Saturday, 21 June 2025

चिन्नास्वामी में भीड़ ने छीनीं 11 जिंदगियां , BJP ने सरकार से मांगा जवाब

Bengaluru stampede : आईपीएल में पहली बार खिताब जीतने वाली रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) की जीत का उत्सव बुधवार को…

चिन्नास्वामी में भीड़ ने छीनीं 11 जिंदगियां , BJP ने सरकार से मांगा जवाब

Bengaluru stampede : आईपीएल में पहली बार खिताब जीतने वाली रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) की जीत का उत्सव बुधवार को एक दर्दनाक हादसे में तब्दील हो गया। चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर उमड़ी भारी भीड़ में मची भगदड़ से 11 लोगों की जान चली गई, जबकि 33 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। इस दर्दनाक घटना को लेकर सामाजिक कार्यकर्ता स्नेहमयी कृष्णा ने मुख्यमंत्री सिद्धारमैया, उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार और कर्नाटक क्रिकेट बोर्ड के कुछ पदाधिकारियों के खिलाफ कब्बन पार्क थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई है। शिकायत में इन पर आयोजकीय लापरवाही और सुरक्षा इंतजामों में चूक का आरोप लगाते हुए भारतीय दंड संहिता की धारा 106 के तहत मामला दर्ज करने की मांग की गई है

चश्मदीदों ने बताया कि जैसे ही भगदड़ शुरू हुई, लोग एक-दूसरे पर गिरने लगे। कई घायल सड़कों पर पड़े रहे और एंबुलेंस देरी से पहुंचीं। कुछ लोग घायलों को वहीं CPR देकर बचाने की कोशिश करते रहे। एबीएम मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों के मुताबिक मृतकों में पांच महिलाएं और छह पुरुष शामिल हैं, जिनकी उम्र 13 से 33 साल के बीच थी। सभी की मौत गंभीर अंदरूनी चोटों की वजह से हुई।

चार कारण जो इस हादसे की जड़ में रहे:

  1. आयोजकों ने स्टेडियम में प्रवेश के लिए फ्री पास RCB की वेबसाइट के माध्यम से जारी किए थे। जैसे ही इसकी सूचना प्रसारित हुई, भारी संख्या में लोगों ने साइट पर लॉगइन किया, जिससे सर्वर क्रैश हो गया। नतीजतन, पास न ले पाने वाले हजारों लोग भी मौके पर पहुंच गए।

  2. प्रारंभिक जांच में सामने आया कि भीड़ ने स्टेडियम के गेट नंबर 10, 12 और 13 पर जबरन घुसने की कोशिश की। पुलिस ने लाठीचार्ज किया और इसी दौरान नाले पर बना एक स्लैब टूट गया, जिससे भगदड़ और तेज हो गई।

  3. दोपहर करीब 3:30 बजे हालात बेकाबू होने पर सभी गेट बंद कर दिए गए। इससे पासधारी लोग भी अंदर नहीं जा सके। गेट नंबर 10 पर स्थिति सबसे ज्यादा बिगड़ी, जहां धक्का-मुक्की में कई महिलाएं और बच्चे गिर गए। कुछ महिलाएं बेहोश हो गईं।

  4. सरकार का दावा है कि 5,000 सुरक्षाकर्मी तैनात थे, लेकिन भीड़ की संख्या इससे कहीं ज्यादा थी। सूत्रों का कहना है कि अधिकतर पुलिसकर्मी 36 घंटे से लगातार ड्यूटी पर थे, जिससे उनकी सतर्कता और प्रतिक्रिया पर असर पड़ा।

सरकार ने दी सफाई

शाम को मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने प्रेस वार्ता में कहा, “मैं इस हादसे का बचाव नहीं कर रहा, लेकिन देश में इससे पहले भी कई बड़े हादसे हुए हैं—जैसे कुंभ मेले में 50-60 लोगों की जान गई थी। इसका मतलब यह नहीं कि हम जिम्मेदारी से मुकर जाएं।” उनके इस बयान को लेकर बीजेपी हमलावर हो गई है। पार्टी ने इसे संवेदनहीन बताया और मुख्यमंत्री व उपमुख्यमंत्री, दोनों से नैतिक आधार पर इस्तीफा देने की मांग की है।      Bengaluru stampede

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