Sunday, 19 January 2025

कपल्स की ख्वाहिश First Night, आखिर शादी की पहली रात क्यों बनी सुहागरात?

Suhagraat : इन दिनों शादियों का सीजन चल रहा है। ऐसे में सोशल मीडिया पर नए-नवेले कपल्स के फोटोज और…

कपल्स की ख्वाहिश First Night, आखिर शादी की पहली रात क्यों बनी सुहागरात?
Suhagraat : इन दिनों शादियों का सीजन चल रहा है। ऐसे में सोशल मीडिया पर नए-नवेले कपल्स के फोटोज और वीडियोज देखने को मिल रहे हैं। शादी के सीजन की शुरुआत होते ही चारों ओर शादी से जुड़े रीति-रिवाजों (Wedding Traditions) और तैयारियों की बातचीत होने लगती है। भारत में शादी बेहद महत्वपूर्ण संस्कार मानी जाती है। हर धर्म की शादी अलग-अलग रीति-रिवाजों से होती है। हिंदू धर्म में शादी के समय कई रस्में होती हैं जैसे- जयमाल, सिंदूर दान, सात फेरे, कन्यादान और गठबंधन, जो शादी को विशेष बनाती हैं। शादी के बाद की पहली रात यानि सुहागरात (Suhagraat) नवविवाहित जोड़े के लिए काफी मायने रखता है। क्या आपने कभी सोचा है कि शादी के बाद की पहली रात को सुहागरात (Suhagraat) ही क्यों कहा जाता है। अगर आपका जवाब न है तो आज हम आपके इस सवाल का जवाब लेकर आए हैं।

जानिए सुहागरात का महत्व

शादी के बाद की पहली रात को “सुहागरात” कहा जाता हैं। यह रात नवविवाहित जोड़े के लिए एक नया अध्याय शुरू करने का समय होता है। हालांकि, यह रस्म कुछ लोगों के लिए थोड़ी सी हिचकिचाहट का कारण बन सकती है, लेकिन यह परंपरा बेहद महत्वपूर्ण है। अब सवाल यह है कि सुहागरात शब्द का अर्थ और महत्व क्या है, और शादी की पहली रात को सुहागरात क्यों कहा जाता है? बता दें कि शादी की पहली रात को सुहागरात इसलिए कहा जाता है क्योंकि यह एक नए जीवन की शुरुआत का प्रतीक होती है। सुहागरात एक ऐसी रात होती है जब दूल्हा और दुल्हन अपनी शादीशुदा जिंदगी के नए सफर की शुरुआत करते हैं, एक-दूसरे के साथ संबंधों की नई परिभाषा लिखते हैं। सुहागरात कपल्स ज़िन्दगी में एक नई दिशा और समझदारी लेकर आती है। हालांकि कई लोग सुहागरात को लेकरहिचकिचाते हैं लेकिन यह सिर्फ एक सांस्कृतिक रस्म है और इसके पीछे भी एक गहरी परंपरा और मान्यता छिपी होती है।

शादी की पहली रात को सुहागरात ही क्यों कहते हैं?

“सुहागरात” शब्द की जड़ें संस्कृत के “सौभाग्य” शब्द से जुड़ी हुई हैं। “सौभाग्य” का मतलब होता है अच्छा भाग्य, और इसी से “सुहाग” शब्द का जन्म हुआ है। “सुहाग” का मतलब है पति के साथ जीवन बिताने का सौभाग्य और इसे महिला की जीवन में सुख और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। जब एक महिला शादी के बाद अपने “सुहाग” यानी अपने पति के साथ नए जीवन की शुरुआत करती है, तो उसे इस नए जीवन के लिए शुभकामनाएं दी जाती हैं। “सुहागन” एक शब्द है जो विवाहित महिला के लिए इस्तेमाल होता है, और जब वह सुहागन बन जाती है, तो उसकी शादी की पहली रात को “सुहागरात” (Suhagraat) कहा जाता है। इसमें महिला को शादी के बाद के जीवन में सौभाग्य और खुशी की कामना की जाती है।

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