‘भगवान के घर देर है, लेकिन अंधेर नहीं’ इस कहावत को सच साबित करती हुई घटना बिहार राज्य के मधुबनी जिले से सामने आई है। आज मधुबनी कोर्ट ने 27 साल पहले हुए एक मर्डर का बड़ा फैसला सुनाया। जिसमें हत्याकांड में इंवॉल्व 14 अभियुक्तों को उम्र कैद की सजा सुनाई गई, जबकि 12 अभियुक्तों की ट्रायल के दौरान ही मौत हो चुकी है। यह केस जुड़ा हुआ है योगेंद्र यादव मर्डर केस से।
27 साल पहले हुई थी योगेन्द्र यादव की हत्या:
इस हत्याकांड का पूरा मामला है साल 1997 का। बिहार राज्य के भैरव स्थान थाना क्षेत्र के झौंवा गांव में साल 1997 में भूमि विवाद के चलते योगेंद्र यादव की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई थी। इस केस में 37 लोगों का नाम जुड़ा था। मामले के ट्रायल के दौरान 12 अभियुक्तों की मौत हो गई। जबकि बचे हुए 14 आरोपी – कुशे यादव, सूरत यादव, भगवान यादव, कारी यादव, कमल यादव, चन्दन यादव, जमुना यादव, सुरेश यादव, महेश यादव, रघुनी यादव, उत्तिम यादव, ललित यादव, विंदेश्वर यादव और प्रमोद यादव को दोषी करार देते हुए कोर्ट ने उम्र कैद की सजा सुनाई है।
बिग ब्रेकिंग : उत्तराखंड के चमोली में ग्लेशियर टूटने से दबे 50 से ज्यादा मजदूर