कल यानी शुक्रवार से ‘2 Plus 2’ बातचीत शुरू हो रही है, जिसमें अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन भाग लेंगे । इस वार्ता में भारत की ओर से विदेश मंत्री एस जयशंकर और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी रहेंगे। यह वार्ता दोनों देशों के रक्षा और विदेश संबंधों को नया मोड़ देने के लिए है। ‘2 plus 2’ वार्ता के माध्यम से दोनों देशों के रणनीतिक रिश्तों का विस्तार से समीक्षा की जाएगी।
राष्ट्रपति जो बाइडेन और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दोनों देशों के संबंधों पर बहुत फोकस किया है, जो भारत के चीन और पाकिस्तान जैसे दुश्मनों को असुरक्षित महसूस करा रहे हैं। यह वार्ता भारत के लिए अमेरिका को अपना महत्त्वपूर्ण साथी बनाने का एक प्रमुख कदम हो सकती है। इससे भारतीय रक्षा समुदाय को बहुत लाभ हो सकता है और वे अब अमेरिका से नवीनतम तकनीक और रक्षा उत्पादों का उपयोग कर सकते हैं।
विशेषज्ञों के अनुसार, भारत और अमेरिका के रक्षा संबंध विशेष तौर पर महत्त्वपूर्ण हो सकते हैं, जैसे कि दोनों देशों के बीच रक्षा उत्पादन और नवाचार पर सहयोग। इस संबंध में अब तक कई विकसिति हुई है, जिससे दोनों देशों के रक्षा संबंध और साझेदारी में मजबूती आई है।
दोनों देशों का सम्बन्ध मज़बूत होने के संकेत
आपको बता दें कि विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन की भारत यात्रा से यह संकेत मिलता है कि दोनों देशों के बीच संबंधों में और गहराई और मजबूती देखने को मिलेगी। इससे न केवल रक्षा क्षेत्र में साझेदारी बढ़ेगी, बल्कि दोनों देशों के जीओ पॉलिटिक्स (Geo Politics) और ट्रेड (Trade) मामलों में भी सहयोग बढ़ेगा। इस वार्ता से स्पष्ट हो रहा है कि भारत और अमेरिका के बीच रक्षा संबंध गहराई और मजबूती से बढ़ रहे हैं, जो दोनों देशों के मध्य सशक्त साझेदारी की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हो सकता है।