हिंडनबर्ग रिसर्च के द्वारा अडानी समूह के खिलाफ वित्तीय अनियमितताओं (Adani Scam) का आरोप लगाया है। और इस संबंध में अब बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष सुश्री मायावती ने सरकार से इस मुद्दे पर आगामी संसद सत्र में अपना पक्ष रखने को कहा। अमेरिकी फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च ने अडानी समूह के बारे में कहा कि इसे स्टॉक की हेराफेरी और लेखा संबंधी धोखाधडी में लिप्त पाया गया। हालांकि अडानी समूह ने भी हिंडनबर्ग की इस रिसर्च पर अपना जवाब देते हुए कहा कि, अमेरिकी फर्म की यह प्रक्रिया एकतरफा है एवं वे उनकी शेयर बिक्री को प्रभावित करना चाहते हैं।
मायावती ने इस संबंध में किया ट्वीट
मायावती ने हिंडनबर्ग रिसर्च की अडानी समूह पर जारी की गयी इस रिपोर्ट और लगाए गए आरोपों ( Adani Scam) पर सरकार से जवाब मांगते हुए तीन ट्वीट किये। जिसमें उन्होंने लिखा कि, ” 1. देश में पिछले दो दिनों से गणतंत्र दिवस से ज्यादा प्रमुख अदाणी उद्योग ग्रुप के सम्बंध में अमेरिकी फर्म हिण्डनबर्ग की आई निगेटिव रिपोर्ट व उसका शेयर बाजार पर व्यापक बुरा प्रभाव आदि काफी चर्चाओं में है। सरकार चुप है जबकि देश के करोड़ों लोगों की गाढ़ी कमाई उससे जुड़ी हुई है।
2. शेयरों में धोखाधड़ी आदि के आरोपों के बाद अदाणी की सम्पत्ति में 22.6 अरब डालर की कमी व उनके विश्व रैंकिंग घटने से ज्यादा लोग इससे चिन्तित हैं कि सरकार ने ग्रुप में जो भारी निवेश कर रखा है उसका क्या होगा? अर्थव्यवस्था का क्या होगा? बेचैनी व चिन्ता स्वाभाविक। समाधान जरूरी।
3.संसद के 31 जनवरी से शुरू हो रहे बजट सत्र के प्रारंभ में ही सरकार को इस मुद्दे पर विस्तार से स्वयं ही वक्तव्य सदन के दोनों सदन में रखना चाहिए ताकि पूरे देश में व खासकर अर्बन मिडिल क्लास परिवारों में आर्थिक जगत तथा अदाणी ग्रुप आदि को लेकर छाई बेचैनी व मायूसी थोड़ी कम हो सके।
इन ट्वीट्स के माध्यम से बसपा अध्यक्ष मायावती ने सरकार की इस मुद्दे (Adani Scam) पर चुप्पी पर सवाल उठाये हैं।