और पीछे हटने के मूड में नहीं है। फिलहाल जो हालात दिख रहे हैं, उनसे यही संकेत मिलता है कि रूस का लक्ष्य तुरंत पूरे यूक्रेन पर कब्जा करना नहीं

बल्कि ज्यादा से ज्यादा रणनीतिक इलाकों पर नियंत्रण, यूक्रेन को कमजोर करना और भविष्य की बातचीत में मजबूत स्थिति बनाना है। 

यह युद्ध अभी लंबा चल सकता है और दोनों पक्षों के दावों को संतुलन के साथ समझना जरूरी है। 

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उस्मान हादी के जनाजे से पहले बांग्लादेश में तनाव, अमेरिका ने जारी किया अलर्ट

शनिवार, 20 दिसंबर को उनके अंतिम संस्कार और जनाजे की नमाज प्रस्तावित है, जिसे लेकर राजधानी ढाका समेत कई इलाकों में हिंसा और अशांति फैलने की आशंका जताई जा रही है। इसी कारण अमेरिका सहित कई देशों ने अपने नागरिकों को सतर्क रहने की सलाह दी है।

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बांग्लादेश में बिगड़े हालात
locationभारत
userयोगेन्द्र नाथ झा
calendar20 Dec 2025 01:56 PM
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बांग्लादेश में तनाव : बांग्लादेश में छात्र नेता उस्मान हादी की मौत के बाद हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं। शनिवार, 20 दिसंबर को उनके अंतिम संस्कार और जनाजे की नमाज प्रस्तावित है, जिसे लेकर राजधानी ढाका समेत कई इलाकों में हिंसा और अशांति फैलने की आशंका जताई जा रही है। इसी कारण अमेरिका सहित कई देशों ने अपने नागरिकों को सतर्क रहने की सलाह दी है।

अमेरिका ने सेफ्टी एडवाइजरी जारी की

अमेरिका ने शनिवार को बांग्लादेश में रह रहे अपने नागरिकों के लिए ट्रैवल और सेफ्टी एडवाइजरी जारी की। इसमें चेतावनी दी गई है कि हादी की मौत के विरोध में होने वाले प्रदर्शन किसी भी समय उग्र रूप ले सकते हैं। लोगों से कहा गया है कि वे भीड़-भाड़ वाले इलाकों, रैलियों और विरोध प्रदर्शनों से दूरी बनाए रखें।

ढाका में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुए

हादी की मौत के बाद शुक्रवार को ढाका में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुए। प्रदर्शनकारियों ने कथित तौर पर सार्वजनिक और निजी संपत्तियों को नुकसान पहुँचाया। हालात उस समय और बिगड़ गए जब राजधानी में दो प्रमुख मीडिया संस्थानों के कार्यालयों में आगजनी की घटनाएँ सामने आईं। अमेरिकी एडवाइजरी में यह भी कहा गया है कि अंतिम संस्कार के दौरान यातायात व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हो सकती है। भारी भीड़ और सड़क जाम की वजह से लोगों को आने-जाने में परेशानी हो सकती है। इसके साथ ही चेतावनी दी गई है कि शांतिपूर्ण सभाएँ भी अचानक हिंसक रूप ले सकती हैं।

हादी की मौत पर एक दिन के राजकीय शोक की घोषणा 

इस बीच, बांग्लादेश सरकार ने उस्मान हादी की मौत पर एक दिन के राजकीय शोक की घोषणा की है। सरकार की ओर से आम लोगों से जनाजे में बड़ी संख्या में शामिल होने की अपील की गई है। हालांकि, बीते दो दिनों से जारी हिंसा को देखते हुए आशंका जताई जा रही है कि अंतिम संस्कार के बाद स्थिति और अधिक तनावपूर्ण हो सकती है। इन्हीं परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए विदेशी नागरिकों और स्थानीय लोगों को अलर्ट रहने, अनावश्यक यात्रा से बचने और हालात पर नजर रखने की सलाह दी गई है।

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खाड़ी में बढ़ी निगरानी: सऊदी ने 24 हजार पाकिस्तानियों को वापस भेजा

FIA के आकलन के अनुसार, कुछ नेटवर्क धार्मिक यात्रा और पर्यटन के नाम पर वीज़ा लेकर सऊदी पहुंचते थे और फिर सार्वजनिक जगहों पर भीख मांगने लगते थे। इस वजह से सऊदी प्रशासन ने कार्रवाई तेज की और ऐसे लोगों को डिपोर्ट किया गया।

सऊदी-यूएई में नियम कड़े पाकिस्तानी यात्रियों की जांच बढ़ी
सऊदी-यूएई में नियम कड़े: पाकिस्तानी यात्रियों की जांच बढ़ी
locationभारत
userअभिजीत यादव
calendar19 Dec 2025 11:41 AM
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Saudi Arabia News : सऊदी अरब ने भीख मांगने के आरोपों को लेकर बड़ी कार्रवाई करते हुए 24,000 पाकिस्तानी नागरिकों को देश से बाहर भेज दिया है। पाकिस्तान में यह मामला इसलिए भी चर्चा में है, क्योंकि सऊदी अधिकारियों ने इस प्रवृत्ति को देश की छवि और पवित्र स्थलों की गरिमा से जोड़ते हुए कड़ा संदेश दिया है। पाकिस्तान की फेडरल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (FIA) के प्रमुख रिफ्फत मुख्तार ने संसद की एक समिति के सामने बताया कि सऊदी अरब में ऐसे कई मामले सामने आए, जिनमें उमराह और टूरिस्ट वीज़ा का दुरुपयोग कर लोग मक्का-मदीना समेत धार्मिक स्थलों के आसपास भीख मांगते पाए गए। FIA के मुताबिक, इस साल अकेले भीख मांगने के आरोपों में 24 हजार से अधिक लोगों को वापस भेजा गया। FIA के आकलन के अनुसार, कुछ नेटवर्क धार्मिक यात्रा और पर्यटन के नाम पर वीज़ा लेकर सऊदी पहुंचते थे और फिर सार्वजनिक जगहों पर भीख मांगने लगते थे। इस वजह से सऊदी प्रशासन ने कार्रवाई तेज की और ऐसे लोगों को डिपोर्ट किया गया।

खाड़ी देशों में बढ़ी निगरानी

विदेशों में संगठित भीख मांगने और कथित आपराधिक गतिविधियों को लेकर बढ़ती चिंताओं के बीच सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात ने पाकिस्तानी नागरिकों की स्क्रीनिंग और निगरानी बढ़ा दी है। पाकिस्तानी अधिकारियों के अनुसार, ऐसे मामलों से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंच रहा है। रिपोर्ट के मुताबिक, यूएई ने भी कई श्रेणियों में वीज़ा शर्तें सख्त की हैं और दावा किया गया है कि कुछ लोग वहां पहुंचकर नियमों का उल्लंघन या आपराधिक गतिविधियों में शामिल पाए गए। FIA के आंकड़ों का हवाला देते हुए बताया गया कि 2025 में एजेंसी ने हवाई अड्डों पर 66,154 यात्रियों को उतारा/रोका ताकि कथित तौर पर भीख मांगने वाले गिरोहों और अवैध प्रवासन पर लगाम लगाई जा सके। FIA प्रमुख रिफ्फत मुख्तार के अनुसार, यह समस्या सिर्फ खाड़ी देशों तक सीमित नहीं है। अफ्रीका और यूरोप की यात्राओं से जुड़े मामलों के साथ-साथ कंबोडिया और थाईलैंड जैसे देशों में भी टूरिस्ट वीज़ा के दुरुपयोग से जुड़े केस सामने आए हैं।

अन्य देशों ने भी लौटाए लोग

रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि दुबई से करीब 6,000 और अजरबैजान से लगभग 2,500 पाकिस्तानी नागरिकों को भी इसी तरह के आरोपों के बीच वापस भेजा गया। बताया गया कि 2024 में सऊदी अधिकारियों ने पाकिस्तान से औपचारिक तौर पर आग्रह किया था कि उमराह वीज़ा के दुरुपयोग को रोका जाए। साथ ही यह चेतावनी भी दी गई थी कि यदि इस प्रवृत्ति पर रोक नहीं लगी, तो इसका असर पाकिस्तानी उमराह और हज यात्रियों की व्यवस्थाओं/प्रक्रियाओं पर भी पड़ सकता है। Saudi Arabia News

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