Bengaluru Stampede : आईपीएल 2025 की ऐतिहासिक जीत के बाद बेंगलुरु में आयोजित भव्य जश्न एक दिल दहला देने वाली त्रासदी में तब्दील हो गया। एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर मची भगदड़ में 11 लोगों की मौत के बाद कर्नाटक स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन (KSCA) के सचिव ए. शंकर और कोषाध्यक्ष ई. एस. जयराम ने अपने पदों से इस्तीफा दे दिया है। दोनों अधिकारियों ने नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए यह निर्णय लिया और गुरुवार देर रात अपना इस्तीफा केएससीए अध्यक्ष को सौंपा।
बेकाबू भीड़ बनी हादसे की वजह
रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) ने पंजाब किंग्स को 6 रन से हराकर आईपीएल 2025 का खिताब अपने नाम किया। इस ऐतिहासिक जीत का जश्न मनाने के लिए दो स्थानों पर समारोह आयोजित किए गए—पहला, कर्नाटक विधानसभा परिसर में और दूसरा एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में। विधानसभा परिसर में कार्यक्रम शांतिपूर्वक सम्पन्न हो गया, लेकिन जब टीम स्टेडियम पहुंची, तो प्रशंसकों की भीड़ काबू से बाहर हो गई। उम्मीद से कहीं ज्यादा लोग अपने पसंदीदा खिलाड़ियों की एक झलक पाने को उमड़ पड़े।
अधिकारियों की गिरफ्तारी और कानूनी कार्रवाई
पुलिस ने जांच के बाद आरसीबी के मार्केटिंग प्रमुख और इवेंट मैनेजमेंट कंपनी के तीन कर्मचारियों को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि इन्होंने आयोजन के लिए जरूरी अनुमति और सुरक्षा प्रबंधन की अनदेखी की थी। अदालत ने चारों आरोपियों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। सचिव ए. शंकर और कोषाध्यक्ष ई. एस. जयराम ने अपने संयुक्त बयान में कहा – पिछले दो दिनों में जो कुछ घटा, वह असाधारण और अत्यंत दुखद है।
एसोसिएशन ने अदालत में दी सफाई
घटना के बाद केएससीए के अध्यक्ष रघुराम भट, सचिव शंकर और कोषाध्यक्ष जयराम ने कर्नाटक उच्च न्यायालय में स्पष्ट किया कि गेट प्रबंधन और भीड़ नियंत्रण उनकी जिम्मेदारी में नहीं आता। उन्होंने यह भी बताया कि विधान सभा के कार्यक्रम के लिए उन्होंने अनुमति ली थी, जबकि स्टेडियम कार्यक्रम की प्रशासनिक व्यवस्था अन्य एजेंसियों के अधीन थी। कर्नाटक क्रिकेट संघ ने हादसे पर शोक व्यक्त करते हुए मृतकों के परिजनों को 5 लाख रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की है। इसके साथ ही घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हुए भविष्य में आयोजनों के लिए सुरक्षा मानकों की समीक्षा करने का आश्वासन दिया गया। Bengaluru Stampede